एड. डॉ. रवींद्र मराठे को विधि विभाग की आचार्य पदवी
अमरावती/दि.5 – संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ ने बुलढाणा जिला ग्राहक शिकायत निवारण आयोग के अध्यक्ष एड. डॉ. रवींद्र ज्योति उल्हास मराठे को उनके द्वारा मानव विज्ञान शाखा के विधि विभाग में प्रस्तुत किये गये शोध प्रबंध का स्वीकार करते हुए उन्हें आचार्य पदवी प्रदान करने की घोषणा की है.
डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय के आचार्य विभाग मार्फत एड. डॉ. रवींद्र मराठे द्वारा प्रस्तुत किये गये विधि विभाग के शोध प्रबंध हेतु प्राचार्य डॉ. प्रकाश दाभाडे ने मार्गदर्शन किया. साथ ही उन्हें डॉ. पंजाबराव देशमुख विधि महाविद्यालय की प्राचार्य व संशोधन केंद्र प्रमुख डॉ. वर्षा देशमुख एवं समन्वयक डॉ. प्रणय मालवीय, डॉ. राजेश पाटिल, डॉ. भाग्यश्री देशपांडे, डॉ. इंगोले, डॉ. लोखंडे व डॉ. काले का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिला. एड. डॉ. रवींद्र मराठे द्वारा”Critical analysis of health care system in india with the help of judicial decisions with special reference to protection of rigth to health in covid-19 scenario’ {विषय पर शोध प्रबंध प्रस्तुत किया गया. जिसके लिए प्राचार्य डॉ. अनंत मराठे, डॉ. मोना चिमोटे, डॉ. नितिन कोली, विवि के विधि विभाग प्रमुख डॉ. विजय चौबे, डॉ. विलास नांदुरकर, डॉ. बी. आर. वाघमारे, डॉ. नारखेडे, डॉ. किशोर फुले व डॉ. स्मिता साठे ने सहयोग किया.
बता दें कि, विधि क्षेत्र में कार्यरत रहने वाले एड. डॉ. रवींद्र मराठे ने इससे पहले वाणिज्य विभाग से डॉक्टरेट की पदवी हासिल की थी. वहीं अब उन्होंने विधि विभाग से एक और आचार्य पदवी प्राप्त की है. जिसके लिए उनका सर्वत्र अभिनंदन हो रहा है.