धामणगांव में लगातार दूसरी बार अडसड की विजय
परंपरागत प्रतिद्वंदी प्रा. जगताप को दी मात
* क्षेत्र में नया ट्रेंड
* आरंभ से ली थी लीड
धामणगांव रेलवे/दि. 23-(दोपहर 4.30 बजे)- विधानसभा चुनाव में धामणगांव क्षेत्र ने आज अपना ही हर बार का ट्रेंड तोडकर भाजपा एवं महायुति के प्रताप अरुण अडसड को लगातार दूसरी बार भारी वोटों से विजयी कर विधानसभा भेजा. अडसड ने अपने परंपरागत प्रतिद्वंदी और कांग्रेस उम्मीदवार प्रा. वीरेंद्र जगताप को 15950 वोटों से मात दी. तीसरे नंबर पर वंचित बहुजन आघाडी के युवा उम्मीदवार डॉ. नीलेश विश्वकर्मा रहे. जिन्होंने काफी मत प्राप्त किए. धामणगांव में चुनाव का नतीजा कमोबेश पिछले 2019 के समान रहा. किंतु इसी क्षेत्र में अडसड की विजय के बाद राज्य में पार्टी की सत्ता नहीं आने का ट्रेंड भी इस बार टूट गया. प्रदेश में महायुति सरकार पुन: स्थापित होने जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, धामणगांव विधानसभा क्षेत्र में तीन तहसीले चांदुर रेलवे, धामणगांव और नांदगांव खंडेश्वर का समावेश है. इस बार यहां 24 उम्मीदवार विधानसभा पहुंचने के लिए मैदान उतरे थे. किंतु मुकाबला अपेक्षा के अनुसार उपरोक्त तीनों प्रमुख प्रत्याशियों प्रताप अडसड, प्रा. वीरेंद्र जगताप एवं डॉ. विश्वकर्मा में हुआ. जिसमें अडसड ने बाजी मारकर इस क्षेत्र का प्रत्येक बार विधायक बदलने का रिवाज भी पलट दिया. जबकि धामणगांव के इतिहास में एक बार कांग्रेस तो अगली बार बीजेपी की विजय का रुझान रहा है.
पहले राऊंड से ही प्रताप अडसड ने अपने प्रतिद्वंदी पर बढत बना ली थी. जो अंत तक कायम रही. अडसड को प्रत्येक राऊंड में अपने दोनों प्रतिस्पर्धियों से काफी अधिक वोट मिलते रहे. जिससे बीजेपी और महायुति के समर्थकों की खुशी का पारावार न रहा. दोपहर 12 बजे के बाद जब 15 राऊंड से अधिक वोटों की गणना हो गई थी तो निर्णायक बढत के साथ अडसड समर्थकों ने जश्न बनाना शुरु कर दिया. 21 वें राऊंड के बाद प्रताप अडसड 86726 वोटों के साथ कांग्रेस के वीरेंद्र जगताप से 13318 वोट लेकर आगे थे. जगताप को 73408 वोट प्राप्त हुए थे. बता दे कि, धामणगांव की वोटों की गणना चांदुर रेलवे में आईटीआई में की गई. वहां बडा सुरक्षा बंदोबस्त एसपी विशाल आनंद ने लगाया था.
* लगातार दूसरी बार दी मात
कांग्रेस में धामणगांव रेलवे सीट के लिए प्रा. जगताप के अलावा किसी अन्य इच्छुक ने आवेदन भी नहीं किया था. जिससे पार्टी ने प्रा. जगताप को प्रत्याशी घोषित किया. जगताप ने लगातार पांचवां चुनाव लडा. वे दो बार अरुण अडसड को परास्त कर चुके थे. अडसड ने भी प्रा. जगताप को एक बार मात दी थी. किंतु पिछले इलेक्शन में प्रताप अडसड ने अपने पिता की 2014 की पराजय का बदला ले लिया था. इस बार प्रा. जगताप और अडसड व डॉ. विश्वकर्मा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हुआ. प्रताप अडसड ने जगताप को भारी अंतर से परास्त कर दूसरी बार मात दी. उल्लेखनीय है कि, धामणगांव और चांदुर रेलवे की फसल मंडी व सहकारी समितियों पर कांग्रेस का वर्चस्व रहा है. बावजूद इसके विधानसभा के रण में भाजपा से कांग्रेस एक बार फिर गच्चा खा गई.
यहां उल्लेखनीय है कि, लोकसभा चुनाव में भी प्रताप अडसड ने अपने क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी रामदास तडस को बढत दिलाई थी. हालांकि तडस वर्धा लोकसभा सीट से चुनावी जीत दर्ज नहीं कर सकें. राकांपा के अमर काले ने पहलवान तडस को तीसरी बार लोकसभा नहीं पहुंचने दिया. किंतु लोकसभा की बढत विधानसभा में बढाते हुए प्रताप अडसड ने जोरदार विजय हासिल कर मंत्री पद की ओर कदम बढा दिए है, ऐसा धामणगांव विधानसभा क्षेत्र में कहा जा रहा है.
* 16 फेेरियां घोषित
धामणगांव की चुनाव निर्णय अधिकारी ने शाम 5 बजे अमरावती मंडल से बातचीत में स्पष्ट किया कि, अभी तक अधिकृत रुप से 16 फेरियों की मतगणना घोषित की गई है. उसके अनुसार प्रताप अडसड को 15951 वोटों की बढत रही.
* 6 जेसीबी से उडाए फूल
प्रताप अडसड समर्थकों ने जीत का जश्न जोरदार अंदाज में मनाया. चांदुर रेलवे में उनकी विजय रैली ऐसी निकाली गई की हर कोई देखते रह गया. आधा दर्जन जेसीबी लाकर उससे फूलों की वर्षा अडसड पर की गई. समाचार लिखे जाने तक गुलाल उडाते हुए समर्थक जश्न में डूबे थे.