महावितरण के खिलाफ प्रहार कार्यकर्ता आक्रमक
बिच्छू टेकडी में रुपए लेने के बाद भी लोगों को नहीं दिये बिजली कनेक्शन
* महानगर प्रमुख बंटी रामटेके ने की एफआईआर दर्ज कराने की मांग
* महिलाओं के साथ कनेक्शन देने की मांग को लेकर बिजली कार्यालय जा धमके
अमरावती/ दि.29 – बिच्छू टेकडी के पीछे ईट भट्टी परिसर में 50 से 60 परिवार पिछले एक वर्ष से बगैर बिजली के ही जीवनयापन कर रहे है. कई लोगों से रुपए लेने के बाद भी बिजली कनेक्शन नहीं दिये गए. महानगर जैसे क्षेत्र में रहने के बाद भी दुर्गम गांवखेडे जैसी जिंदगी जिने के लिए परिसर के लोगों को विवश किया जा रहा है. इसपर प्रहार जनशक्ति पक्ष के कार्यकर्ताओं ने आक्रमक रुप धारण करते हुए परिसर की महिलाओं के साथ महावितरण कार्यालय में घेराव किया. इतना ही नहीं तो महानगर प्रमुख बंटी रामटेके ने परिसरवासियों को वंचित रखने वाले संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर तत्काल बिजली कनेक्शन नहीं दिया जाता है तो, प्रहार स्टाईल में तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी भी दी.
बिजली वितरण कंपनी के अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता को सौंपे ज्ञापन के अनुसार बिच्छू टेकडी ईटभट्टी परिसर के नजूल की जमीन पर 50 से 60 परिवार पिछले एक वर्ष से बगैर बिजली के ही जीवनयापन करने के लिए मजबूर हैं. गरीब परिवार के लोगों ने बिच्छू टेकडी के महावितरण कार्यालय में पिछले छह माह पहले से सभी तरह के दस्तावेज जमा करा दिये. फिर भी उन्हें बिजली से वंचित रखकर महावितरण कंपनी व्दारा अन्याय किया जा रहा है. परिसरवासी कार्यायल के बार-बार चक्कर काटकर अपनी चप्पले घिस रहे है, परंतु हटखोरी करने वाले महावितरण के कर्मचारी परिसरवासियों को अपने अधिकार से वंचित रख रहे हैं. गरीब लोगों के बच्चों को पढाई में काफी दिक्कतें हो रही है, जिसके चलते उनका भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा हैं, ऐसे लापरवाह संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गरीब जनता को बिजली कनेक्शन देकर न्याय दे, ऐसी मांग भी आक्रमक हुए प्रहार के महानगर प्रमुख बंटी रामटेके ने की.
इस समय उनके साथ शहर संगठन प्रमुख श्याम इंगले, जिला सचिव अकबरभाई, संपर्क प्रमुख गोलू पाटील व अन्य कार्यकर्ताओं के साथ अनिता सोमकुंवर, सुलभा तेलमोरे, निता इंगले, पंचशीला जवंजाल, लता भिवडे, कविता घुसूम, साधना गवई, उषा गायकवाड, सरला दुरइया, सतिश दुरइया, ज्योती इंगले, वनिता जवंजाल, विद्या खडसे, सुनंदा इंगले, व्दारका सहारे, रंजना सरोदे, आरती देशमुख, उषा राउत, रेशमा वाकोडे, अलका घोडेश्वार, सुनंदा दामोधरे, ममता बादशे, रिया कुलकनी, ज्योत्सना गवई, रमाबाई जामनिक, रामदास कांबले, माया मेश्राम, रेश्मा मोहोड, शरदा किरनाके, शमशाद परविन, पूजा बोरकर, वर्षा खडसे, अनिल सोमकुंवर आदि परिसरवासी उपस्थित थे.