जान पर भारी पड सकता है मिट्टी खाने का व्यसन

महिलाओं में व्यसन का प्रमाण अधिक

* समय पर ध्यान दिए जाने की जरुरत
अमरावती /दि.18– मिट्टी में खेलनेवाले छोटे बच्चों की मिट्टी को लेकर रुचि रहना काफी हद तक स्वाभाविक है. छोटे बच्चों में समझ नहीं रहने के चलते वे किसी भी वस्तू को अपने मुंह में डाल लेते है. परंतु कई लोग बडे हो जाने के बाद भी मिट्टी खाने की आदत को नहीं छोड पाते और बाकायदा अपने पैसों से खरीदकर मिट्टी खाते है. ऐसा करनेवालों में महिलाओं का प्रमाण काफी अधिक होता है. परंतु मिट्टी खाने का यह शौक या व्यसन स्वास्थ के लिहाज से खतरनाक भी साबित हो सकता है. क्योंकि मिट्टी में जितने अच्छे गुणधर्म रहते है, उतने ही प्रमाण में शरीर के लिए अनावश्यक रहनेवाले घटक भी होते है.
उल्लेखनीय है कि, ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी कई स्थानों पर खाने के लिए विशेष तरह की मिट्टी बेची जाती है और महिलाओं में मिट्टी खाने के बढते प्रमाण को देखते हुए इस तरह की मिट्टी की जमकर विक्री होती है. हालांकि ऐसा करना स्वास्थ के लिए काफी हद तक हानिकारक व घातक होता है तथा मद्यपान व तंबाकूजन्य पदार्थों की सेवन तरह मिट्टी का सेवन भी शरीर एवं स्वास्थ को नुकसान पहुंचाता है.

* क्यों होती है मिट्टी खाने की तलब
शरीर में लोह, कैल्शियम व झिंक की कमी रहने के चलते मिट्टी खाने की इच्छा व प्रवृत्ति पैदा होती है.

* 20 रुपए में खानेवाली मिट्टी की पुडियां
भूंजी हुई मुलतानी मिट्टी को खाने हेतु प्रयोग में लाया जाता है और इस तरह की मिट्टी की पुडिया को दुकानों में 20 रुपए के दाम पर बेचा जाता है, ऐसी जानकारी सामने आई है. साथ ही इस तरह की मिट्टी की ऑनलाइन विक्री भी होती है.

* ‘पायका’ से त्रस्त लोग कोयला व चॉक भी खाते है
जो लोग ‘पायका सिंड्रोम’ की बीमारी से त्रस्त होते है, उनमें लोह तत्व एवं कैल्शियम की कमी होती है. जिसके चलते ऐसे लोग मिट्टी के साथ ही कोयला व चॉक भी खाते है, ऐसा स्वास्थ विशेषज्ञों का कहना है.

* मिट्टी खाने के दुष्परिणाम अधिक
अत्याधिक प्रमाण में मिट्टी का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम का प्रमाण काफी अधिक बढ जाता है. जिसका किडनी पर दुष्परिणाम होकर किडनी की कार्यक्षमता कम होने की संभावना अधिक रहती है.

* कैल्शियम एवं लोह तत्व की कमी के चलते कई लोगों में मिट्टी खाने की आदत होती है, परंतु मिट्टी खाने से स्वास्थ पर अनेकों दुष्परिणाम भी होते है और कई बार स्वास्थ खतरे में भी पड सकता है.
– डॉ. प्रीति मोरे, फिजिशियन.

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