अमरावती

डॉक्टरी में प्रवेश व मनपा में नौकरी के नाम पर डेढ करोड की जालसाजी

डॉक्टर पिता को लगा 1.33 करोड का चूना

बेटे की नौकरी के लिए बुजुर्ग को 65 हजार का झांसा
अमरावती/दि.18- एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने तथा महानगरपालिका में नौकरी लगवाने के नाम पर दो अलग-अलग घटनाओं मेें दो पिताओं के साथ करीब डेढ करोड रुपयों की ठगबाजी व धोखाधडी किए जाने के दो मामले सामने आए है. जिसे लेकर संंबंधित पुलिस थानों में शिकायत दर्ज करवाई गई है और दोनों मामलों की जांच चल रही है.
स्थानीय गाडगे नगर परिसर अंतर्गत तारांगण नगर निवासी डॉ. जयप्रकाश बनकर अपने बेटे संदीपान बनकर को एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाना चाहते थे. इस बात की जानकारी मिलते ही इन दिनों रायगढ में रहनेवाले रोहन मधुकर भेंडे (करजगांव, तह. चांदूर बाजार) ने एक महिला के जरिए डॉ. बनकर से संपर्क किया और नागपुर स्थित लता मंगेशकर मेडिकल कॉलेज में अपनी अच्छी जानपहचान रहने की बात कहते हुए, उनके बेटे को इंस्टिट्यूशनल कोटे से एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश दिलाने के लिए बात कहते हुए, इस पर होने वाले खर्च की जानकारी भी दी. पश्चात कैम्प परिसर में एनएसीसी कैंटिन के पास स्थित बिल्डिंग में रहनेवाली महिला के घर अलग-अलग समय पर डॉ. बनकर ने रोहन भेंडे को कुल 1 करोड 33 लाख 50 हजार रुपए दिए. परंतु इतनी रकम देने के बावजूद समय निकल जाने पर भी डॉ. बनकर के बेटे संदीपान बनकर की लता मंगेशकर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं हुई तो उन्होंने रोहन भेंडे से अपने पैसे वापिस लौटाने की बात कही. जिस पर रोहन भेंडे ने उन्हें धमकीभरा वीडियो भेजकर समाज में उनकी बदनामी करने की धमकी दी. इसके बावजूद डॉ. बनकर व्दारा बार-बार तगादा लगाए जाने के चलते रोहन भेंडे ने उन्हें दो पोस्ट डेटेड धनादेश दिए. जिसे डिपॉजिट करने पर पहली बार पता चला कि, एक धनादेश पर दस्तखत गलत है और दूसरी बार पता चला कि संबंधित बैंक खाते में पर्याप्त रकम नहीं है. डॉ. बनकर व्दारा यह बात रोहन भेंडे व मध्यस्थ महिला को बताए जाने पर उन्हें दोबारा धमकी भरा वीडियो भेजा गया. जिसके बाद डॉ. बनकर ने रोहन भेेंडे व कैम्प परिसर निवासी मध्यस्थ महिला के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई.
वहीं दूसरी ओर फ्रेजरपुरा पुलिस थाना अंतर्गत आदर्श नेहरु नगर निवासी ब्रह्मानंद दादाराव भटकर (52) से रावसाहब वाहने व किशोर भाटी ने उनके दो बेटों व भानजे को अमरावती मनपा में ठेका तत्व पर लिपिक की नौकरी लगाकर देने की बात कही और दो बेटों की नौकरी के लिए 40 हजार रुपए व भानजे की नौकरी के लिए 25 हजार रुपए की मांग की. साथ ही इस व्यवहार व बातचीत पर विश्वास रखने हेतु रकम के लेन-देन वाले व्यवहार की रिकॉडिंंग करने की बात भी आरोपियों व्दारा की गई. जिसके चलते ब्रह्मानंद भटकर का आरोपियों पर पूरा भरोसा हो गया. रकम दिए जाने के बाद जुलाई-अगस्त माह के दौरान तीनों युवकों को नौकरी पर रखने की बात कही गई. परंतु 1 साल बीत जाने के बावजूद भी इसे लेकर टालमटौल चलती रही. जिसके चलते ब्रह्मानंद भटकर ने दोनों आरोपियों को पुलिस थाने में शिकायत करने की धमकी दी. तो रावसाहब वाहने ने भटकर को 65 हजार रुपए का धनादेश दिया. परंतु वह गलत निकला और बाउंस हो गया. इसके बाद दूसरा चेक दिए जाने पर वाहने को बैंक खातें में उतनी रकम ही नहीं थी. जिसके बाद वाहने व्दारा आज या कल में पैसा लौटाने की बात कहते हुए टालमटौल करनी शुरु की. जिससे तंग आकर ब्रह्मानंद भटकर ने विगत 16 मार्च को फ्रेजरपुरा पुलिस थाने पहुंंचकर शिकायत दर्ज करवाई.

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