मनपा शालाओं में ‘एडमिशन फुल’
शिक्षा विभाग व शिक्षकों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम
अमरावती/दि.21– किसी समय विद्यार्थियों की कमी की समस्या से जूझनेवाली मनपा शालाओं में इन दिनों प्रवेश मिलना भी कठीन हो गया है और आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 5 वीं व कक्षा 10 वीं हेतु मनपा शालाओं में अपने बच्च्चोें को प्रवेश दिलवाने के लिए अभिभावकों द्वारा काफी दौडधूप की जा रही है, लेकिन मनपा शालाओं में पहले ही एडमिशन फुल रहने के चलते ऐसी तमाम दौडभाग विफल साबित हो रही है. जिससे मनपा शालाओें के लिए ‘अच्छे दिन’ कहा जा सकता है और यह मनपा के शिक्षा विभाग एवं शिक्षकों द्वारा किये गये संयुक्त प्रयासों का परिणाम है.
पता चला है कि, मनपा की भाजीबाजार स्थित हिंदी शाला क्रमांक 11 में कक्षा 5 वीं के प्रवेश पूर्ण हो चुके है. इस शाला में कक्षा 5 वीं की दो कक्षाएं है और प्रत्येक कक्षा में 40-40 विद्यार्थियों की पटसंख्या मंजुर है. यानी यहां पर कक्षा 5 वीं में कुल 80 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा सकता है. जिसकी ऐवज में यहां पर 97 विद्यार्थियों का प्रवेश हुआ है. जिसके चलते यहां पर कक्षा 5 वीं की प्रवेश प्रक्रिया को बंद करने की नौबत आ गई है. क्योेंकि और अधिक प्रवेश देने पर यहां कक्षा 5 वीं की तीसरी टुकडी को खोलना पडेगा. इसी शाला में कक्षा 1 ली के प्रवेश के लिए भी अभिभावकों का अच्छा-खासा रूझान देखा जा रहा है.
कुछ ऐसी ही स्थिति जमील कालोनी स्थित उर्दू माध्यमिक शाला की भी है. इस शाला में सभी कक्षाओं की सभी टुकडियों में क्षमता से अधिक पटसंख्या होने लगी है. यहां पर कक्षा 8 वीं की दो टुकडियां है. जिनमें 92 विद्यार्थी प्रवेशित है. इसी तरह कक्षा 9 वीं की दो टुकडियों में 109 विद्यार्थी है, जो अगले वर्ष कक्षा 10 वीं में पहुचेंगे. वहीं जारी शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 10 वीं में 99 विद्यार्थी है. इसी तरह महानगरपालिका की अन्य उर्दू शालाओं से जमील कालोनी की मनपा शाला में प्रवेश हेतु विद्यार्थियों की भीड बढने लगी है. ऐसे में यहां के मुख्याध्यापक द्वारा अभिभावकों को दूसरी शालाओं का रास्ता दिखाया जा रहा है.
मनपा शालाओं में शैक्षणिक स्तर और सुविधाओं की स्थिति काफी अच्छी है. जिसके चलते ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों को मनपा शालाओं में प्रवेश दिलाने के इच्छुक है. मनपा शालाओें का शैक्षणिक स्तर उंचा उठाने हेतु शिक्षा विभाग सहित मनपा शालाओं के मुख्याध्यापकों व शिक्षकों द्वारा किये गये प्रयासों के चलते यह स्थिति बनी है.
– डॉ. अब्दुल राजीक
शिक्षाधिकारी, अमरावती मनपा