अमरावती/दि.25 – साल 2009 वरिष्ठ शिक्षक चयन श्रेणी व 2015 से वरिष्ठ वेतन श्रेणी का प्रशिक्षण रुका हुआ था. प्रशिक्षण के अभाव में राज्य के हजारों शिक्षक वरिष्ठ व चयन श्रेणी के लाभ से वंचित थे. इस संदर्भ में भाजपा शिक्षक आघाडी ने बार-बार दखल लेकर प्रशिक्षण शुरु किए जाने की मांग की थी. इस संदर्भ में 16 नवंबर को शिक्षण मंत्री से प्रत्यक्ष मुलाकात कर इस संदर्भ में अगर कोई रास्ता निकाला नहीं गया तो राज्यव्यापी आंदोलन का इशारा भाजपा शिक्षक आघाडी व्दारा दिया गया था.
आखिरकार भाजपा शिक्षक आघाडी की मांग की दखल लेकर वरिष्ठ चयन श्रेणी प्रशिक्षण शुरु किए जाने का निर्णय शासन व्दारा लिया गया. किंतु प्रशिक्षण के लिए 2 हजार रुपए शुल्क रखा गया. वह शुल्क रद्द किए जाने की मांग भाजप शिक्षक आघाडी व्दारा शासन से की गई है. राज्य के वरिष्ठ व चयन श्रेणी प्रशिक्षण के अभाव में राज्य के हजारों शिक्षक वरिष्ठ व चयन श्रेणी के लाभ से वंचित थे. जिसको लेकर भाजपा शिक्षक आघाडी व्दारा निवेदन भी दिए गए थे.
हाल ही में 16 नवंबर को भाजपा शिक्षक आघाडी अध्यक्षा डॉ. कल्पना पांडे, अनिल शिवणकर, राजू बंडकर के प्रतिनिधि मंडल ने शिक्षण मंत्री वर्षा गायकवाड से मुलाकात कर इस विषय को उनके निर्दशन में लाया इतना ही नहीं मांग पूरी न किए जाने पर आंदोलन का इशारा भी दिया. भाजपा शिक्षक आघाडी की मांग की दखल लेकर शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने 22 नवंबर को शैक्षणिक संशोधन व प्रशिक्षण परिषद पुणे, संचालक एम.डी. सिंह ने 23 नवंबर से पात्र शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन पंजीयन करवाने हेतु पत्र जारी किया. शासन व्दारा लिए गए इस निर्णय से राज्य के शिक्षकों को बडी राहत मिली.
प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जाए
सेवा अंतर्गत प्रशिक्षण शिक्षकों को देना आवश्यक है और यह प्रशासकीय जवाबदारी भी है. अब तक प्रशिक्षण को लेकर शुल्क नहीं लिया गया किंतु अब शुल्क लिया जा रहा है. प्रशिक्षण शुल्क लेकर शिक्षकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है. जिसमें शुल्क न लिया जाए ऐसी मांग भाजपा शिक्षक आघाडी व्दारा की गई. इस आशय का निवेदन भाजपा शिक्षक आघाडी व्दारा मुख्यमंत्री को सौंपा गया.