अमरावतीमुख्य समाचार

डेढ वर्ष बाद 20 को मनपा की पहली ऑफलाईन सभा

मौजूदा सदन की संभवत: अंतिम आमसभा

अमरावती/दि.13– विगत डेढ वर्ष के दौरान कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए पहले तो प्रतिमाह होनेवाली मनपा की आमसभा कई माह तक स्थगित रही. वहीं बाद में आमसभा का आयोजन ऑनलाईन तरीके से किया जाने लगा. जिसमें से कई ऑनलाईन आमसभाएं स्थगित भी हो गई और जिन आमसभाओं में कामकाज हुआ भी, उनमें भी शहर के विकास को लेकर कोई विशेष चर्चा या निर्णय नहीं हो पाये. ऐसे में अब आगामी 20 दिसंबर को प्रस्तावित रहनेवाली मनपा की आमसभा एकबार फिर पहले की तरह ऑफलाईन तरीके से लिये जाने का नियोजन किया जा रहा है. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, मनपा के मौजूदा सदन की संभवत: यह अंतिम आमसभा हो सकती है. क्योंकि आगामी फरवरी माह में मनपा के आम चुनाव होना प्रस्तावित है. ऐसे में यदि चुनाव अपने तय समय पर होते है, तो जनवरी माह में चुनावी आचारसंहिता लगना संभावित है. जिसके चलते जनवरी माह में आमसभा लेना संभव नहीं होगा और अगली आमसभा आमचुनाव के बाद मनपा के नये सत्तापक्ष द्वारा ही ली जायेगी.
उल्लेखनीय है कि, मार्च 2020 में कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए लागू किये गये लॉकडाउन के चलते अगले करीब सवा वर्ष तक महानगर पालिका की प्रतिमाह होनेवाली आमसभाएं स्थगित रही. पश्चात जारी वर्ष के जुलाई माह से आमसभाओं का ऑनलाईन तरीके से आयोजन किया जाने लगा. इस हेतु तमाम तकनीकी इंतजाम करने के बावजूद आमसभाओं में कई विषयों को लेकर जबर्दस्त हंगामा मचने के चलते आमसभा को बीच में ही स्थगित कर देना पडा. ऐसे में कई आमसभाएं और एक विशेष सभा हंगामे व स्थगन की भेंट चढ गये. वहीं अब करीब डेढ वर्ष के अंतराल पश्चात मनपा के नगर सचिव कार्यालय द्वारा इस माह होनेवाली आमसभा को ऑफलाईन तरीके से आयोजीत करने को लेकर तमाम आवश्यक नियोजन किये जा रहे है, जो मनपा के मौजूदा पदाधिकारियों व पार्षदों की अंतिम आमसभा भी हो सकती है. ऐसे में विगत डेढ वर्षों से प्रलंबित रहनेवाले कई विषय भी आमसभा मेें जबर्दस्त तरीके गूंज सकते है. साथ ही यदि इन विषयों को लेकर आमसभा में सकारात्मक ढंग से चर्चा नहीं होती है, तो आमसभा के हंगामाखेज रहने की भी पूरी संभावना है. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस आमसभा की ओर लगी हुई है.
उल्लेखनीय है कि, आगामी फरवरी माह में होनेवाले मनपा के आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए विपक्षी दलों द्वारा आमसभा में प्रशासन के साथ ही मनपा के सत्ताधारी दल को जमकर निशाने पर लिया जा सकता है. वहीं सत्ताधारी दल द्वारा भी विपक्ष के तमाम हमलों का जवाब देने हेतु निश्चित रूप से आवश्यक तैयारियां की जा रही है. ऐसे में आगामी 20 दिसंबर को होनेवाली आमसभा में सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच ‘आमने-सामने’ वाली स्थिति दिखाई देगी. साथ ही प्रशासन दो पाटों के बीच फंसा दिखाई देगा. ऐसे में अब सभी के द्वारा डेढ वर्ष बाद पहली बार ऑफलाईन तरीके से होने जा रही मनपा की आमसभा का इंतजार किया जा रहा है.

Related Articles

Back to top button