अमरावतीमहाराष्ट्र

नापतौल विभाग के अभियान में 259 पर कार्रवाई

15.74 लाख रुपए जुर्माना किया वसूल

अमरावती/दि.13– नापतौल विभाग के अधिकारी शहर के दुकानदारों के यहां उपयोग किए जा रहे वजन कांटे, तराजू, मीटर मशीन आदि का सत्यापन कार्य करने में रुचि ले रहे है. शहर की दुकानों पर सामान खरीदने वाले ग्राहकों को ठगे जाने के मामलों पर रोक नहीं लग पा रही है. हालांकि नापतौल विभाग की पैनी नजर है. बढते दौर के साथ हॉकर्स व हाथ गाडियों से लेकर बडी दुकानों में नामतौल के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन का उपयोग किया जा रहा है. जहां ग्राहकों को चूना लगाने वाले दुकानदारों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. नापतौल विभाग की जांच मुहिम में 1 जून 2023 से 1 जून 2024 तक एक साल में 259 कार्रवाई कर 15 लाख 74 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया गया है.
जिले में करीब 1 लाख 60 हजार से अधिक ऐसे दुकानदार है, जो नापतौल के उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे है. लेकिन इनमें कुछ दुकानदारों का पंजीयन अब तक नहीं हो पाया है. जबकि नियमों के अनुसार नापतौल के उपकरणों का इस्तेमाल के पहले नापतौल विभाग पंजीयन करना अनिवार्य है. दुकानदारों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे तराजू, कांटे, मीटर मशीन का पंजीयन के लिए नापतौल विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जागरुकता शिविर लगाए जाने का प्रावधान है. जिला स्तर पर कुछ शिविरों का आयोजन भी किया गया है. सालाना 700 से 800 दुकानदारों के पंजीयन शिविर के माध्यम से किए जा रहे है.
बता दें कि, अक्सर हातगाडी और छोटे-बडे दुकानों पर नापतौल उपक्रम के जरिए जालसाजी की जाती है. ऐसे दुकानदारों को 500 से 5 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया जाता है. जबकि कुछ मेनिफैक्चरिंग कंपनी में भी नापतौल में जालसाजी के मामले सामने आए है. ऐसे संबंधित कंपनियों पर 5 से 50 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया जाता है.

* भयमुक्त करें शिकायत
जिले में नापतौल विभाग के तीन विभाग तैयार किए गए है. जिसके अंतर्गत तहसीलनुसार जांच मुहिम चलाई जाती है. एक साल में 259 कार्रवाई अंतर्गत 15 लाख 74 हजार का जुर्माना वसूला गया है. इसमें से 140 मामलों का सुनवाई अभी भी जारी है. नापतौल संदर्भ में किसी से भी जालसाजी होती है तो नागरिक बेहिचक शिकायत करें. कार्रवाई निश्चित होगी.
– अनिल तोटे, मुख्याधिकारी,
अमरावती जिला नापतौल

* लगातार मिल रही शिकायत
नापतौल में किसी भी तरह की गडबडी होती है तो ग्राहक को शिकायत करने का पूरा अधिकार है. कई बार वजन कांटे के अलावा इलेक्ट्रॉनिक मशीन में भी गडबडी की जा सकती है. पिछले तीन सालों से नापतौल संदर्भ में शिकायत का ग्राफ बढा है. जबकि पिछले दो साल में नापतौल विभाग को ऑनलाईन शिकायत भी प्राप्त होने से कामकाज की गति बढी है.

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