200 ईंट भट्टे हटाने प्रशासन की कार्रवाई शुरू
आज 40 ईंट भट्टों पर बुलडोजर, 6 तोडे
* विनंती के बाद 20 मई तक दिया समय
* राजस्व, पुलिस तथा मनपा प्रशासन के 200 से 250 अधिकारी व कर्मचारी
* जेसीबी से ईंट भट्टे सहित मजदूरों की झोपडियां की जमींदोज
* सैकडों मजदूर हुए बेघर, कार्रवाई से मची खलबली
अमरावती/दि. 8 – अनेक बार नोटिस देकर शासकीय जगह पर अतिक्रमण कर चलाए जा रहे ईंट भट्टी व्यवसाय को बंद करने और जगह खाली कर देने की हिदायत देने के बावजूद ईंट भट्टे न हटाने पर आज जिलाधिकारी सौरभ कटियार के निर्देश पर राजस्व विभाग, पुलिस प्रशासन व मनपा के अतिक्रमण तोडू दस्ते ने संयुक्त रुप से बडनेरा थाना क्षेत्र में आनेवाले कोंडेश्वर रोड स्थित ईंट भट्टों पर कार्रवाई शुरु कर दी. अचानक शुरु हुई इस कार्रवाई से ईंट भट्टी संचालको में खलबली मच गई. कार्रवाई जारी रहते मिन्नते करने पर यह कार्रवाई 20 मई तक रोक दी गई. लेकिन तब तक 6 ईंट भट्टे नष्ट कर दिए गए थे. साथ ही वहां काम करनेवाले आदिवासी मजदूरों की झोपडीयों को भी तोड दिया था. इस कार्रवाई से ईंट भट्टी संचालकों का लाखो रुपए का नुकसान हो गया. करीबन 200 ईंट भट्ट्या हटाने की कार्रवाई यहां शुरु हो गई थी. आज 40 ईंट भट्टे हटाए जानेवाले थे. इस कार्रवाई के लिए तीनों विभाग के 200 से 250 अधिकारी व कर्मचारियों का दल तैनात किया गया था. घटनास्थल पर सैकडों नागरिकों की भीड जमा हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक कोंडेश्वर रोड पर मौजे बडनेरा, अलियाबाद, वडद, म्हसला, वरुडा में करीबन 200 से अधिक ईंट भट्टे है. यह सभी ईंट भट्टे शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर पिछले 25 से 30 सालो से चलाए जा रहे है. ईंट भट्टी के संचालको द्वारा यह व्यवसाय करने के लिए हर वर्ष जिला प्रशासन के पास रॉयल्टी भरी जाती है और प्रशासन द्वारा यह व्यवसाय करने उन्हें अनुमति दी जाती है. लेकिन अब कोंडेश्वर रोड स्थित अलियाबाद में शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय आनेवाला है. शासन की मंजूरी मिलने के बाद अब इसका निर्माणकार्य भी निधि मिलने से शुरु होनेवाला है. साथ ही शहर से सटकर शासकीय जमीन का अतिक्रमण हटाने और संपूर्ण क्षेत्र को प्रदूषणमुक्त करने के तहत इस मार्ग के सभी ईंट भट्टो को हटाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पिछले एक वर्ष से प्रयास किए जा रहे है. वर्ष 2023 में इस मार्ग के 200 से 250 ईंट भट्टी संचालको को शासकीय जमीन खाली करने की नोटिस दी गई थी. लेकिन व्यवसायियों के अनुरोध पर उन्हें आखिर में 6 माह का समय दिया गया था. इसके बावजूद इन ईंट भट्टी संचालको द्वारा शासकीय जमीन खाली न करने से जिलाधिकारी सौरभ कटियार के निर्देश पर अमरावती के तहसीलदार विजय लोखंडे, नायब तहसीलदार टीना चव्हाण, मंडल अधिकारी संगीता जोगी के नेतृत्व में पटवारी सहित तहसील कार्यालय के 50 अधिकारी व कर्मचारी, मनपा के अतिक्रमण तोडू दल के प्रमुख श्याम चावरे के नेतृत्व में 25 कर्मचारी व तोडू दस्ते के पुलिस जवान के अलावा सहायक पुलिस आयुक्त कैलास पुंडकर, थानेदार पुनित कुलट सहित दो निरीक्षक, पांच सहायक निरीक्षक व उपनिरीक्षक के साथ बडनेरा, राजापेठ, कोतवाली, फ्रेजरपुरा, नांदगांव पेठ और मुख्यालय के 102 कर्मचारी व आरसीपी जवानों का दल आज सुबह 9.30 बजे कोंडेश्वर रोड स्थित मौजा बडनेरा के सर्वे नं. 34 और 35 में स्थित 40 ईंट भट्टो को नष्ट करने के लिए जेसीबी के साथ पहुंच गया. ईंट भट्टो पर पहुंचते ही अधिकारियों के निर्देश पर मनपा के तोडू दस्ते ने जेसीबी की सहायता से पुलिस के तगडे बंदोबस्त में ईंट भट्टो को तोडना शुरु कर दिया. साथ ही इन भट्टो पर काम करनेवाले आदिवासी मजदूरो की झोपडियां भी तोड दी. अचानक कार्रवाई शुरु होते ही ईंट भट्टी संचालको में खलबली मच गई. सभी ईंट भट्टी संचालक घटनास्थल की तरफ दौड पडे. उनका माल काफी रहने से उन्होंने नुकसान से बचने के लिए अधिकारियों से कार्रवाई रोकने का अनुरोध करते हुए जगह खाली करने के लिए कुछ दिनों का समय मांगा. तब प्रशासन ने इन ईंट भट्टी संचालको को 20 मई तक समय देते हुए तब तक कार्रवाई रोक दी है. लेकिन तब तक 6 ईंट भट्टी पूरी तरह नष्ट की जा चुकी थी. जिससे इन ईंट भट्टी संचालको का लाखो रुपए का नुकसान हुआ है. प्रशासन ने सभी संचालको को हिदायत दी है कि, 20 मई तक शासकीय जमीन खाली नहीं की गई तो 21 मई को फिर से कार्रवाई शुरु कर सभी ईंट भट्टो पर बुलडोजर चलाया जाएगा.
* 6 ईंट भट्टो पर चला बुलडोजर
मौजा बडनेरा के कोंडेश्वर रोड स्थित सर्वे नं. 34 और 35 में ईंट भट्टो पर आज कार्रवाई की जा रही थी. कार्रवाई रोकने तक विजय इंगोले, सुधाकर खोब्रागडे, विनोद दातीर, मदन हरणे, कैलास रोतडे और नरेश मदने नामक व्यवसायियों के ईंट भट्टो पर जेसीबी चलाकर उसे नष्ट कर दिया था. इन ईंट भट्टो पर काम करनेवाले मजदूरो की झोपडियां भी पूरी तरह तोड दी गई थी. इस कारण कडी धूप में यह मजदूर बेघर होकर बाहर धूप में अपने बच्चों के साथ निराश होकर बैठे दिखाई दिए.
* विधायक रवि राणा ने रुकवाई कार्रवाई
आज सुबह 9 बजे पुलिस के तगडे बंदोबस्त में जब राजस्व विभाग द्वारा ईंट भट्टो को हटाने की कार्रवाई शुरु की गई तब सभी ईंट भट्टी संचालको में हडकंप मच गया था. 6 माह पूर्व मिली नोटिस के बाद इन संचालको ने विधायक रवि राणा को 6 माह में ईंट भट्टी हटाने का आश्वासन दिया था. तब रवि राणा के अनुरोध पर ही इन सभी ईंट भट्टी संचालको को 6 माह की अवधि दी गई थी. लेकिन उन्होंने बेमौसम बारिश व अन्य कारण बताकर जगह खाली नहीं की. आज जब कार्रवाई शुरु हुई तब फिर से रवि राणा से इन संचालको ने संपर्क किया. पश्चात सुनील राणा ने घटनास्थल पहुंचकर जिलाधिकारी से बातचीत कर इस कार्रवाई को 20 मई तक रुकवा दिया.
* सभी संचालको से प्रतिज्ञापत्र मांगे गए
जिला प्रशासन द्वारा शुरु की गई कार्रवाई को कुछ दिनों के लिए रोकने का अनुरोध करने के बाद 20 मई तक इस कार्रवाई को रोक दिया गया है. पटवारी हेमंत गावंडे, गोपाल लांजेवार, नरेश लोथे, राहुल वानखडे आदि सभी अन्य पटवारियों ने जिलाधीश के निर्देश पर तहसीलदार विजय लोखंडे, नायब तहसीलदार टीना चव्हाण, मंडल अधिकारी संगीता जोगी के मार्गदर्शन में सभी ईंट भट्टी संचालको को नोटिस देकर उनसे शासकीय जमीन खाली करने के लिए हस्ताक्षर लेकर उन्हें 100 रुपए के स्टैम्प पेपर पर कल गुरुवार 9 मई तक प्रतिज्ञापत्र लिखाकर देने की हिदायत दी है.
* 5 थानो के हटाए जाएंगे ईंट भट्टे
राजस्व विभाग ने जानकारी दी कि, अलियाबाद में शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय की इमारत का निर्माणकार्य शुरु होनेवाला है. ऐसे में अलियाबाद के 9/1, वडद के नीजि सर्वे नं. 7, म्हसला के सर्वे नं. 43, वरुडा के सर्वे नं. 14, मौजा बडनेरा के सर्वे नं. 32, 33, 34, 35 और 40 के करीबन 200 से 250 ईंट भट्टे हटाए जाएगे.
* अन्य स्थान पर जमीन देने की मांग
ईंट भट्टी संचालको का कहना था कि, वे पिछले 25 से 30 सालो से शासकीय जमीन पर प्रति वर्ष रॉयल्टी अदा कर अनुमति लेने के बाद अपना व्यवसाय चला रहे है. वे यह शासकीय जमीन खाली करने तैयार है, लेकिन दूरे स्थान पर उन्हें अपना व्यवसाय चलाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जगह देनी चाहिए. इस संबंध में वे जल्द ही एनसीपी (अजीत पवार गट) के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके से मिलनेवाले है.
* घटनास्थल पर पहुंचे नितिन कदम
ईंट भट्टी संचालको द्वारा दी गई जानकारी के बाद समाजसेवी नितिन कदम तत्काल कोंडेश्वर रोड स्थित ईंट भट्टो पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया. पश्चात सभी ईंट भट्टी संचालको से चर्चा कर उनकी व्यथा सुनी. नितिन कदम का कहना था कि, विकास के लिए प्रशासन यदि कार्रवाई करता है तो किसी का इसमें विरोध नहीं है. लेकिन पिछले 25 से 30 सालो से व्यवसाय करनेवाले इन ईंट भट्टी संचालको को पहले अन्य स्थान पर जगह उपलब्ध करवानी चाहिए.
* कार्रवाई में काफी माल हुआ नष्ट
पुलिस बंदोबस्त में राजस्व विभाग के दल ने मनपा के तोडू दस्ते के दल की सहायता से आते ही 6 ईंट भट्टी पर जेसीबी चला दिया. जिससे उनकी कच्ची ईंट, लाल ईंट, खोपडी (इमारत), लकडा, कोयला आदि नष्ट हो गया. साथ ही मजदूरों की झोपडियां भी तोड दी गई. जिससे इन ईंट भट्टी संचालको का लाखो रुपए का नुकसान हो गया. इस कारण इन ईंट भट्टी संचालको में तीव्र रोष व्याप्त था.
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