अमरावती/प्रतिनिधि दि.१ – स्थानीय जिला परिषद के निर्माण विभाग द्वारा जिले के तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में किये जानेवाले काम अमूमन सुशिक्षित बेरोजगार अभियंता संगठन के लाईसेन्स धारक निर्माण अभियंताओं से ठेका पध्दति पर करवाये जाते है. किंतु निर्माण विभाग द्वारा कुछ कामों का जिम्मा सीधे ग्राम पंचायतों को सौंपे जाने का निर्णय लिया गया. इस बात का विरोध करते हुए दो लाईसेन्सधारक अभियंताओं ने जिला परिषद में जमकर हंगामा मचाया. अभियंताओं द्वारा आरोप लगाया गया कि, इन कामों को लेकर जिप के अतिरिक्त सीईओ ने लाईसेन्सधारक अभियंताओें की योग्यता पर सवालिया निशान लगाने के साथ ही उन्हें धमकाने का भी काम किया है.
इस संदर्भ में मिली विस्तृत जानकारी के मुताबिक जिला परिषद निर्माण विभाग द्बारा जारी आर्थिक वर्ष में अब तक एक भी काम वितरण समिति की सभा नहीं ली गई है. यहीं नहीं तो हमेशा काम वितरण को लेकर टालमटोल जवाब दिया जा रहा है. वर्ष 2020 से मार्च 2021 में 1 लाख रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक के कितने काम मंजूर किये गये, इसका स्पष्टीकरण किया जाए. इसके अलावा कितने काम अभी भी ग्रामपंचायत को व खुली निविदा से दी गई है. इसकी जानकारी दी जाए. निविदा के तहत 179 कार्यों में से कुछ कार्य ग्रामपंचायत को दिये जाने की जानकारी जिप कार्यकारी अभियंता को मौखिक रुप से दी गई है. जिसके तहत आज तक कितनी ग्रामपंचायतों में निविदा शुल्क का भुगतान किया है. इसकी जानकारी दी जाये. इन मुद्दों को महाराष्ट्र राज्य ठेकेदार महासंघ के अभियंताओं ने उठाया था.
इस समय बेरोजगार अभियंताओं ने कहा कि जब तक उन्हें नियमों के अनुसार काम नहीं दिया जाता, तब तक वे बैठकें नहीं होने देंगे. जीआर के अनुसार 33 फीसदी कार्य बेरोजगारों को नहीं दिये जाने से इसका उल्लंघन किया है. इस समय संतप्त अभियंता ने टेबल पर जोर-जोर से हाथ पटका, जिसके बाद अतिरिक्त उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी तुकाराम टेकाडे की भी जुबान फिसल गई और उन्होंने अभियंताओं को औकात में रहने की बात कही. जिसके बाद अभियंताओं ने कक्ष में हंगामा मचाना शुरु कर दिया. इस समय अतिरिक्त उपमुख्यकार्यकारी अधिकारी के विरोध मेंं जमकर नारेबाजी की गई. जिससे जि.प.का माहौल पूरी तरह से गर्मा गया. अभियंताओं का हंगामा होने के बाद पुलिस को भी तुरंत बुलाया गया. पुलिस के पहुंचते ही मामला थोड़ा शांत हुआ. लेकिन इस दौरान भी जि.प. अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी जारी थी.
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वेरिफाय कराने का दिया आश्वासन
उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी ने 179 कार्यों की सूची सभागृह में अभियंता के सामने लाकर वेरिफाय कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद बेरोजगार अभियंताओं ने अपना आंदोलन समाप्त किया.
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37 कार्यों का दिया ठेका
ग्रामपंचायत स्तर पर किेये गये 179 कार्यों में से वेरिफिकेशन करने के बाद 37 कार्यों का ठेका बेरोजगार अभियंताओं को दिया गया.वहीं अन्य बेरोजगार अभियंताओं को वितरीत करने के लिये रखा गया है.
इस आंदोलन में बेरोजगार अभियंता राहुल सांडे, उज्जवल पांडे, अक्षय खापरकर, स्वराज ठाकरे, राहुल माटोडे, सचिन अलसपुरे, प्रवीण अमृतकर, सुयोग खाडे,अंकुश मशीनकर,मोहिन गुलालकरी, पराग सोमानी,स्वप्नील जयस्वाल, अनिकेत पुसदकर, गौरव बावनेर कर, शुभम गिरी, अनिरुध्द फाटे, स्वप्नील तुलसकर, अंकुश लोंदे, सुरज वानखडे, अंकुश मिसनकर, मयुर देशमुख, निशांत धमले, गौरव ढोकने, अक्षय आगलावे, लकी तायडे ने सहभाग लिया.