अमरावतीमुख्य समाचार

मारपीट से नहीं, दम घुटने से हुई थी आदर्श की मौत

पीएम रिपोर्ट से हुआ खुलासा, हत्या का मामला होगा दर्ज

* विद्याभारती छात्रावास के छात्र आदर्श कोंगे की मृत्यु का मामला
* वॉर्डन सहित छात्रावास प्रशासन शक और संदेह के घेरे में
अमरावती/दि.22– विगत बुधवार की रात स्थानीय विलासनगर परिसर स्थित विद्याभारती पिछडावर्गीय छात्रावास में रहनेवाले 12 वर्षीय आदर्श कोंगे नामक छात्र की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी. जिसमें पहले प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर यह माना जा रहा था कि, शायद बुधवार की रात छात्रावास में रहनेवाले विद्यार्थियों के बीच आपसी मारपीट हुई थी. जिसमें गंभीर चोटें लगने की वजह से आदर्श की मौत हुई थी, लेकिन आदर्श के शव का अकोला के सर्वोपचार अस्पताल में पोस्टमार्टम कराये जाने के बाद सामने आयी प्राथमिक रिपोर्ट में पता चला है कि, आदर्श की मौत मारपीट की वजह से नहीं, बल्कि सांस रूकने व दम घुटने की वजह हुई थी और संभवत: किसी ने आदर्श के नाक व मुंह पर चादर, शॉल या तकीये से काफी समय तक दबाव बनाये रखा. जिसके चलते आदर्श का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई. ऐसे में अब सबसे बडा सवाल यह है कि, आखिर आदर्श के साथ ऐसा किसने किया. बहरहाल गाडगेनगर पुलिस ने इसे साफ तौर पर हत्या का मामला मानते हुए भादंवि की धारा 302 के तहत अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बता दें कि, इस मामले में गाडगेनगर पुलिस ने पहले ही छात्रावास के वॉर्डन रवींद्र निखाडे (50, प्रियंका कालोनी) को पूछताछ हेतु अपनी हिरासत में ले रखा है और अब इसी वॉर्डन के खिलाफ सदोष मनुष्य वध का मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चलाई जा रही है.
ज्ञात रहे कि, स्थानीय विलास नगर परिसर में समाजकल्याण विभाग द्वारा पिछडावर्गीय छात्रों के लिए छात्रावास बनाया गया है. जहां पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों, विशेषकर आदिवासी बहुल मेलघाट की चिखलदरा व धारणी तहसीलों के अनेकों पिछडावर्गीय बच्चे रहकर अमरावती की शालाओं में अपनी पढाई-लिखाई करते है. इस छात्रावास के संचालन का जिम्मा विद्याभारती शिक्षा संस्था के पास है और इसी छात्रावास में जिले की चिखलदरा तहसील अंतर्गत आनेवाले जामलीवन गांव का रहनेवाला 12 वर्षीय छात्र आदर्श नितेश कोगे भी रहा करता था. जिस बडे से हॉलनुमा कमरे में आदर्श कोंगे रहता था, उस हॉल में लगभग उसकी ही आयुवाले और भी 25 बच्चे रखे गये थे. आदर्श के पास उसके माता-पिता ने एक एंड्राईड फोन दे रखा था. जिसके जरिये वह अक्सर ही अपने माता-पिता से बातचीत करने के साथ-साथ वॉटसएप पर चैटिंग भी किया करता था. बुधवार की दोपहर 2.51 बजे के आसपास आदर्श कोेंगे ने अपने पिता नितेश कोंगे को वॉटसएप पर मैसेज भेजते हुए लिखा कि, ‘पापा, मुझे मारला.’ संभवत: उसे यह कहना था कि, होस्टल में किसी ने उसके साथ मारपीट की है. दुर्भाग्य से यही मैसेज आदर्श का अंतिम मैसेज रहा. क्योंकि इसके बाद छात्रावास से कडू नामक एक शिक्षक ने आदर्श के पिता नितेश कोंगे को फोन करते हुए आदर्श की तबियत बिगड जाने और उसे इर्विन अस्पताल में भरती कराये जाने की जानकारी दी. जिसके बाद आदर्श के माता-पिता तुरंत दौडते-भागते अमरावती पहुंचे और जब वे इर्विन अस्पताल गये, तो वहां पर उन्हें अपने बेटे आदर्श की बजाय उसका शव दिखाई दिया, जो लगभग लावारिस स्थिति में ही पडा हुआ था. आदर्श के पिता नितेश कोंगे के मुताबिक इर्विन अस्पताल में आदर्श के स्कुल व छात्रावास से संबंधित कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था. ऐसे में उन्होंने अपने बेटे की मौत पर संदेह व्यक्त करते हुए छात्रावास के वॉर्डन सहित विद्याभारती शिक्षा संस्था के संचालक मंडल एवं छात्रावास प्रशासन के खिलाफ अपराध दर्ज करने की मांग की थी. इस समय तक पुलिस उपायुक्त एम. एम. मकानदार, सहायक पुलिस आयुक्त पूनम पाटील, गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के थानेदार आसाराम चोरमले भी मामले की जानकारी मिलते ही इर्विन अस्पताल पहुंच चुके थे और उन्होंने आदर्श कोंगे के शव को पोस्टमार्टम हेतु अकोला स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज में भिजवाने का निर्णय लिया. जहां पर पीडियाट्रिक पोस्टमार्टम की सुविधा उपलब्ध है. अकोला में बालरोग विशेषज्ञों की देखरेख में आदर्श के शव का पोस्टमार्टम किया गया. जिसमें पता चला कि, यद्यपि आदर्श के शरीर पर मारपीट के कुछ निशान है, लेकिन उसकी मौत मारपीट से नहीं हुई, बल्कि किसी ने उसका नाक व मुंह लंबे समय तक दबाये रखा. ऐसे में सांस रूक जाने और दम घुटने की वजह से उसकी जान चली गई.
इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आते ही गाडगेनगर पुलिस ने इस मामले में हत्या का अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस मामले में पुलिस ने पहले ही छात्रावास के वॉर्डन रहनेवाले रवींद्र निखाडे को पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में लिया था और अब रविंद्र निखाडे के खिलाफ ही धारा 302 के तहत सदोष मनुष्य वध का मामला दर्ज किया जा रहा है.
* विधायक राजकुमार पटेल ने गंभीरता से उठाया था मामला
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, चिखलदरा तहसील क्षेत्र से वास्ता रखनेवाले छात्र की मौत के मामले को क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल ने बडी गंभीरता से लिया था और इस घटना को लेकर शहर पुलिस आयुक्त को पत्र सौंपते हुए मामले की सघन जांच किये जाने की मांग उठाई थी. साथ ही विधायक पटेल ने कोंगे परिवार से भी मुलाकात करते हुए उन्हें सांत्वना दी थी और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन भी दिया था.
* छात्रावास के हर कमरे में 50-50 बच्चे
विद्याभारती मागासवर्गीय छात्रावास में 12 वर्षीय छात्र आदर्श कोगे की संदेहास्पद मौत के बाद संबंधित छात्रावास का मुआयना करने पर प्रकाश में आया कि, छात्रावास के हर कमरे मेें 50-50 बच्चे रखे गये है, इनमें से कई बच्चे बीमार भी है. जिले के चिखलदरा व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से यह सभी छात्र है. जिन्हेें नियमानुसार सुविधाएं नहीं मिल रही है. विशेष उल्लेखनीय यह भी है कि, आदर्श कोंगे की मौत के बाद इस छात्रावास को एक तरह से बंद कर दिया गया है और यहां रहनेवाले अधिकांश छात्रों को उनके अभिभावक अमरावती आकर अपने साथ गांव लेकर चले गये है. वहीं जो छात्र इस समय छात्रावास में मौजूद है, पुलिस द्वारा उनके बयान दर्ज किये जा रहे है और छात्रावास परिसर में पुलिस का अच्छा-खासा लाव-लष्कर देखते हुए यहां के छात्रों में एक तरह की दहशत व्याप्त है.

Related Articles

Back to top button