अमरावतीविदर्भ

आचार्य जीतेंद्रनाथ महाराज को मिला अयोध्या आने का निमंत्रण

  • राम मंदिर के शिलान्यास समारोह में रहेंगे उपस्थित 
  • महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों के पवित्र जल व मिट्टी लेकर जायेंगे भुमिपूजन में

प्रतिनिधि/दि.१

अमरावती-उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनाये जानेवाले राम मंदिर के भुमिपूजन समारोह हेतु श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र न्यास की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जिले के अंजनगांव सूर्जी स्थित श्री देवनाथ मठ के पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी श्री जीतेंद्रनाथ महाराज को अयोध्या आने का निमंत्रण प्राप्त हुआ है. यह जानकारी मिलते ही विदर्भ सहित समूचे महाराष्ट्र के रामभक्त हिंदू समाज में आनंद की लहर देखी जा रही है. साथ ही पता चला है कि, अयोध्या के लिए रवाना होनेवाले आचार्य जीतेंद्रनाथ महाराज अपने साथ महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से संकलित किये गये पवित्र जल व मिट्टी को लेकर इस भुमिपूजन समारोह में शामिल होंगे. बता दें कि, श्रीनाथपीठ श्री देवनाथ मठ को भारत के प्रमुख अध्यात्मिक आचार्य पीठ के तौर पर जाना जाता है और करीब ६०० वर्षों का इतिहास रहनेवाले श्रीनाथ पीठ के स्वामी जीतेेंद्रनाथ महाराज ५८ वे पीठाधीश है. विगत अनेक शतकों से श्रीरामजन्म भुमि आंदोलन में इस पीठ की सक्रिय भूमिका रही है और १९ वे शतक में स्वामी गोविंदनाथ महाराज ने प्रयागराज से राममंदिर आंदोलन के लिए संघर्ष किया. वहीं ब्रह्मलिन मनोहरनाथ महाराज ने भी लगातार श्रीराम मंदिर के लिए नित्य प्रयास जारी रखे. इसी गुरू परंपरा का निर्वहन करते हुए आचार्य जीतेंद्रनाथ महाराज ने रामजन्मभुमि मुक्ति एवं राम मंदिर निर्माण के आंदोलन में महत्वपूर्ण व निर्णायक भुमिका निभायी. आचार्य स्वामी जीतेंद्रनाथ महाराज विश्व qहदू परिषद के उच्चाधिकार समिती के सदस्य, केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य तथा धर्म जागरण मंच के केंद्रीय मार्गदर्शक है.

विगत कुछ वर्षों से जीतेंद्रनाथ महाराज समूचे देश में यात्रा करते हुए विभिन्न राज्यों में लाखों हूंकारसभाओं को संबोधित कर चुके है. देश में धर्मकार्य के लिए किये गये जबर्दस्त जनजागरण व देशव्यापी यात्राएं करने के चलते रामजन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख संतों में आचार्य जीतेंद्रनाथ महाराज की गणना होती है. आगामी ५ अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों तथा सभी संतों की पावन उपस्थिति में संपन्न होने जा रहे इस ऐतिहासिक समारोह में शामिल होने के लिए आचार्य जीतेंद्रनाथ महाराज को सम्मानपूर्वक निमंत्रण प्राप्त होने के चलते केंद्र सरकार द्वारा विदर्भ क्षेत्र को मानांकित स्थान दिये जाने की चर्चा है और यह निमंत्रण प्राप्त होने की जानकारी मिलते ही श्री क्षेत्र अंजनगांव में आचार्य जीतेंद्रनाथ महाराज से मिलने हेतु रामभक्तों की भीड जूटना शुरू हो गयी है और शिवनेरी किले सहित विदर्भ के प्रमुख धार्मिक स्थलों तथा त्र्यंबकेश्वर स्थित महाकुंभ स्थान के गंगा व गोदावरी तीर्थ जैसे अनेक स्थानों की पवित्र मिट्टी व पवित्र जल अंजनगांव में जीतेंद्रनाथ महाराज को सौंपी जा रही है. जिसे अपने साथ लेकर जीतेंद्रनाथ महाराज ५ अगस्त को रामजन्मभूमि परिसर में बनाये जानेवाले राम मंदिर के शिलान्यास समारोह में उपस्थित होंगे. ज्ञात रहे कि, वर्ष २०१२ व २०१६ में श्री रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के तहत स्वामी जीतेंद्रनाथ महाराज ने हजारों संतों व लाखों भाविकों की उपस्थिति में अमरावती व नागपुर में धर्म संस्कृति महाकुंभ संपन्न करवाया था. साथ ही १०८ करोड हनुमान चालीसा, सवा दो हजार करोड महावासुदेव मंत्र जप तथा १०८ करोड शिवमहिमा अनुष्ठान भी संपन्न करवाया था. इसके अलावा स्वामी जीतेंद्रनाथ महाराज ने प्रयागराज, हरिद्वार व उज्जैन महाकुंभ सहित उडुपी धर्म संसद के जरिये रामजन्मभूमि मुक्ति का विषय समूचे देश में पहुंचाया था. ऐसे में आचार्य स्वामी जीतेंद्रनाथ महाराज को राममंदिर शिलान्यास समारोह का निमंत्रणपत्र मिलने के चलते विदर्भ सहित महाराष्ट्र के संतों एवं रामभक्त हिंदूओं ने आनंद व्यक्ति किया है. साथ ही विश्व हिंदू परिषद की ओर से प्रांत अध्यक्ष राजेश्वर निवल, प्रांत मंत्री गोqवद शेंडे व प्रांत धर्माचार्य संपर्क प्रमुख हभप बाबुराव लंके महाराज ने आचार्य स्वामी जीतेंद्रनाथ महाराज का अभिनंदन किया है.

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