अमरावतीमुख्य समाचार

नई तकनीक अपनाओ, देसी गायों का दूध बढ़ाओ, किसानों का जीवन बचाओ

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की उपयोगी सलाह

* गोकुलम गौरक्षण में अत्याधुनिक गौ अस्पताल का भव्य लोकार्पण
* बारिश के बावजूद पहुंचे हजारों गौ प्रेमी, अनेक का सत्कार
अमरावती/दि.28- देसी गाय की नस्ल का आधुनिक तकनीक, उपलब्ध हो रहे नित नए साधनों से दूध उत्पादन बढ़ाकर क्षेत्र की अर्थ व्यवस्था बदलने का आवाहन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया. उन्होंने किया कि देसी गाय के दूध से छांछ, श्रीखंड. आइस्क्रीम का निर्यात योग्य उत्पादन किया जा सकता है. निश्चित ही इससे गायों के प्रति लोगों का दृष्टिकोण बदलेगा. लोग गौ पालन के लिए उद्यत होंगे. गडकरी आज दोपहर नांदुरा बु. स्थित गोकुलम गौरक्षण संस्था में प्रदेश के पहले गौ सुपरस्पेशालिटी अस्पताल, पशु रुग्णवाहिका और कबूतर खाना का लोकार्पण कर रहे थे. मंच पर राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे, विधायक प्रवीण पोटे पाटील, राज्य गौसेवा आयोग के शेखर मूंंधडा, गोकुलम के संस्थापक, संचालक डॉ. हेमंत मुरके, डॉ. करुणा मुरके, विनय बोथरा, मुंबई के दानवीर गौसेवक गिरीशभाई शाह, भरतभाई मेहता और अन्य की गरिमापूर्ण उपस्थिति रही.
* प्रत्येक गाय से रोज 15-20 लीटर
गडकरी ने कहा कि अमूल और मदर डेयरी का उत्पादन 1 लाख करोड़ रुपए का हो चला है. अमूल ने गुजरात की कृषि आधारित अर्थ व्यवस्था संभाल रखी है. हमें भी गायों से दूध का उत्पादन बढ़ाना होगा. ब्राजील ने 1952 में हमारी गीर देसी गायों की नस्ल बढ़ाकर 50-60 लीटर दूध उत्पादन देने वाली गायें बढ़ाई है. हमारे यहां भी 15-20 लीटर रोजाना दूध उत्पादन एक-एक गाय से हो सकता है. इसके लिए कृत्रिम रेचन और सीमन की आधुनिक तकनीक का उपयोग करना होगा. सीमन ट्रांसफर से काफी कुछ बदलाव आ सकता है.
* बूटीबोरी में मदर डेयरी का प्रकल्प
गडकरी ने बताया कि कोल्हापुर में 55 लाख, सांगली में 40-45 लाख लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादन हो रहा है. जबकि विदर्भ के 11 जिले मिलकर भी 25-30 लाख लीटर उत्पादन पार नहीं कर पा रहे. यह उत्पादन बढ़ाना होगा. उन्होंने मदर डेयरी का बूटीबोरी में 450 करोड़ का प्रकल्प मंजूर किया है. पूरे विदर्भ से दूध कलेक्शन का प्रयत्न होगा. रोज 40 लाख लीटर का लक्ष्य रखा गया है. फिर इसे गुणात्मक रुप से बढ़ाया जाएगा. कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देने गायों का दूध उत्पादन बढ़ना आवश्यक है. गडकरी ने कई आंकड़े और उदाहरण देकर देश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि और क्षेत्र की 12 प्रतिशत के योगदान को 20 प्रतिशत से अधिक करने का लक्ष्य रहने की बात कही. तभी किसान आत्महत्या रुकेगी.
* गोबर से पेंट बनाने और अन्य सुझाव
गडकरी ने गोकुलम की व्यवस्था और सुविधाओं की जी भरकर प्रशंसा की. इसके लिए डॉ. मुरके और विनय बोथरा को बधाई व अभिनंदन का पात्र बताया. उन्होंने गोमूत्र और गोबर से बायो उत्पाद बनाने की सलाह दी. गोबर से पेंट बनाने और इसका स्वयं उपयोग करने का दावा कर कहा कि उनके घर में गोबर से बने पेंट का उपयोग उन्होंने किया है. बड़ी कंपनी के पेंट से 9 फीचर इसमें अधिक है. साथ ही चारे की समस्या हल करने नेपीयर ग्रास का उत्पादन करने फार्मल प्रोड्युस कंपनी बनाने का सुझाव दिया. वर्धा में ऐसी कंपनी स्थापित कर चारे को बारह महीने स्टोर करने की सुविधा बनाने की जानकारी दी. इससे हरा चारा केवल 5-6 रुपए किलो हो गया है. साइलेज भी 6 रुपए किलो तक उपलब्ध होगा. उन्होंने किसानों के साथ अनुबंध कर खेती से प्रति वर्ष बड़ी मात्रा में सब्जियां उगाने और 22 कंटेनर कनाडा, अमेरिका भेजने का दावा किया. यह सब्जियां बारह महीने खराब नहीं होती. गोबर और गोमूत्र से जीवामृत बनाने की सलाह भी केंद्रीय मंत्री ने दी.
* देश का एकमात्र स्पेशालिटी अस्पताल
डॉ.हेमंत मुरके ने संस्था के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि यहां का गौ अस्पताल देश का एकमात्र सुपर स्पेशालिटी अस्पताल है, जहां नामी पशु चिकित्सक निःशुल्क और सहर्ष अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जल्द ही पंचगव्य चिकित्सालय बनाने का भी मानस डॉ. मुरके ने व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि सभी प्रकार के पशुओं की चिकित्सा यहां हो रही है. उसी प्रकार पशु एंबूलेंस की सुविधा होने से अब परिसर के किसी भी क्षेत्र से सूचना आते ही उसका प्रथमोपचार कर उसे एंबूलेंस से अस्पताल लाने का प्रयास होगा. उन्होंने दानदाताओं का गौरवपूर्ण उल्लेख किया. जिससे गोकुलम में गाय, बछड़ों की सेवा हो रही है.
सुंदर संचालन पं. देवदत्त शर्मा ने किया. आभार प्रदर्शन डॉ. करुणा मुरके ने किया. विनय बोथरा ने भी विचार रखे और गोकुलम परिसर में काँक्रिट की सड़क शासकीय फंड से बनवा देने का अनुरोध किया. इस समय सांसद डॉ. अनिल बोंडे, डॉ. भक्ति मुरके, रामेश्वरभाई गग्गड़, डॉ. करुणा मुरके, पंकज साहू, विधायक प्रवीण पोटे पाटील, अनिल नरेडी, रवींद्र खांडेकर, नवीन चोरडिया, देवेनबाबू अग्रवाल फर्निचरवाले, राजेंद्र बुच्चा, सुदर्शन गांग, संगीता शिंदे, विनोद कलंत्री, रमेश मुरके, प्रकाश तारेकर, एड. प्रशांत देशपांडे, जयंत डेहनकर, विजय मोहता, एमआइडीसी असो. अध्यक्ष किरण पातुरकर, सुभाष राठी, प्रा. दीपक कटारिया, वरुण मालू, प्रा. अशोक मूंदडा, डॉ. वेदांत मुरके, विहिप के विजय शर्मा, वसा के शुभम सायंके, संघ के जिला संचालक अनिल सरोदे, डॉ. वसुधा बोंडे, मुकेशभाई गगलानी, रोहित गाला, अनिल वर्मा, अभिराम देशपांडे. नंदकिशोर कलंत्री, नांदेड़ के संजय भंडारी, डॉ. राधेश्याम बहादूरे, शैलेश जाजू, पवन गट्टानी, राजीव महेंद्र, नितिन राऊत, अमोल कथलकर, विनायकराव गाडवे, राजेंद्र गाडवे, चंदू कडू, सुजोत जैन, योगेश अजमिरे, सतीश गुल्हाने, सतवंत सिंह अंदरेले, जयसिंग महाराज, एम.आर. राठोड, कविता मंत्री, आरती काबरा, डॉ. माधुरी मुरके, डॉ. सृष्टी मंत्री, डॉ. रजनीश मुरके, सुषमा बोथरा, मंगला शेरेकर, तायडे ताई, मगर ताई, परेशभाई शाह, चेतन कोटेचा, चेतन लोटिया सहित बड़ी संख्या में अमरावती और पास पड़ोस से नगरों-शहरों से गौ सेवी उपस्थित थे.
– झलकियां –
* समारोह स्थल पर बड़ी सुंदर व्यवस्था रही. बारिश के बावजूद मेहमानों को असुविधा न होने देने का विशेष ध्यान रखा गया था.
* गडकरी जी को देखने, मिलने, उन्हें निवेदन देने वालों का तांता लगा. किन्तु आयोजकों को इस पर अंकुश लगाना पड़ा.
* पंडाल में गडकरीजी के पहुंचते ही पूरा सभागार खड़ा हो गया था और भारत माता की जय, गौमाता के जयकारे लगाए गए.
* मुंबई के दानशुर शाह, मेहता और अन्य ने गोकुलम को गडकरी जी के हस्ते ब्लैंक चेक प्रदान किया.
* डॉ. मुरके और बोथरा के हस्ते चांदी की गाय और सुंदर सिल्क की दुशाला से केंद्रीय मंत्री गडकरी का आदर सत्कार किया गया. पूरे सभागार ने स्टेंडिंग अवेशन देकर सत्कार में सहभागिता दर्शाई.
* कार्यक्रम निमित्त अनेक गौ प्रेमी सहपरिवार पधारे थे. उन्होंने एक पंथ दो काज करते हुए अनेक गायों को गूड़, सरकी, ढेप, रोटी हाथों से खिलाई. महिला वर्ग ने चाव से 25 एकड़ में फैले गोकुलम की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया.
* कांग्रेस विधायक यशोमती ठाकुर ने गोकुलम को 20 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा इस समय की.
* केंद्रीय मंत्री गडकरी के लगभग आधे घंटे के संबोधन को सभागार ने चाव से सुना. उनकी अनेक बातों और घोषणाओं पर कई बार तालियां बजाई गई.
* महेश गट्टानी की कल्पना से एसआइपी प्रपत्र अभिनंदन बैंक के अध्यक्ष एड. विजय बोथरा और सुदर्शन गांग को सौंपे गए.

Related Articles

Back to top button