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डायल 112 पर फेंक कॉल करने पर होगी कार्रवाई

जरुरी हो तो ही करें संपर्क

अमरावती/दि.1  – पुलिस की तत्काल मदद पाने के लिए शहर आयुक्तालय क्षेत्र में डायल 112 नंबर शुरु किया गया है. डायल 112 की सेवा बीते 14 सितंबर से क्रियान्वित की गई है. इसलिए पुलिस कर्मियों को खास प्रशिक्षण भी दिया गया है, लेकिन अब 100 नंबर के साथ ही 112 पर भी लोग फेंक कॉल करने लगे है. इन लोगों को पहचान कर उनके खिलाफ अपराध दर्ज करने के आदेश पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह ने दिये है. इस आदेश को अमल में नहीं लाया जा रहा है.
बता दें कि 13 नवंबर को एक ही दिन 112 नंबर पर तकरीबन 494 कॉल आये. इन प्रत्येक कॉल की छानबीन कर वहां-वहां पुलिस टीम भेजी गई. यंत्रणा 24 बाय 7 घंटे कार्यरत है.

तत्काल मदद के लिए पुलिस तैयार

शहर पुलिस आयुक्तालय को डायल 112 अंतर्गत 11 बोलेरो व 10 दुपहिया दी गई है. दुपहिया पर बीटमार्शल, दामिनी पथक भी है. मुख्यालय सहित थाना परिसरों की टीम भी शहरवासियों के लिए तैनात है.

पत्नी झगडा करती है जैसे कॉल भी किये जा रहे है

डायल 112 पर 100 नंबर के समान ही कॉल आ रहे है. जिससे नियंत्रण कक्ष की पुलिस भी परेशान है. पति मारपीट करता है, गालीगलौज करता है, उसे एक दिन के लिए कोठरी में डाले जैसे कॉल आ रहे है. इतना ही नहीं तो पत्नी झगडा करती है, पडोसियों ने गंदगी फेंकी है, उनका बंदोबस्त करने जैसे कॉल आने से पुलिस भी परेशान हो रही है.

गंभीर हालातों में ही डायल 112 पर कॉल करे

पुलिस की मदद जरुर होने पर 112 पर कॉल किया जा सकता है. वहीं शहर में कही भी मारपीट, हादसा होने या फिर युवती, महिला का बदमाशों व्दारा पीछा करने पर कॉल किया जा सकता है.

फेंक कॉल करने वालों के खिलाफ अपराध

शहर में दंगे फेैलाने के लिए 5 करोड रुपए लाये गए है. यह कॉल 112 पर किया गया. जिसकी पडताल करने के बाद कार्रवाई की गई. यह कॉल फेंक निकलने के बाद राजापेठ पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.

दो माह में 1 हजार 415 कॉल

अमरावती शहर आयुक्तालय में 14 सितंबर से 112 प्रणाली क्रियान्वित की गई. उसमें 14 सितंबर से 14 अक्तूबर की अवधि में 576 व 14 अक्तूबर से 14 नवंबर तक 839 कॉल आये. 1 नवंबर से 20 नवंबर तक कॉल की संख्या 1015 थी.

शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में डायल 112 सेवा 14 सितंबर से क्रियान्वित की गई है. यहां पर रोजाना आने वाले कॉल की जांच पडताल कर संबंधित जगह पर तत्काल पुलिस भेजी जाती है. इसलिए कोई भी मजाकिया लहजे में 112 पर फेंक कॉल न करें. फेंक कॉल करने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकों गिरफ्तार किया जाता है. शहरवासियों की सुरक्षा के लिए पुलिस यंत्रण तत्पर है.

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