बिजली की आंख मिचौली से इर्विन अस्पताल में मरीज सहित प्रशासनिक कर्मचारी परेशान
इसके पहले भी बिजली गुल होने व उचित उपचार न मिलने से वृध्द मरीज की हुई थी मौत
अमरावती/दि.30– बिजली की आंख मिचौली और लाईन के बार-बार आने जाने से आम नागरिकों का परेशान होना लाजिमी है. लेकिन यही हाल सरकारी कार्यालयों खासकर सरकारी अस्पतालों में हो तो यहां काम करने वाले कर्मचारी सहित अस्पताल में भरती मरिजों की जान पर आफत बन आती है. ऐसा ही हाल शनिवार दोपहर 1 बजे के दरमियान जिले के सबसे बडे सरकारी अस्पताल इर्विन अस्पताल में दिखाई दिया. जब चंद मिनटों में ही अस्पताल की बिजली लगभग 8 से 10 बार गुल हुई. जिसके कारण यहां काम करने वाले प्रशासकिय कर्मचारी सहित मरिज भी परेशान होते नजर आए.
बता दें कि शनिवार के दिन कई सरकारी कार्यालयों का अवकाश रहता है. मगर जिले के सबसे बडे अस्पताल कहे जाने वाले इर्विन अस्पताल में रोज की तरह सरकारी काम शुरु रहता है. अस्पताल होने से यहां हर पल एक न एक गंभीर मरिज भरती होता है. मगर ऐसे में बिजली के बार-बार गुल होने से शनिवार को भी कार्य पर तैनात कर्मचारियों पर आफत जैसी बन जाती है. एक तो शनिवार का दिन उपर से जल्द काम निपटाकर घर रवाना होने की गडबड कर्मचारियों को सताती है. मगर ऐसे में अगर एक बार नहीं पुरे 8 से 10 बार लाईन आती जाती रही तो, फिर कर्मचारियों के चेहरे देखने लायक होते है. ऐसा ही कुछ माजरा शनिवार की दोपहर 1 से देढ बजे के दरमियान इर्विन अस्पताल (जिला सामान्य रुग्णालय) में नजर आया. जब इर्विन अस्पताल के विभिन्न विभागों में कर्मचारी काम कर रहे थे. तब यहां की बिजली बार बार आ जा रही थी. जिसके कारण कई कर्मचारी अपना माथा पीटते नजर आए. वही विभिन्न वार्डो में भरती तथा आपात काल में भरती मरिजों को भी बिजली की आंख मिचौली के कारण सही तरीके से उपचार नहीं मिल पा रहा था. जिसके कारण वैद्यकिय कर्मचारी व मरिजों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पडा. जब जिले के एक बडे सरकारी अस्पताल का यह हाल है तो, यहां आने वाली गरीब जनता अपने उचित इलाज के लिए किससे गुहार लगाएगीं. वर्तमान में अभी लोकसभा चुनाव का भूत सभी पर चढा है. ऐसे में नेता हो या कार्यकर्ता सभी चुनाव में लीन है. तो गरीब जनता व बोगस सरकारी यंत्रणा पर किसे भरोसा होगा. सरकारी अस्पताल में गरीब मरिजों को इलाज न होना. बिजली का बार बार गुल होना, इलाज के अभाव में गरीब जनता की मौत होना अब यह जिले के सबसे बडे अस्पताल में आम बात हो गई है. फिर सही उम्मीद किस्से करें? यह बात यहां आने वाले मरिजों व आम जनता के मन में घर कर रही है.
इसके पूर्व हुई थी वृध्द की मौत
बता दें कि पिछले दिनों इर्विन अस्पताल में ही लगभग 5 से 6 घंटे बिजली गुल होने व बिजली गुल होने की समस्या के कारण अस्पताल में भरती एक वृध्द मरीज को उचित इलाज न मिल पाने के कारण उसकी मौत हो गयी थी. जिसके कारण परिजनों व कुछ राजनितिक संगठनों ने इस पर अस्पताल में बवाल खडा किया था. साथ ही अस्पताल के टेक्निशीयन और इंजिनियर पर सदोष मनुष्य वध का अपराध दर्ज करने की मांग भी की थी. उसी तरह शनिवार को भी अस्पताल के विभिन्न वार्डो में मरिजों को समस्या से जुझना पडा था.
समस्या बताने कर्मचारी असमर्थ
बिजली गुल की समस्या को लेकर जब दैनिक अमरावती मंडल ने इर्विन अस्पताल में कार्यरत अलग अलग कर्मचारियों से वजह जाननी चाही तो कोई भी कर्मचारी सही तरह से उत्तर देने में असमर्थ दिखाई दिया. वही इस समस्या को लेकर जिला शल्य चिकित्सक से संपर्क नहीं हो पाया.