अमरावतीमहाराष्ट्रमुख्य समाचार

पुलिस छावनी में तब्दील हुआ अचलपुर

134 पुलिस अधिकारियों व 1200 पुलिस कर्मचारियों की तैनाती

* एसआरपीएफ व आरसीपी सहित क्यूआरटी की 3-3 कंपनियां तैनात
* संभाग के पांचों जिलों से मंगाया गया अतिरिक्त पुलिस बल, जुडवां शहर में हुआ रुटमार्च
* 100 से अधिक वाहनों के जरिए अचलपुर शहर में चल रही गश्त
* भाजपा नेता नीतेश राणे की सभा रोकने व स्थिति संभालने उठाये गये एहतियाती कदम
* जिला प्रशासन ने जारी किये है प्रतिबंधात्मक आदेश
* अचलपुर सहित परतवाडा, कांडली व देवमाली शहर पर भी पुलिस की कडी नजर
अमरावती/अचलपुर/दि.28 – सकल हिंदू समाज द्वारा कल रविवार 29 सितंबर को अचलपुर में सकल हिंदू मोर्चा व भाजपा नेता नीतेश राणे की सभा आयोजित किये जाने के संदर्भ में की गई घोषणा और इसे लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रतिबंधात्मक आदेश के बाद आज दोहपर ग्रामीण पुलिस द्वारा अचलपुर शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. जिसके तहत संभाग के पांचों जिलों से पुलिस महकमे के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित वाहनों को मंगाते हुए अचलपुर शहर में बंदोबस्त लगाया गया है, ताकि जुडवा शहर में शांति सहित कानून व व्यवस्था की स्थिति बनी रहे.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद के निर्देशानुसार संवेदनशील रहने वाले अचलपुर शहर में हालात नियंत्रित करने हेतु 134 पुलिस अधिकारियों व 1700 पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की गई है. साथ ही साथ क्यूआरटी, आरसीपी व एसआरपीएफ की भी 3-3 कंपनियों को बंदोबस्त में तैनात किया गया है. साथ ही 100 से अधिक पुलिस वाहनों के जरिए अचलपुर शहर व परिसर में पुलिस की गश्त चल रही है. इसके अलावा अचलपुर शहर सहित परतवाडा, कांडली व देवमाली शहर के भी चप्पे चप्पे पर पुलिस द्वारा नजर रखी जा रही है. इस बंदोबस्त के तहत आज दोपहर बाद अचलपुर शहर में पुलिस द्वारा रुटमार्च का आयोजन किया गया. जिसके तहत अचलपुर शहर के विभिन्न संवेदनशील इलाकों से होकर पुलिस के पथकों ने फ्लैगमार्च किया तथा इस दौरान अचलपुर शहरवासियों से शांति व सौहार्द बनाये रखने का निवेदन करते हुए अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का आवाहन भी किया है.
बता दें कि, भाजपा नेता नीतेश राणे द्वारा विगत दिनों अहमदनगर में आयोजित सभा के दौरान समुदाय विशेष को लेकर विवादास्पद बयान दिया गया था. जिसके बाद अमरावती जिले की सीमा से सटे रहने वाले अकोला जिले के अकोट शहर में दंगे वाली स्थिति बन गई थी. साथ ही साथ विगत 17 सितंबर को गणेशोत्सव दौरान सरमसपुरा पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत दो गुटों ने आमने-सामने आकर एक-दूसरे पर जबर्दस्त पथराव किया था. जिससे अचलपुर शहर में भी तनाव वाली स्थिति बनी थी. इसी दौरान सकल हिंदू समाज द्वारा 29 सितंबर को अचलपुर शहर में हिंदू आक्रोश मोर्चा आयोजित करने के साथ ही भाजपा नेता व विधायक नीतेश राणे की सभा आयोजित करने की घोषणा की गई. जिसके बाद ऑल इंडिया कौमी तंजीम सहित कई राजनीतिक व सामाजिक संगठनों द्वारा इन आयोजनों का यह कहते हुए विरोध करना शुरु किया गया कि, भाजपा नेता नीतेश राणे की सभा के चलते अचलपुर शहर में सामाजिक सौहार्द का वातावरण बिगडकर जातिय तनाव वाली स्थिति बन सकती है. अत: प्रशासन व पुलिस द्वारा इस तरह के आयोजन को अनुमति न दी जाये. ऐसे में पुलिस महकमें ने जिला प्रशासन को हालात से अवगत कराते हुए मार्गदर्शन मांगा. जिसके बाद अपर जिला दंडाधिकारी अनिल भटकर ने बीएनएस की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए 27 से 30 सितंबर के दौरान जिले में जमावबंदी लागू कर दी. जिसके चलते अचलपुर शहर में कल होने वाले आयोजन को रोकने तथा किसी भी संभावित अप्रीय स्थिति को टालने के लिए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद के नेतृत्व में जिला ग्रामीण पुलिस ने पूरे अचलपुर शहर को पुलिस छावनी में बदल डाला. जिसके तहत अचलपुर शहर में संभाग के पांचों जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगाकर तैनात करने के साथ ही क्यूआरटी व आरसीपी पथक एवं एसआरपीएफ की 3 कंपनियों सहित पुलिस विभाग के लगभग 100 वाहनों को तैनात किया गया है. जिनके जरिए अचलपुर शहर में लगातार पुलिस के वाहनों की गश्त जारी है. साथ ही साथ दोपहर बाद पुलिस के विभिन्न पथकों ने अचलपुर शहर के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में रुटमार्च करते हुए एक तरह से अपना शक्ति प्रदर्शन किया.

* अपर जिलाधीश भटकर ने सुबह ही जारी किया था प्रतिबंधात्मक आदेश
* 27 से 30 सितंबर तक जिले में जमावबंदी लागू
बता दें कि, आगामी 29 सितंबर को अचलपुर में सकल हिंदू समाज की ओर से आयोजित हिंदू जनआक्रोश मोर्चा व बाइक रैली सहित भाजपा विधायक नितेश राणे की सभा को देखते हुए हो रहे विरोध तथा इससे पहले भाजपा नेता नितेश राणे द्वारा अहमदनगर में समुदाय विशेष को लेकर दिये गये बयानों की वजह से अचलपुर शहर सहित अकोला जिले के अकोट में उपजे तनाव को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण पुलिस ने जिलाधीश कार्यालय को हालात से अवगत कराने के साथ ही इस संदर्भ में आवश्यक उपायों को लेकर मार्गदर्शन मांगा था. जिसके चलते जिलाधीश के निर्देश पर अपर जिलाधीश अनिल भटकर ने अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र छोडकर जिले के सभी तहसील एवं ग्रामीण इलाकों के लिए 27 से 30 सितंबर के दौरान बीएनएस की धारा 163 को लागू किया है. जिसके तहत इस दौरान आगामी 29 सितंबर को अचलपुर, परतवाडा व सरमसपुरा थाना क्षेत्र सहित जिले में कही पर भी आक्रोश मोर्चा, बाइक रैली व जनसभा का आयोजन करने तथा विवादास्पद बैनर या पोस्टर लगाने और जातिय तनाव निर्माण करने वाले भाषण देने पर पाबंदी लगाई गई है.
ज्ञात रहे कि, सकल हिंदू समाज द्वारा अचलपुर शहर में रविवार 29 सितंबर को हिंदू जनाक्रोश मोर्चा व बाइक रैली के साथ ही विधायक नितेश राणे की सभा के आयोजन की घोषणा की गई थी. जिसका ऑल इंडिया कौमी तंजीम नामक संगठन द्वारा विरोध करते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को एक निवेदन सौंपा गया था. साथ ही अहमदनगर में विधायक नीतेश राणे द्वारा दिये गये भाषण का वीडियो भी दिखाया गया था. कौमी तंजीम के पदाधिकारियों का कहना रहा कि, अहमदनगर की सभा में भाजपा विधायक नीतेश राणे द्वारा दिये गये आपत्तिजनक बयान की वजह से मुस्लिम समाजबंधुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है और इसके परिणाम स्वरुप विगत 17 सितंबर को अचलपुर के सरमसपुरा थाना क्षेत्र में दो समाजों के बिच पत्थरबाजी की घटना हुई. साथ ही साथ अमरावती जिले की सीमा से सटे अकोट शहर में भी दंगे जैसी स्थिति बनी. अत: अमरावती जिले में कही पर भी भाजपा नेता नीतेश राणे की सभा हेतु अनुमति न दी जाये. इसके साथ ही अचलपुर में 29 सितंबर को होने वाले आयोजन के खिलाफ रयत संगठन, संभाजी ब्रिगेड व कांगे्रस पार्टी सहित कई मुस्लिम संगठनों द्वारा भी पुलिस विभाग को निवेदन प्राप्त हो, जिसकी जानकारी ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिलाधीश कार्यालय को दी और इस संदर्भ में आवश्यक कदम उठाये जाने का निवेदन किया. इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए जिले में शांति एवं कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने हेतु अपर जिलाधीश अनिल भटकर ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 के तहत शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र को छोडकर अमरावती जिले में 27 से 30 सितंबर तक जमावबंदी आदेश लागू कर दिया है. जिसके तहत जिले में कही पर भी इस दौरान सभा आयोजित करने, बाइक रैली का मोर्चा निकालने, प्रक्षोभक भाषण देने तथा विवादास्पद बैनर-पोस्टर लगाने को प्रतिबंधित कर दिया गया है.

* शहर के हिंदूवादी संगठनों ने आयोजन से झाडा पल्ला
वहीं इस बीच सकल हिंदू समाज में शामिल विभिन्न हिंदूत्ववादी संगठनों के प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा इस पूरे मामले से अपना पल्ला झाडते हुए कहा गया कि, 29 सितंबर को अचलपुर में कुछ राजनीतिक लोगों द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा नेता व विधायक नीतेश राणे की सभा का आयोजन करने की घोषणा की गई थी. इन्हीं राजनीतिक लोगों ने इससे पहले अचलपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अचलपुर व चांदूर बाजार में पूर्व सांसद टी. राजा एवं हैदराबाद की भाजपा नेत्री माधवी लता की सभाओं का आयोजन किया था. परंतु इन सभाओं में सकल हिंदू समाज का हिस्सा रहने वाले हिंदूत्ववादी संगठनों को आमंत्रित ही नहीं किया गया था. साथ ही 29 सितंबर को अचलपुर में आयोजित हिंदू आक्रोश मोर्चा व भाजपा विधायक नीतेश राणे की सभा के लिए भी सकल हिंदू समाज का हिस्सा रहने वाले राष्ट्रीय श्रीराम सेना, हिंदू जनजागृति समिति हिंदू क्रांति सेना व हिंदू महासभा जैसे प्रमुख हिंदुत्ववादी संगठनों के प्रतिनिधियों से अब तक कोई चर्चा नहीं की गई. साथ ही इन संगठनों के पदाधिकारियों को इस आयोजन हेतु आमंत्रित भी नहीं किया गया. ऐसे में इस तरह के आयोजन हेतु सकल हिंदू समाज के नाम का प्रयोग करना भी पूरी तरह से गलत है. क्योंकि इस आयोजन के साथ ही सकल हिंदू समाज का कोई लेना-देना ही नहीं है.

Related Articles

Back to top button