अमरावती

आखिर अमरावती एनसीसी कैन्टीन का स्थानांतरण हुआ रद्द

दिल्ली के ब्रिगेडियर बत्रा ने दी जानकारी

बहादुर माजी सैनिक संगठन की मांग को मिला यश
जिले के पूर्व सैनिक व परिवारों में खुशी की लहर
अमरावती/दि.9– जिले में लगभग 10 हजार से ज्यादा पूर्व सैनिकों, वीर माता-पिता व उनके परिवार के सदस्यों को सेवा प्रदान करने वाली एनसीसी कैटींन पुलगांव के कंटोमेंट जोन में स्थानांतरित करने की खबर के बाद जिले के सैनिकों व उनके परिवारों में नाराजगी देखी जा रही थी. जिसके बाद बहादुर माजी सैनिक कल्याणकारी बहुउद्देशीय संगठन की ओर से राज्य सरकार सहित केंद्रिय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी से कैंटिन को यथावत रखने की मांग की थी. जिसके फल स्वरुप कैंटिन को पुुलगांव स्थानांतरित न करने का निर्णय सरकार ने किया. इस खबर की पुष्टी कैंटीन विभाग के डि.टी.ई. ब्रिगेडियर बत्रा ने बुधवार को संगठन के पदाधिकारियों को दी. जिसके कारण जिले के 10 हजार से भी अधिक सैनिकों के बीच उत्साह देखा जा रहा है.

अमरावती विभाग में गत 70 सालों से एक मात्र एनसीसी कैन्टीन है. हाल ही में यह कैन्टीन पुलगांव के मिट्री कैम्प के कंटोमेंट जोन में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया था. केंद्रिय संरक्षण विभाग का यह निर्णय सुन कर सैनिकों के परिवार में चिंता दौड पडी थी. यह सैनिक परिवारों के लिए अन्यायकारी साबित था. जिसे देखते हुए बहादुर माजी सैनिक कल्याणकारी बहुउद्देशीय संगठन की ओर से अध्यक्ष बी.एस.राय, नंदकिशोर काले, गजानन इंगले, धीरज सातपुते, गजानन शेरेकर, अशोक बुंदे, सुभेदार गोविंद चव्हाण, सुभेदार पंजाबराव राणे, रमेश रामटेके, प्रेमदास इंगले, विठ्ठल वानखडे, नरेन्द्र वानखडे, धर्माजी बोरकर, गजानन मेश्राम, दिलीप खंडारे, आदि ने राज्य सरकार, दिल्ली स्थित कैंटिन सर्विस विभाग सहित केंद्रिय मंत्री नितीन गडकरी को निवेदन सौंप कर कैंटिन स्थानांतरित न करने की मांग रखी गयी थी.

जिस पर ध्यान देते हुए गडकरी ने तुरंत इस पर दिल्ली के कैंटिन सर्विस से चर्चा कर अमरावती की कैंटिन को पुलगांव मिल्ट्री डिपो स्थानातंरीत करने का निर्णय रद्द किया गया. ऐसी जानकारी दिल्ली के ब्रिगेडियर बत्रा ने दी. जिसके कारण अमरावती स्थित कैंटिन में नियमित रुप से वस्तु, साहित्य का लाभ अमरावती, बुलढाणा, अकोला, वाशिम व यवतमाल इन पांचो जिलों के सैनिक व उनके परिवार ले सकेगें. केंद्रिय मंत्री नितीन गडकरी व्दारा दिल्ली के सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा के बाद लिए गए निर्णय की जानकारी ब्रिगेडियर बत्रा ने दुरध्वनी व्दारा बुधवार को देने के बाद पूर्व सैनिकों व उनके परिवार के सदस्यों में उत्साह का माहौल है.

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