* 11 हजार 76 ग्राहकों के साथ की गई थी करोडों रुपयों की धोखाधडी
अमरावती/ दि.13 – पैनकार्ड क्लब के मामले की आखिर तहकीकात पूरी हो गई. आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने इस मामले में 6 वर्ष बाद 2300 पन्नों का दोषारोपपत्र अदालत में दायर किया है. पैनकार्ड क्लब ने 11 हजार 76 ग्राहकों के साथ करोडों रुपयों की धोखाधडी की थी.
अमरावती शहर समेत राज्य में पैनकार्ड क्लब में ग्राहकों ने बडे पैमाने में निवेश किया था, परंतु एक व्यक्ति को 2016 में निवेश की रकम की दुगुनी राशि नहीं मिलने पर उन्होंने राजापेठ पुलिस थाने में शिकायत दी थी. जिसके आधार पर पुलिस ने अपराध दर्ज किया था. अमरावती समेत राज्य के अन्य व दूसरे राज्य में भी पैन कार्ड क्लब के संचालक समेत अन्य अधिकारियों पर अपराध दर्ज किये थे. अमरावती जिले में पैन कार्ड की ओर से 11 हजार 76 लोगों के साथ 26 करोड 84 लाख रुपए की धोखाधडी की गई थी. यह बात तहकीकात में उजागर हुई. आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने पैन कार्ड क्लब के संचालक समेत अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था. अमरावती समेत राज्य के ग्राहकों के साथ की गई धोखाधडी की रकम को देखते हुए राज्य सरकार ने पैन कार्ड की सभी प्रापर्टी बरामद कर ली.
अमरावती के आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने पिछले छह वर्ष में इस मामले का दोषारोपपत्र अदालत में दायर नहीं किया था. अपराध की तहकीकात के लिए आर्थिक अपराध शाखा को मामला सौंपा तब से पुलिस निरीक्षक गणेश अणे, पंजाबराव वंजारी, आसाराम चोरमले और शरद कुलकर्णी आदि ने उसकी तहकीकात की. आखिर आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक शिवाजी बचाटे ने इस मामले की गहन तहकीकात कर 2 हजार 300 पन्ने का दोषारोपपत्र तैयार कर अदालत में दायर किया. इससे धोखाधडी के शिकार हुए ग्राहकों को प्राथमिक राहत मिली है. राज्य के हजारों लोगों के साथ करोडों रुपयों की धोखाधडी की गई. राज्य सरकार ने कुछ वर्ष पूर्व पैन कार्ड क्लब की सभी प्रापर्टी बरामद कर ली. निवेश संरक्षण कानून के तहत बरामद प्रापर्टी पर सक्षम प्राधिकरण की नियुक्ति करने के बाद वह प्रापर्टी बेचकर धोखाधडी के शिकार हुए ग्राहकों को उनकी रकम वापस दी जाएगी.