प्रतिनिधि/दि.२८
चंद्रपुर– राज्य सरकार की ओर से विद्यार्थियों को दिए जानेवाली छात्रवृत्ति नहीं दी गई. जिसमें शिक्षण संस्थाएं आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए उन विद्यार्थियों के प्रवेश रद्द न करें. विद्यार्थियों को आवश्यक प्रमाणपत्र व दस्तावेज तुरंत उपलब्ध करवाए, ऐसे आदेश १०वीं के पश्चात शिक्षा देनेवाले सभी शैक्षणिक संस्थाओं को दिए गये.राज्य के बहुजन कल्याणमंत्री विजय वडेट्टीवार ने यह जानकारी दी.
राज्य के मंत्री वडेट्टीवार ने कहा कि पिछड़ावर्ग बहुजन कल्याण विभाग की ओर से इस संदर्भ में शासन निर्णय भी घोषित किया है. जिससे विद्यार्थियों को राहत मिली है. मार्च २०२० से विश्वभर में कोरोना महामारी ने जनजीवन ठप्प कर रखा है. राज्य के भी उद्योग धंधे बंद होने की वजह से सरकार के राजस्व में भी कमी आयी है. उत्पादन के स्त्रोत ठप्प हो जाने की वजह से राज्य सरकार द्वारा इन विद्यार्थियों को २०१९-२० शैक्षणिक सत्र के लिए छात्रवृत्ति की रकम नहीं दी गई.
पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिलने की वजह से उनका शैक्षणिक नुकसान न हो जिसमें यह निर्णय लिया गया है. छात्रवृत्ति नहीं मिलने की वजह से राज्य की कुछ शैक्षणिक संस्थाओं में विद्यार्थियों के आगामी प्रवेश पर रोक लगा दी थी. इतना ही नहीं संस्थाएं उन्हें स्कूल छोडऩे का दाखिला भी नहीं दे रही थी. यह सब राज्य के बहुजन समाज कल्याण मंत्री विजय वडेट्टीवार के निदर्शन में आया. इस पर तुरंत उन्होंने पिछड़ा वर्ग बहुजन कल्याण विभाग के मार्फत शासन निर्णय घोषित करवाया. जिसमें राज्य की संस्थाओं को विद्यार्थियों के प्रवेश रद्द न करें,ऐसे निर्देश दिए गये. शासन द्वारा लिए गये इस निर्णय से विद्यार्थियों को खासी राहत मिली है.