पीजी में प्रवेश कम, फिर भी तासिका शिक्षकों की भर्ती
भुगोल व इलेक्ट्रॉनिक्स में इस बार प्रवेश ही नहीं
अमरावती/दि.28 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ में जारी शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के दौरान पदव्युत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश की ओर विद्यार्थियों ने अपनी पीठ दिखा दी है तथा इस वर्ष भुगोल व एप्लीकेशन इलेक्ट्रॉनिक्स के पीजी प्रथम वर्ष में एक भी प्रवेश नहीं हुआ है. परंतु पीजी प्रवेश होने से पूर्व ही 15 दिन पहले तासिका तत्व पर कई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण किया गया है. ऐसे में अब यह सवाल उपस्थित हो रहा है कि, आखिर विद्यार्थी ही नहीं रहने के बावजूद भी तासिका शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर इतनी उठापठक क्यों की जा रही है.
विद्यार्थियों की तुलना में शिक्षक अधिक रहने पर विद्यापीठ का लचर कामकाज एक तरह से सामने आया है. विद्यापीठ के किस विभाग में कितने प्रवेश हुए है. इसका विचार किए बिना केवल अपने नजदीकी लोगों को भर्ती करने हेतु प्रवेश प्रक्रिया से पहले ही भर्ती की प्रक्रिया निपटा ली गई. सैकडों अंशदायी शिक्षकों पर आज तक जनरल फंड से 7 करोड रुपए से अधिक खर्च हो चुका है. विगत 10 वर्षों से अंशदायी शिक्षकों का अनुदान बंद किया गया है. परंतु विद्यापीठ ने सामान्य निधी की जमकर लूट शुरु रहने का चित्र दिखाई दे रहा है. हिंदी, गणित व सांख्यिकी विभाग में नियमित शिक्षक नहीं है. लेकिन इसके बावजूद भी इन विभागों को चलाने का बेतुका आग्रह क्यों किया जा रहा है. यह समझ से परे है. इसके अलावा सरकार द्बारा अनुदान देने से मना कर दिए जाने के चलते स्थानीय शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था द्बारा तासिका तत्व पर शिक्षकों की भर्ती करना बंद कर दिया गया है. लेकिन विद्यापीठ द्बारा तासिका तत्व पर शिक्षकों की भर्ती के लिए जनरल फंड को खाली किया जा रहा है, ऐसे आरोप शिक्षा क्षेत्र से जुडे लोगोें द्बारा लगाए जा रहे है.
* तासिका तत्व पर शिक्षकों की भर्ती जुलाई माह में ही निपटा ली गई. इस जरिए कितने शिक्षकों की नियुक्ति हुई, यह फिलहाल बताया नहीं जा सकता. परंतु यह भर्ती जरुरत के अनुसार की गई है. यह निश्चित है.
– डॉ. तुषार देशमुख,
कुल सचिव,
संगाबा अमरावती विवि