अमरावती

संपत्ति सर्वेक्षण के बाद अब मनपा को 150 करोड़ की आय की उम्मीद

3 लाख से अधिक संपत्ति धारकों से वसूल होगा कर

* पूर्व मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर की दूरदर्शिता
अमरावती/दि.15- सेवानिवृत्त हुए मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के कार्यकाल में निजी एजंसी के जरिए मनपा क्षेत्र में आने वाली सभी इमारतों का सर्वेेक्षण किया गया. इस सर्वेक्षण के कारण अमरावती मनपा को 150 करोड़ रुपए की आय होने की उम्मीद है. इस सर्वेक्षण में संपत्तिधारकों की संख्या 3 लाख 1हजार 97 तक पहुंच गई है. जबकि अब तक अमरावती मनपा में केवल 1 लाख 69 हजार संपत्ति धारकों से ही कर वसूला जा रहा था.
मनपा में आय के सीमित स्त्रोत है. जिसमें संपत्ति कर सबसे प्रमुख आय का स्त्रोत है. लेकिन पिछले दो दशक से सर्वेक्षण की कार्यवाही नहीं हुई थी. इस कारण अमरावती शहर में संपत्ति धारकों की संख्या बढ़ने, इमारतों में कमरे बढ़ाए जाने के बावजूद टैक्स मनपा को नहीं मिल रहा था. डॉ. प्रवीण आष्टीकर ने मनपा क्षेत्र में सर्वेक्षण की प्रक्रिया शुरु करवाई. जिसमें व्यापारी प्रतिष्ठान, शालाएं, अस्पताल, मकान समेत सभी तरह की संपत्तियों का प्रत्यक्ष सर्वेक्षण किया गया. खुले भूखंड की संख्या भी गिनी गई. इस तरह अमरावती मनपा क्षेत्र में पिछले डेढ़ साल से शुुरु सर्वेक्षण का काम पूर्ण होने के बाद अब संपत्ति धारकों की संख्या बढ़कर 3 लाख 1 हजार 97 हो गई है. जिसमें 2 लाख 23 हजार 417 इमारतें, 77 हजार 680 खुले भूखंड है.

रिकॉर्ड पर 1.69 हजार संपत्ति धारक
अब तक मनपा के रिकॉर्ड में केवल 1 लाख 69 हजार संपत्ति धारक दर्ज थे. जिनसे कर की वसूली की जाती थी. अब नए और पुराने संपत्ति धारकों से टैक्स के रुप में मनपा को 150 करोड़ रुपए की आय होने की उम्मीद है. अब तक 54 हजार संपत्ति ऐसी थी, जिन पर टैक्स नहीं लग पाया था. इसके अलावा 1 लाख संपत्ति धारकों से काफी कम मात्रा में टैक्स वसूला जाता था. अब इन सभी का समावेश नई कर वसूली में किया जाएगा. सोमवार 17 जुलाई से मनपा प्रशासन नए कर की नोटीस जारी करना शुरु हो गया है. आपत्ति दर्ज करने के लिए 21 दिनों के भीतर जोन के सहायक आयुक्त व कर निरीक्षक के पास दस्तावेज समेत आपत्ति दर्ज करनी होगी.

Related Articles

Back to top button