जिप में तेज हुई शिक्षकों के तबादले की गतिविधि
अमरावती/दि.15– विगत दो वर्षों से प्रलंबित रहनेवाली जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया इस बार गतिमान होती दिखाई दे रही है. जिलांतर्गत व आंतरजिला तबादलों के लिए सरकारी स्तर पर ऑनलाईन प्रणाली विकसित की गई है. जिसके जरिये प्राथमिक शिक्षकों के तबादले हेतु सरकार द्वारा संभावित टाईम टेबल भी घोषित कर दिया गया है. ऐसी जानकारी शिक्षा विभाग के सुत्रों द्वारा दी गई है.
कोविड संक्रमण के खतरे और असर के कम होते ही राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों के तबादले को हरी झंडी दिखाई गई. साथ ही तबादले की प्रक्रिया को पारदर्शक बनाने हेतु नये सिरे से सॉफ्टवेअर विकसित किया गया. जिसकी प्रायोगिक तौर पर जांच बेहद सफल रही है. ऐसे में अब तबादला प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिसके तहत हाल ही में तबादला पोर्टल पर दुर्गम क्षेत्र स्थित शालाओं की सूची प्रकाशित हुई. वहीं 13 से 20 जून तक पोर्टल पर तबादले हेतु पात्र शिक्षकों की जानकारी अपडेट व सबमीट करने, 14 से 24 जून तक शिक्षकों द्वारा शिक्षाधिकारी के पास अपील प्रस्तुत अपील करने, 14 से 26 जून तक शिक्षाधिकारी द्वारा अपील की जांच करने, 14 से 28 जून तक शिक्षकों द्वारा प्रोफाईल का स्वीकार करने व गटशिक्षाधिकारी की अनिवार्य स्वीकृति करने, 29 जून से 1 जुलाई तक शिक्षकों द्वारा सार्वजनिक आक्षेप लेने, 29 जून से 3 जुलाई तथा 4 व 5 जुलाई तक मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा सार्वजनिक आपत्तियों पर सुनवाई करने आदि कामों को समयसारणी अनुसार पूर्ण किया जायेगा. इस टाईम टेबल को देखते हुए कहा जा सकता है कि, जिप के शिक्षा विभाग में अब शिक्षकों के तबादलों की सरगर्मी शुरू हो चुकी है.
* मेलघाट के गांव दुर्गम क्षेत्र में शामिल
जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के तबादले हेतु आदिवासी बहुल मेलघाट में शामिल धारणी व चिखलदरा इन दो तहसीलों के सभी गांवों को दुर्गम क्षेत्र घोषित किया है. ऐसे में तबादले हेतु पात्र रहनेवाले शिक्षकों को अब मेलघाट से गैर आदिवासी व समतल क्षेत्रोें में नियुक्ति मिलने की संभावना है. जिससे दुर्गम क्षेत्र के शिक्षकों द्वारा काफी राहत महसूस की जा रही है, क्योंकि कोविड संक्रमण की वजह से उपजे हालात के चलते विगत दो वर्षों से उनके तबादले अधर में अटके पडे थे.