अमरावती

टेस्टिंग, कंट्रोलिंग व टीकाकरण के लिए प्रशासन तैयार

तीसरी लहर के मद्देनजर हलचलें तेज

  • जिला मुख्यालय में होगी पथक की स्थापना

अमरावती/दि.5 – कोविड संक्रमण की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सावधानी व सतर्कता के तौर पर टेस्टिंग, ट्रिटमेंट व मेगा वैक्सीनेशन के लिए नियोजन तैयार किया गया है. जिस पर जिप मुख्यालय से एक पथक द्वारा नियंत्रण रखा जायेगा.
जिले में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा नियोजन करना शुरू है. वहीं इन दिनों मनपा क्षेत्र में ओमिक्रॉन संक्रमित मरीज पाये जा चुके है. संक्रमण का असर ग्रामीण क्षेत्र तक न पहुंचे, इस बात के मद्देनजर प्रशासन द्वारा तमाम आवश्यक कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत कोविड सदृश्य लक्षण दिखाई देनेवाले नागरिकों की टेस्टिंग करने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है. इसके साथ ही परिस्थिति पर नियंत्रण प्राप्त करने के लिए तमाम आवश्यक व योग्य प्रतिबंधात्मक उपाय किये जा रहे है. साथ ही साथ कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के दोनोें डोज लेने हेतु प्रशासन द्वारा गांव-गांव जाकर जनजागृति की जा रही है. इसके अलावा बंद हो चुके निजी कोविड अस्पतालों को दुबारा शुरू करने के लिए प्रशासन द्वारा संबंधित डॉक्टरों को पत्र भी जारी किया जायेगा. वहीं कोविड केयर मैनेजमेंट सिस्टीम (सीसीएमएस) सॉफ्टवेअर के जरिये कोविड प्रतिबंधात्मक उपाय योजना, उपलब्ध दवाईयों का स्टॉक, खाटों की स्थिति तथा आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जायेगी. इसके साथ ही जिला परिषद मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग के समक्ष कोविड टेस्ट सेंटर को भी शुरू किया जायेगा.

Dr.-Dilip-Ranmalay-amravati-mandal

कोविड संक्रमण की तीसरी लहर का असर ग्रामीण इलाकों तक न पहुंच पाये. इस बात के मद्देनजर स्वास्थ्य प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और टेस्टिंग ट्रिटमेंट व टीकाकरण के साथ ही तमाम आवश्यक प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं का पालन करने को लेकर जरूरी दिशानिर्देश जारी कर दिये गये है. नागरिकों को भी चाहिए कि, वे पूरी तरह से सजग व सतर्क रहकर कोविड प्रतिबंधात्मक दिशानिर्देशों का पालन करे.
– डॉ. दिलीप रणमले
जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिप अमरावती.

जिलाधीश पवनीत कौर द्वारा तिवसा के उपविभागीय अधिकारी डॉ. नितीन व्यवहारे को कोरोना नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है. बता दें कि, कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान तत्कालीन निवासी उपजिलाधीश के तौर पर डॉ. नितीन व्यवहारे ने बेहतरीन कार्य करते हुए नियोजनपूर्ण ढंग से स्थिति को संभाला था. ऐसे में उनके नियोजन कौशल्य व अनुभव को देखते हुए उन्हें कोविड नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया है.

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