आखिर विदर्भ में क्या इरादा है लॉरेंस विष्णोई का ?
किसके लिए लाए गये थे, किसे देनी थी डिलेवरी
* विदर्भ में पहली बार सामने आया विष्णोई गैंग का कनेक्शन
* क्या अकोला व महाराष्ट्र पुलिस पहुंच पायेगी लॉरेंस विष्णोई तक
अमरावती/दि.05– दर्जनों संगीन अपराधिक मामलों में लिप्त रहनेवाले तथा तिहाड जेल में बंद रहने के बावजूद भी अपने जबर्दस्त नेटवर्क के दम पर पंजाब, हरियाणा व राजस्थान जैसे राज्यों में हत्या एवं फिरौती जैसी अपराधिक वारदातों को अंजाम देनेवाले कुख्यात गैंगस्टार लॉरेंस वैष्णोई का पहलीबार विदर्भ कनेक्शन सामने आया. जब हथियार तस्करी के मामले में पकडे गये अकोला निवासी युवक के मोबाइल से लॉरेंस वैष्णोई को वॉटसअॅप कॉल किए जाने तथा उस युवक के मोबाइल पर लॉरेंस विष्णोई के भाई अनमोल विष्णोई सहित तीन इंटरनेशनल नंबरों से वॉटसअॅप कॉल प्राप्त होने की जानकारी सामने आयी. ऐसे में अब सभी के मन में यह सवाल कौंध रहा है कि आखिर अब तक उत्तर भारत में सक्रिय रहनेवाला तथा बडे-बडे सेलीब्रिटीज को अपने निशाने पर रखनेवाला लॉरेंस विष्णोई विदर्भ क्षेत्र में क्या करने का इरादा रखता है तथा उसने इस क्षेत्र में अपना नेटवर्क बनाना क्यों शुरू किया है.
बता दें कि दिल्ली सहित दिल्ली के आसपास वाले इलाकों व राज्यों में अपना नेटवर्क रखते हुए पैसों की वसूली के लिए धमकी तथा हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देनेवाले लॉरेंस विष्णोई का नाम पहली बार उस समय राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आया था. जब काले हिरण के शिकार मामले में नामजद ुहुए सलमान खान को लॉरेंस विष्णोई ने जान से मार देने कीे धमकी दी थी और तब से लेकर अब तक लॉरेंस विष्णोई अपनी धमकी को कई बार दोहरा चुका है. साथ ही लॉरेंस के गुर्गो द्बारा मुंबई में कई बार सलमान खान की रेकी भी की जा चुकी है. इसके अलावा लॉरेंस विष्णोई का नाम उस समय भी अच्छा खासा चर्चित हुआ. जब उसने पंजाब के लोकप्रिय गायक सिध्दु मुसेवाला की अपने गुर्गो के जरिए हत्या करवा दी थी. साथ ही राजस्थान में राष्ट्रीय करणीसेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेडी की लॉरेंस विष्णोई के गुर्गो ने उनके ही आवास पर दिन दहाडे गोली मारकर हत्या कर दी थी. कनाडा में छिपकर बैठे गोल्डी बरार जैसे मोस्ट वांटेड अपराधी के साथ सीधे संपर्क में रहनेवाले और जेल में बैठे- बैठे अपने नेटवर्क के जरिए देश में अलग-अलग स्थानों पर कई संगीन अपराधिक वारदातों को अंजाम देनेवाले लॉरेंस विष्णोई का पहलीबार विदर्भ के साथ नाम जुडता नजर आया और अकोला में हथियारों के साथ पकडे गये तीन युवकों में से एक युवक का लॉरेंस विष्णोई के साथ सीधा कनेक्शन सामने आया है. ऐसे में यह सवाल उपस्थित हुआ है कि आखिर विदर्भ क्षेत्र में अपना नेटवर्क स्थापित करने के पीछे लॉरेंस विष्णोई का क्या इरादा हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि आनेवाले दिनों में लोकसभा के चुनाव होनेवाले हैं और इस बार का लोकसभा चुनाव बेहद हाय प्रोफाइल रहने के साथ- साथ कांटे की टक्कर वाला भी रहेगा. जिसे हर राजनीतिक दल के लिए अस्तित्व की लडाई वाला चुनाव भी माना जा रहा हैं. क्योंकि चुनाव जैसे मौके पर धनबल के साथ साथ बाहुबल का भी अच्छा खासा प्रयोग किया जाता है. ऐसे में लॉरेंस विष्णोई गैंग की विदर्भ क्षेत्र में सक्रियता को इसके साथ भी जोडकर देखा जा रहा हैं. वहीं इस बात की अनदेखी भी नहीं की जा सकती कि इन दिनों विदर्भ क्षेत्र, विशेषकर पश्चिम विदर्भ में बडे पैमाने पर औद्योगिक व व्यापारिक विकास हो रहा हैं, जिसके चलते पश्चिम विदर्भ क्षेत्र में होनेवाला कैश फ्लो काफी हद तक बढ गया है. क्योंकि लॉरेंस विष्णोई गैंग का मुख्य व्यवसाय ही धन उगाही करना हैं. ऐसे में यह भी मानकर चला जा सकता है कि संभवत: विदर्भ क्षेत्र में बह रही इस आर्थिक गंगा में अपने हाथ धोने के लिए लॉरेंस विष्णोई गैंग अब धीरे-धीरे यहां पर अपना नेटवर्क फैला रहा हैं. यही वजह है कि उसने अपने संपर्क में आए शुभम लोणकर के जरिए विदर्भ क्षेत्र में हथियारों की तस्करी करने का जाल बिछाना शुरू कर दिया हैं. ऐसे में इस बात की बेहद सघनतापूर्वक जांच किए जाने की जरूरत है कि आखिर शुभम लोणकर के जरिए पुणे से अकोला भेजी गई हथियारों की यह खेप आगे चलकर किसे दी जानी थी और इन हथियारों के दम पर लॉरेंस विष्णोई गैंग विदर्भ में क्या कुछ करने का इरादा रखता था.
* आखिर किसके जरिए लॉरेंस के संपर्क में आया शुभम
ज्ञात रहे कि लॉरेंस विष्णोई कोई ऐसा आम अपराधी नहीं है जिसका मोबाइल नंबर अपराध जगत से वास्ता रखनेवाले प्रत्येक व्यक्ति के पास उपलब्ध हो. ऐसे में यह सवाल भी उठता है कि आखिर अकोला जिले के वास्ता रखनेवाले शुभम लोणकर के पास सीधे लॉरेंस विष्णोई का नंबर कैसे आया. जिसके जरिए उसने वर्ष 2022 एवं वर्ष 2023 में दो बार सीधे लॉरेंस विष्णोई के साथ वॉटसअॅप पर वीडियों कॉल करते हुए बातचीत की. साथ ही इस बात की अनदेखी नहीं की जा सकती कि शुभम लोणकर के मोबाइल पर लॉरेंस के भाई अनमोल विष्णोई तथा तीन अंतर्राष्ट्रीय नंबरों से वॉटसअॅप ऑडियो कॉल आयी थी. यानी शुभम लोणकर निश्चित तौर पर विगत लंबे समय से लॉरेंस गैंग के साथ जुडा हुआ है और उसकी लॉरेंस विष्णोई सहित उसके भाई अनमोल विष्णोई के साथ ही गैंग के अन्य कई लोगों के साथ सीधे संबंध हैं. ऐसे में इस बात की भी सघन जांच किए जाने की जरूरत है कि आखिर अकोला वास्ता रखनेवाला और इन दिनों पुणे में रहनेवाला शुभम लोणकर कब, कैसे व किसके जरिए लॉरेंस विष्णोई के संपर्क में आया. साथ ही अकोला जिला पुलिस सहित महाराष्ट्र के गृहविभाग को भी इस बात की बेहद गंभीरतापूर्वक जांच करनी होगी कि आखिर शुभम लोणकर की तरह विदर्भ क्षेत्र में लॉरेंस विष्णोई गैंग के साथ कनेक्शन रखनेवाले और कितने लोग सक्रिय है. इसमें से कुछ लोगों के नाम तो शुभम लोणकर के जरिए ही सामने आ सकते हैं. जिनके साथ वह डील किया करता था. वही अन्य लोगों के नामों को जानने के लिए महाराष्ट्र पुलिस को सीधे लॉरेंस विष्णोई के गिरेबान पर हाथ डालना पडेगा. ताकि विदर्भ क्षेत्र में चल रहे उसके नेटवर्क के बारे में पता लगाया जा सके.
* आखिर क्या बातचीत हुई थी शुभम और विष्णोई गैंग के बीच
विदर्भ क्षेत्र में लॉरेंस विष्णोई क्या कुछ करना चाहता है और उसने किस काम के लिए अकोला के शुभम लोणकर को अपनी गैंग में शामिल किया था. इसका जवाब शुभम लोणकर तथा लॉरेंस व अनमोल विष्णोई सहित तीन इंटरनेशनल नंबरों से आयी कॉल के दौरान हुई बातचीत के जरिए मिल सकता हैं. जिसके लिए पुलिस तकनीकी रूप से जांच करते हुए बातचीत के ऑडियो टेप हासिल करने होंगे. ताकि बातचीत के ब्यौरे को सूना जा सके.