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डेढ वर्ष बाद नौनिहालों की आमद से चहकी शालाएं

लंबे समय पश्चात हर ओर गूंजी शालेय घंटी की आवाज

* यूनिफॉर्म में सजे-धजे बच्चों में दिखा स्कुल पहुंचने को लेकर उत्साह

अमरावती/दि.1- करीब डेढ वर्ष के अंतराल पश्चात आज बुधवार 1 दिसंबर से सभी शालाओं को पूरी तरह से खोल दिया गया. जिसके चलते कक्षा 1 ली से लेकर आगे की सभी कक्षाओं में पहले की तरह ऑफलाईन यानी प्रत्यक्ष पढाई-लिखाई का काम शुरू हुआ. जिसके चलते लंबे समय बाद शहर की सडकों पर शालेय यूनिफॉर्म में सजे-धजे बच्चे स्कुल जाते दिखाई दिये. साथ ही काफी समय पश्चात शहर के वातावरण में नौनिहालों की चहक के साथ ही शालेय घंटियों की आवाजे गूंजी. सबसे विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि, सभी बच्चों में लंबे समय तक घर पर रहने के बाद स्कुल पहुंचने को लेकर काफी हद तक उत्साह देखा गया.
बता दें कि, मार्च 2020 में कोविड वायरस के संक्रमण का खतरा सामने आते ही लॉकडाउन लागू करते हुए सभी शालाओं व महाविद्यालयों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था और ऑनलाईन शिक्षा का दौर शुरू हुआ. ऐसे में वर्ष 2020-21 के शैक्षणिक सत्र में पूरा समय स्कुल व कॉलेज बंद रहे. वहीं कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के बाद जारी शैक्षणिक सत्र 2021-22 में सितंबर-अक्तूबर माह से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ कक्षाओं को शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई. जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र में 5 वीं से 12 वीं तथा शहरी क्षेत्रों में 8 वीं से 12 वीं की कक्षाएं शुरू हुई. वहीं प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शालाओं में लगभग सन्नाटा ही पसरा हुआ था और इन शालाओं की कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढाई-लिखाई जारी शैक्षणिक सत्र के दौरान भी ऑनलाईन पध्दति से चल रही थी. वहीं अब राज्य में कोविड संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ जाने और संक्रमितों की संख्या बेहद कम हो जाने के चलते राज्य सरकार द्वारा 1 दिसंबर से सभी शालाओं व कक्षाओें को खोलने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में आज कक्षा 1 ली से लेकर आगे की सभी कक्षाओं में पहले की तरह पढाई-लिखाई का काम शुरू हो गया और करीब डेढ-पौने दो वर्ष के अंतराल पश्चात प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक कक्षाओं में भी विद्यार्थियों की आमद हुई. जिसे शालाओं सहित पूरे शहर का नजारा बदला-बदला दिखाई दिया. शालेय यूनिफॉर्म में सजे-धजे और स्कूल जाने के उत्साह से चहकते बच्चों को देखकर वातावरण काफी चैतन्यपूर्ण हो गया था. वहीं सभी शालाओं में शिक्षकोें द्वारा अपने-अपने विद्यार्थियों का उत्साहपूर्ण स्वागत भी किया गया.

* सभी शालाओं में किया गया सैनिटाईजेशन

1 दिसंबर को सभी शालाएं खुलने के मद्देनजर एक दिन पूर्व ही प्रशासन एवं शाला प्रबंधनों द्वारा संयुक्त रूप से कार्य करते हुए शालाओं की सभी कक्षाओं में किटनाशक दवाईयों का छिडकाव करते हुए सैनिटाईजेशन किया गया. साथ ही कोविड प्रतिबंधात्मक उपायों को लागू करने के लिए तमाम आवश्यक प्रबंध भी किये गये, ताकि शाला एवं कक्षा में रहने के दौरान कोई भी विद्यार्थी कोविड संक्रमण की चपेट में न आने पाये.
बता दें कि, सरकार एवं प्रशासन द्वारा सभी शालाओं को खोलने की अनुमति देने के साथ ही कोविड प्रतिबंधात्मक उपायों को लागू करने के संदर्भ में कडे निर्देश जारी किये गये है और शिक्षा विभाग द्वारा इन सभी निर्देशों के अमल पर कडी नजर भी रखी जा रही है. साथ ही प्रशासन भी बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को लेकर काफी हद तक चौकन्ना है. ऐसे में सभी शालाओं की इमारतों व कक्षाओं में युध्दस्तर पर सैनिटाईजेशन करने के साथ ही कोविड त्रिसूत्री के नियमों का पालन कराने हेतु कडे प्रबंध किये गये है.

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