बिना अनुमति के अवकाश पर गए अभियंता चव्हाण पर होगी कार्रवाई
जर्जर इमारतों को जमींदोज करने का काम रहेगा जारी
मनपा आयुक्त करेंगे दूसरे अधिकारी की नियुक्ति
अमरावती-/दि.9 राजेंद्र लॉज की इमारत ढहकर पांच लोगों की हुई मृत्यु प्रकरण में अब पुलिस व्दारा संबंधित मनपा अधिकारियों पर भी गाज गिरने की संभावना हैं. इस कारण बिना अनुमति के अभियंता सुहास चव्हाण 15 दिन के अवकाश पर चले गए हैं और उनका मोबाइल नॉट रिचेबल हैं. इस कारण सूचना देने के बावजूद बिना अनुमति के अवकाश पर गए अभियंता चव्हाण पर मनपा आयुक्त व्दारा कार्रवाई किए जाने के संकेत हैं. साथ ही शहर में जर्जर इमारतों को ढहाने का काम शुरु रखने की जानकारी भी आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने दी हैं.
जानकारी के मुताबिक शहर के प्रभात चौक के पास की राजेंद्र लॉज की इमारत ढहने से मलबे के नीचे दबकर पांच लोगाेंं की मृत्यु होने की घटना के बाद मामले की गहन जांच के आदेश जिले के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिए थे और यह जांच विभागीय आयुक्त डॉ. दिलीप पांढरपट्टे को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा. वहीं दूसरी तरफ शहर की जर्जर इमारतों के मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के निर्देश पर ढहाना शुरु किया गया. मामले की जांच जारी रहते कोतवाली पुलिस व्दारा राजेंद्र लॉज इमारत ढहने के प्रकरण में एक के बाद एक गिरफ्तारियां होने लगी. इस प्रकरण में दोषी लोगों को गिरफ्तार करने की श्रृखंला जारी हैं. इस प्रकरण में यह भी कहा जा रहा है कि, लापरवाही बरतने वाले मनपा अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है और पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती हैं. इसमें अभियंता सुहास चव्हाण और राजापेठ जोन नं. 2 के शाखा अभियंता अजय विंचुरकर का नाम चर्चा में हैं. यह चर्चा जारी रहते अभियंता सुहास चव्हाण बिना अनुमति के ही 15 दिन के अवकाश पर चले गए हैं. उनका मोबाइल भी नॉट रिचेबल आ रहा हैं. इस संदर्भ में मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर से संपर्क कर बातचीत की गई तो उनका कहना था कि, सुहास चव्हाण ने उनसे अवकाश की अनुमति मांगी थी लेकिन नामंजूर करने पर वह बिना बोले ही अवकाश पर चले गए हैं. इस कारण उन पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही शहर के जर्जर मकानों को ढहाने का काम भी जारी रहेगा और इसके लिए चव्हाण के स्थान पर दूसरे अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी.
नहीें छोडा जाएगा किसी अधिकारी को
बिना अनुमति के अवकाश पर जाने पर सुहास चव्हाण के खिलाफ निश्चित रुप से कार्रवाई की जाएगी. कोई इस तरह की हरकत करता है तो उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा, साथ ही जर्जर मकानों को ढहाने का काम जारी रहेगा और चव्हाण के स्थान पर दूसरे अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी.
– डॉ. प्रवीण आष्टीकर, आयुक्त मनपा