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मेलघाट में साहसी टूरिज्म विकास, स्काय साइकिल और जायरो राइड

वन और पर्यटन विभाग ने शासन को भेजा प्लान

कलेक्टर सौरभ कटियार का मेलघाट में पर्यटन को बढाने मेगा प्लान

अमरावती/दि.22– मेलघाट बाघ परियोजना के स्वर्ण जयंती वर्ष में वहां साहसी पर्यटन को प्रोसाहन देने के लिए स्काय साइकलिंग, मानव जायरो राइड, दीवार फांदना, रैपलिंग और अन्य साहसी खेलों की गतिविधियां बफर जोन में बढाने का प्लान पर्यटन तथा वन महकमे ने मिलकर बनाया है. जिसमें चिखलदरा और धारणी के विविध स्थानों पर उपरोक्त उपक्रम स्थापित किए जाएंगे. सूत्रों के अनुसार अपनी प्राकृतिक सुंदरता तथा पहाडी क्षेत्र के लिए देशभर में जाने जाते मेलघाट बाघ प्रकल्प की तरफ सैलानियों को आकृष्ट करने 22 करोड रुपए का बडा प्लान बनाया गया है. अमरावती मंडल से आज दोपहर बात करते हुए जिलाधीश सौरभ कटियार ने बताया कि, योजना का प्रारुप स्वीकृति के लिए राज्य शासन को भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरु होगा.

* साहसी पर्यटन का बडा स्कोप
सौरभ कटियार ने बताया कि, मेलघाट के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह यह योजना बनाई है. यहां साहसी पर्यटन को बढावा देने की व्यापक क्षमता है. इससे क्षेत्र में अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा. कटियार ने कहा कि, अन्य विभागों को भी इस योजना में जोडा जाएगा और राज्य सरकार से फंड लाने वें सतत फालोअप लेंगे.

* तीन करोड का खर्च
योजना को क्रियान्वित करने जिला नियोजन समिति से तीन करोड का फंड पहले ही लिया जा चुका है. उपवनसंरक्षक यशवंत बहाले ने बताया कि, इस राशि से 15 उंचे मचान, जिपलाइन, मानव जायरो, बंगी इजेक्शन, पैडल साइकिल, दीवार फांदना और 8 स्वीस टेंट एवं 10 लोगों की क्षमता वाली डार्मिटरी का निर्माण किया जा रहा है.

* पोपटखेड, कुंभी बल्ला में 4-4 मचान
वन अधिकारियों ने बताया कि, 15 मचान कुंभी बल्ला में 4, हरिसाल में 3, पोपटखेड में और लाँग पॉइंट में 4-4 मचान स्थापित किए जाएंगे. सैलानी ऑनलाइन रुप से रात्री ठहरने और जंगल एवं वन्य जनजीवन का लुत्फ लेने मचान की बुकिंग करवा सकेंगे.

* आमझरी पर्यटन संकुल में सुविधाएं
चिखलदरा से 5 किमी दूर आमझरी पर्यटन संकुल में साहसी गतिविधियों की सुविधा की जाएगी. संकुल से मेंधादेव झरने तक 3.5 किमी का प्राकृतिक मार्ग का विकास होगा. इसी जगह रैपलिंग की भी व्यवस्था होगी. लोगों के लिए यहां वन्यजीवन में बचाव के तरीके सीखने का भी मॉडल रहेगा.

* बढ रहे सैलानी
वन अधिकारियों बताया कि, मेलघाट में आनेवाले सैलानियों की संख्या पिछले 5 वर्षो में दोगुनी हो गई है. वर्ष 2017-18 में बाघ प्रकल्प में 54500 पर्यटक आए थे. जिनसे 71.81 लाख रुपए राजस्व प्राप्त हुआ था. वर्ष 2022-23 में पर्यटकों की संख्या 1.67 लाख तक पहुंची और राजस्व 3.2 करोड रुपए हो गया.

* 81 लाख की स्काय साइकिल और विशाल स्वींग
डीएफओ बहाले ने बताया कि, मेलघाट में सैलानी की भारी भीड उमडती है. चिखलदरा के भीमकुंड में 81 लाख की लागत से स्काय साइकिल और विशाल स्वींग स्थापित करने की योजना है. सैलानी यहां 50 मीटर गहरे प्रपात कर रस्सी पर चलेंगे. मोथा के मैदान पर पैरा मोटरिंग सवारी भी सभी को पसंद आएगी. ऐतिहासिक गाविलगढ किले को प्रोत्साहन देने के लिए 1.40 करोड रुपए खर्च किए जाने है. वन्यजीव सफारी मार्ग, दिशादर्शक बोर्ड और अन्य सुविधाए वैराट में भी विकसित की जाएगी.

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