आगामी सत्र से छह वर्ष बाद ही पहली में प्रवेश
शिक्षण संचालनालय के शिक्षा विभाग को निर्देश
अमरावती/दि. 18– नए शैक्षणिक सत्र में वर्ष 2024-25 की प्रवेश प्रक्रिया जल्द शुरू होनेवाली है. इस निमित्त कक्षा पहली में प्रवेश लेने के लिए कम से कम छह वर्ष पूर्ण होना आवश्यक है. इस पृष्ठभूमि पर राज्य के शालेय शिक्षण संचौलनालय ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए है. इस कारण अब पहली में प्रवेश लेनेवाले विद्यार्थियों की आयु 6 वर्ष पूर्ण रही तो ही प्रवेश मिलने वाला है.
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यो को पत्र भेजकर नई राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति के मुताबिक सख्ती के शिक्षण के अधिकार कानून के तहत पहली के विद्यार्थियों की आयु कम से कम 6 वर्ष रहे यह देखने की सूचना दी गई है.
* नए शैक्षणिक सत्र से अमल
शैक्षणिक वर्ष 2024-25 सत्र से 6 वर्ष से अधिक आयु के बालको को ही पहली कक्षा में प्रवेश देने की सूचना प्राथमिक शिक्षण संचालनालय ने दी है.
* बालको को मिलेगी बचपन की खुशी
शासन के निर्णय के कारण अब 6 वर्ष से कम आयु के विद्यार्थियों को शाला में प्रवेश नहीं मिलेगा. इसके पूर्व निजी शाला में ऐसा प्रवेश दिया जाता था.
* मस्तिष्क का विकास होना चाहिए
6 वर्ष तक बालको का मस्तिष्क पूरी तरह विकसित हुआ नहीं रहता. इस कारण कोई विपरित घटना घटित हुई तो उसकी मानसिकता पर विपरित परिणाम होता है. इसके लिए उन्हें घर पर ही हसते-खेलते वातावरण में 6 साल तक रखा जाए.
– डॉ. अमोल गुल्हाने, मानसोपचार तज्ञ
* जिले में हो रहा अमल
6 साल बाद के बालको को पहली कक्षा में प्रवेश देने की सूचना प्राथमिक शिक्षण संचालनालय ने दी है. इस पर अमल जिले में किया जा रहा है.
– बुद्धभूषण सोनवणे, शिक्षणाधिकारी (प्राथमिक)