अमरावतीमहाराष्ट्र

खेलों में उत्कृष्टता हासिल करें, देश का गौरव बढ़ाएं

हनुमान अखाडे के ऐतिहासिक आवासीय ग्रीष्मकालीन शिविर का उद्घाटन

* शिक्षा उपनिदेशक नीलिमा टाके का आवाहन
अमरावती / दि.17– आज देश में खेलों को प्राथमिकता दी जा रही है. केन्द्र एवं राज्य सरकारें खेलों के संबंध में विभिन्न उपाय लागू कर रही हैं. हालांकि, आजादी के पूर्व से ही श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल वर्तमान युवा पीढ़ी को भारतीय पारंपरिक और मैदानी खेलों के साथ-साथ सभी आधुनिक खेलों से लगातार जोड़ता रहा है. स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल कई महान स्वतंत्रता सेनानियों और देशभक्तों ने इस संगठन के ग्रीष्मकालीन शिविर में भाग लिया है और इसका दौरा किया है. हमें देश में पिछले 101 वर्षों से अग्रणी श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के ऐतिहासिक ग्रीष्मकालीन शिविर में भाग लेने का सौभाग्य मिला. शिक्षा उपनिदेशक नीलिमा टाके ने इस शिविर में भाग ले रहे सभी प्रशिक्षु खिलाड़ियों से अपील की कि वे अपने पसंदीदा खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें तथा उज्ज्वल भविष्य के साथ देश के विकास में योगदान दें.
विगत 101 वर्षों की गौरवशाली परम्परा को जारी रखते हुए श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मण्डल के ऐतिहासिक आवासीय ग्रीष्मकालीन शिविर 2025 का उद्घाटन मंगलवार को स्व सोमेश्वर पुसतकर सभागार में किया गया. उद्घाटनकर्ता के रूप में नीलिमा टाके बोल रही थीं. अध्यक्ष मंडल की सचिव प्रो. डॉ माधुरी चेंड़के, मुख्य अतिथि रूप में सहायक आयुक्त जनसंपर्क अधिकारी भूषण पुसतकर, बोर्ड के कोषाध्यक्ष और डिग्री कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के प्रिंसिपल डॉ. श्रीनिवास देशपांडे, शिविर निदेशक राजेश महात्मे, समन्वयक विदर्भ केसरी डॉ. संजय तीरथकर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन और संस्थापक स्व. अंबादासपंत वैद्य की प्रतिमा पूजन से की गई. राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण एवं रजत पदक जीतने वाले अरुण पवार (हैमर थ्रो) ने स्वर्ण, समीर देशमुख (कुश्ती) ने रजत एवं शेख जुबैर (कुश्ती) ने रजत पदक विजेता का गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनपा जनसंपर्क अधिकारी भूषण पुसतकर ने प्रशिक्षु खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, आनंद से खेलें, अपने पसंदीदा खेलों में निपुणता प्राप्त कर सक्षम बनें! इस पर अपील की गई. इसके बाद कार्यक्रम की अध्यक्ष एवं बोर्ड की सचिव प्रो. डॉ. माधुरी चेंडके ने मार्गदर्शन प्रदान कर उपस्थित लोगों का उत्साह बढ़ाया. उन्होंने कहा कि, इस ग्रीष्मकालीन शिविर में हजारों लड़के-लड़कियों ने विभिन्न भारतीय पारंपरिक और आधुनिक खेलों में भाग लिया है. इन सभी प्रशिक्षुओं को राष्ट्रीय मानक और एनआईएस प्रमाणित प्रशिक्षकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि, अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को उसी खेल संघ के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य बनाने का अवसर मिलता है. इसी परंपरा का अनुसरण करते हुए आज हर राज्य के छात्र यहां खेल शिक्षा व प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं और आज तक हजारों-लाखों छात्र अपना उज्ज्वल भविष्य बनाकर मंडल व देश का नाम रोशन कर चुके हैं. सचिव प्रो. ने इस आवासीय ग्रीष्मकालीन शिविर में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं से खेल प्रशिक्षण के माध्यम से अपने उज्ज्वल भविष्य की नींव मजबूत करने की अपील की. प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास देशपांडे ने सभी प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएं दीं और उनसे खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने का आग्रह किया. विदर्भ केसरी रहे डॉ. संजय तीरथकर ने खेलों के महत्व पर जोर देते हुए खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया.
कार्यक्रम के परिचय में शिविर निदेशक राजेश महात्मे ने शिविर के नियम, प्रशिक्षण की जानकारी तथा उसके महत्व के बारे में बताया. संचालन एवं आभार प्रो. आशीष हाटेकर ने माना. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रशिक्षु छात्र और अभिभावक उपस्थित थे.

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