कचरा जलाने पर अब होगी कार्रवाई
मनपा प्रशासन ने आरंभ किया कचरा जलानेवालों पर दंडात्मक कार्रवाई करने का अभियान
-
सबसे पहले मनपा ने अपनी यंत्रणाओं को मजबूत करना चाहिए
अमरावती/दि.४ – कचरा जलानेवाले के विरोध में दंडात्मक कार्रवाई करने की योजना मनपा ने बनाई है. हालाकि घर से निकलनेवाला कचरा संकलन के लिए ही मनपा की टीम उदासीन नजर आ रही है. इस स्थिति में दिवाली का त्यौहार होने से अनेक लोगों ने घर की साफ-सफाई शुरू की है. घर से निकलनेवाला कचरे को कितने दिन तक इकट्ठा कर रखा जाए ऐसा सवाल उठने से कचरा जलाने को नागरिक प्राथमिकता दे रहे है. लेकिन अब इस पर भी मनपा ने दंडात्मक कार्यवाई करने की योजना बनाई है. लेकिन नागरिको ने मनपा की इस कार्रवाई पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सबसे पहले मनपा ने अपनी यंत्रणाओं को मजबूत करना चाहिए.
कचरा जलाने से वायु प्रदूषण होने से वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. जिसके कारण उसे उचित तरीके से ठिकाने लगाना आवश्यक है. महापालिका ने घर घर से निकलने वाला कचरा संकलन के लिए प्रभागनिहाय ठेका दिया है. हर महिने में ९ से १० लाख रूपये ठेकेदार पर खर्च किए जाते है. ठेकेदार की कचरा इकट्ठा करने की गाडी रोज नहीं आती. जिसके कारण कचरा घर में ही इकट्ठा करने की नौबत नागरिको पर आ गई है. यह कचरा अधिक समय तक रखना असंभव होने से उसे जलाना अथवा नाली में डालना ऐसा लोगों का कहना है. क्योंकि यंत्रणा सक्षम नहीं होने से नागरिक भी परेशान हो गये है. रोज इकट्ठा किया गया कचरे की ओर अनदेखा किए जाने से नाली की साफ-सफाई व रास्ते झाडना इन कामों की ओर भी अनदेखा किया जाता है. कोराना के संक्रमण होने पर भी फवारणी व धुवारणी नहीं की जा रही है. आयुक्त व महापौर ने दिए गये निर्देशों की इस विभाग की ओर से व ठेकेदार की ओर से धज्जिया उडाई जा रही है.
कचरा जलानेवाले के विरोध में दंडात्मक कार्रवाई करके स्वच्छता निरीक्षक व यह विभाग स्वयं की पीठ थपथपाकर भी अपना कर्तव्य भूल गया है. ठेकेदार पर इस विभाग का नियंत्रण नहीं है. उसकी मनमानी शुरू है इस विभाग के अधिकारियों ने उनकी व्यवस्था पर अनदेखा किया है. नागरिको के विरोध में दंडात्मक कार्रवाई करने से पूर्व महापालिका यंत्रणा सक्षम करे. उसके बाद ही कार्रवाई करने का कदम उठाए, ऐसा नागरिको का मत है. अन्यथा ऐसी कार्रवाई के कारण अंसतोष निर्माण उसका गंभीर परिणाम होने की संभावना जताई जा रही है.