पांचडोंगरी के बाद अब कोयलारी में भी दूषित पानी से कॉलरा का फैलाव
18 नये मरीज, दिन भर में 48 मरीजों पर इलाज, 6 गंभीर
* सांसद व विधायक ने किया मुआयना, प्रशासन पर गंभीर आरोप
अमरावती/दि.9 – जिले के मेलघाट अंतर्गत पांचडोंगरी गांव में गुरुवार से दूषित पानी पीने के कारण फैली बीमारी से 2 लोगों की मौत हो गई, तो 75 से अधिक मरीजों पर इलाज जारी है. पांचडोंंगरी के बाद अब इसी गांव से थोडी दूरी पर स्थित कोयलारी गांव में भी दूषित पानी से कॉलरा का फैलाव हुआ. शुक्रवार की सुबह से कोयलारी गांव में कॉलरा से ग्रस्त 48 मरीजों पर इलाज किया जा रहा है. इनमें से 18 मरीजों पर अस्थायी कैम्प मेें इलाज किये जा रहे है, तो अन्य मरीजों को चुरणी के प्राथमिक अस्पताल में दाखिल कराया गया है. इस घटना की जानकारी सांसद नवनीत राणा व विधायक राजकुमार पटेल ने दोनों गांवों का दौरा कर मरीजों का हालचाल जाना. इस स्थिति के लिए प्रशासन ही जिम्मेदार रहने का गंभीर आरोप जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन पर लगाया है.
बारिश के मुहाने पर बिजली बील नहीं भरने के कारण महावितरण द्बारा कोयलारी ग्राम पंचायत का जलापूर्ति के लिए इस्तेमाल किये जाने वाला बिजली कनेक्शन कांट डाला. कोयलारी व पांचडोंगरी गुट ग्रामपंचायत रहने से इन दोनों गांवों की जलापूर्ति बिजली कंटने से बंद हो गई. जिससे इन दोनों गांवों के नागरिकों ने गांव के पास के कुएं से पानी भरकर उसका इस्तेमाल पीने के लिए किया. यहीं दूषित पानी पीने से दोनों गांवों में कॉलरा फैला. गुरुवार को पांचडोंगरी के 75 लोगों को कॉलरा की लागन हुई. जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं कोयलारी गांव में भी गुरुवार से कॉलरा के मरीज मिलना शुरु हो गये. जिससे प्रशासन ने पांचडोंगरी व कोयलारी गांव में अस्थायी स्वास्थ्य कैम्प शुरु कर लोगों का इलाज शुरु किया. अब गांव में टैंकर के माध्यम से पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन 3 से 4 दिनों तक लोगों ने दूषित पानी का इस्तेमाल करने से अधिकांश लोगों को कॉलरा की लागन हुई है. शुक्रवार को पांचडोंगरी गांव में 18 नये मरीज अस्पताल में दाखिल हुए. कोयलारी के 48 में से 18 लोगों पर गांव के अस्थायी स्वास्थ्य कैम्प में व अन्य मरीजों पर काटकुंभ प्राथमिक अस्पताल में इलाज किये जा रहे है. इनमें से 6 मरीजों को चुरणी के अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है. पांचडोंगरी व कोयलारी गांव में जिले के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधियों का पहुंचना जारी है. सांसद नवनीत राणा, विधायक राजकुमार पटेल, जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा, धारणी के प्रकल्प अधिकारी सावनकुमार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले सहित कई अधिकारी गांव में पहुंचे थे.
* 40 घंटे में 700 सलाईन बोतल का इस्तेमाल
गुरुवार के तडके 3 बजे से पांचडोंगरी के मरीजों पर इलाज शुरु किये गये. कॉलरा से ग्रस्त मरीजों को अन्य दवाईयों के साथ सलाईन लगाना जरुरी रहता है. कुछ मरीज ऐसे है जिन्हें 25 से 30 बोतल सलाईन चढानी पडी है. विगत 40 घंटों में काटकुंभ, चुरणी, पांचडोंगरी व कोयलारी इन 4 जगहों पर 700 बोतल सलाईन का इस्तेमाल किया गया है, ऐसा स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया.
* चिखलदरा तहसील की स्वास्थ्य यंत्रणा कोयलारी-पांचडोंगरी में
मेलघाट के चिखलदरा तहसील अंतर्गत ग्रामीण अस्पताल व हतरु, दहेंद्री, सलोना इन तीनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वैद्यकीय अधिकारी व स्वास्थ्य कर्मियों को शुक्रवार की सुबह से काटकुंभ व चुरणी में तैनात किया गया है. तहसील स्वास्थ्य अधिकारियों के आदेश पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ ही दवाईयां व एम्बुलेंस का ताफा भी कोयलारी-पांचडोंगरी में भेजा गया है. मेलघाट में विगत 4 से 5 दिनों से लगातार बारिश शुरु है. जिससे स्वास्थ्य विभाग को काम करने में दिक्कतों का सामना भी करना पड रहा है.
* बीडीयो, सरपंच, ग्रामविकास अधिकारी पर होंगी कार्रवाई- सीईओ
शुक्रवार को संबंधित अधिकारियों के साथ मेलघाट के अति दुर्गम क्षेत्र पांचडोंगरी का दौरा किया. इस वक्त विधायक राजकुमार पटेल भी साथ थे. जो घटना हुई है, वह दिल दहला देने वाली है. पानी की इस तरह की समस्या को किसी भी संबंधित अधिकारी ने हम तक नहीं पहुचाया. बिजली कनेक्शन कांटने से पांचडोंगरी मेें जलापूर्ति योजना बंद पडी है. यहीं कारण है कि, ग्रामवासियों को दूषित पानी पीना पडा और यह घटना हो गई. फिलहाल धारणी, अचलपुर की स्वास्थ्य टीमें पांचडोंगरी गांव में डेरा डाले है. घटना के लिए जिम्मेदार बीडीओ, सरपंच व ग्रामविकास अधिकारी पर सक्त कार्रवाई की जाएंगी.
– अविश्यांत पंडा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिप अमरावती.
* दूषित पानी से ही विषबाधा- डीएचओ
ग्राम डोंगरी में जिन 3 लोगों की मौत हुई वह दूषित पानी पीने के कारण हुई है. बारिश के कारण नालियों का गंदा पानी सीधे कुएं में पहुंचने से यह पानी पूरी तरह दूषित हो चुका था. फिलहाल सभी बाधित लोगों का इलाज शुरु है. सभी की हालत खतरे से बाहर है. हमारी टीम पांचडोंगरी में डेरा डाले है.
– डॉ. दिलीप रणमले, जिला वैद्यकीय अधिकारी