अमरावती/ दि. 7-विकास संदर्भ में चर्चा करने के लिए जिला प्रशासन अधिकारी व कर्मचारियों को सतत पहले पदाधिकारियों के कक्ष में चक्कर मारने पडते थे. किंतु अब प्रशासक नियुक्त होने के पश्चात अधिकारियों व कर्मचारियों को बडी राहत मिली है. जिप मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा की 21 मार्च को राज्य शासन द्बारा जिप के प्रशासक पद पर नियुक्ति की गई थी.
जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा ने 21 मार्च से प्रशासक पद की जिम्मेदारी संभाली तब से अधिकारी व कर्मचारी के पदाधिकारियों के कक्ष में चक्कर काटना बंद हुआ. जिप के स्वास्थ्य विभाग में जनप्रतिनिधियों की भीड रहती थी. किंतु अब प्रशासक की नियुक्ति के पश्चात जनप्रतिनिधियों की भी भीड यहां दिखाई नहीं दे रही. सिर्फ अधिकारी और कर्मचारी ही दिखाई दे रहे है.
* पदाधिकारियों के कक्ष सुनसान
जिला परिषद में प्रशासक की नियुक्ति करने के पश्चात पदाधिकारियों के कक्ष सुनसान दिखाई दे रहे है. विशेषत: अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, विषय समितियों के सभापतियों के कक्ष में ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिको व कार्यकर्ताओं की भीड रहती थी. किंतु अब पदाधिकारियों का कार्यकाल समाप्त होने पर इन सभी के कक्षों में वीरानी छाई हुई है.
* बिलो के लिए भागदौड शुरू
मार्च एडिंग के पश्चात अब ठेकेदारों द्बारा कामों के बिलों के लिए जिला परिषद कार्यालय में भागदौड शुरू हो चुकी है. ठेकेदारों के बकाया बिल निकालने के लिए वित्त विभाग में अधिकारी व कर्मचारी भागदौड करते दिखाई दे रहे है. अपने द्बारा किए गये कामों के बिल जल्द मिले. इसके लिए ठेकेदार प्रयास करते दिखाई दे रहे है.