थाने पर पथराव के बाद नागपुरी गेट परिसर में अब स्थिति नियंत्रित
बीती रात हजारों की भीड ने पुलिस थाने पर बरसाए थे पत्थर
* दर्जनों पुलिस कर्मी हुए घायल, पुलिस के वाहनों सहित कई दुपहिया व चार पहिया वाहन हुए क्षतिग्रस्त
* पुलिस ने लाठीचार्ज करने के साथ ही छोडे थे आंसू गैस के गोले
* खुद सीपी रेड्डी सहित पुलिस के आलाअधिकारी देर रात तक परिसर में रहे मौजूद
* पत्थरबाजों की पहचान करने के साथ ही धरपकड का सिलसिला हुआ शुरु
* रात में ही कई लोगों को पुलिस ने उठाया, मामले को लेकर की जा रही सधन पूछताछ
* नागपुरी गेट थाना परिसर में अब जमावबंदी लागू, स्थिति तनावपूर्ण रहने के साथ ही नियंत्रण में
अमरावती/दि. 5 – युवती के गाजियाबाद जिला स्थित दासना मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा कुछ दिन पूर्व एक विशिष्ट समुदाय की धार्मिक मान्यताओं को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसे देखते ही अमरावती में रहनेवाले समुदाय विशेष के लोगों में रोष व संताप की लहर व्याप्त हो गई. जिसके चलते समुदाय विशेष से वास्ता रखनेवाले लोगों के एक प्रतिनिधि मंडल ने बीती शाम नागपुरी गेट पुलिस थाने पहुंचकर ज्ञापन देते हुए यती नरसिंहानंद के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाने की मांग उठाई. करीब 20 लोगों का यह प्रतिनिधि मंडल जिस वक्त पुलिस थाने के भीतर बैठकर पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर रहा था, तभी इस बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस थाने के बाहर धीरे-धीरे समुदाय विशेष के लोगों की भीड जुटनी शुरु हो गई और रात करीब 9.30 से 10 बजे के आसपास तक पुलिस स्टेशन के सामने दो से तीन हजार लोगों का जमावडा लग चुका था. इस समय भीड में शामिल लोग जोर-जोर से नारेबाजी करते हुए यती नरसिंहानंद के बयान का निषेध भी कर रहे थे. जिन्हें नागपुरी गेट पुलिस के अधिकारियों सहित प्रतिनिधि मंडल में शामिल लोगों ने जैसे ही समझा-बुझाकर घर जाने हेतु कहा तभी भीड में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस थाने की ओर पत्थर फेंकने शुरु कर दिए. जिसके चलते परिसर में अपरातफरी वाला माहौल बन गया. साथ ही भीड द्वारा की जाती पत्थरबाजी की चपेट में आकर कई पुलिस कर्मियों के सिर व कंधे सहित हाथ-पांव पर काफी चोटे भी आई. इस समय हालात व बेकाबू होता देख नागपुरी गेट पुलिस ने तुरंत ही शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी सहित अपने आलाअधिकारियों को स्थिति के बारे में सूचित किया. जिसके बाद शहर पुलिस आयुक्तालय की ओर से मौके पर तुरंत ही अतिरिक्त पुलिस बल रवाना किया गया. पश्चात भीड की तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रित करने हेतु पुलिस ने सौम्य लाठीचार्ज करने के साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे. उस समय तक शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी भी अपने पूरे लावलष्कर के साथ मौके पर पहुंच चुके थे. जिन्होंने हालात का जायजा लेने के साथ ही नागपुरी गेट थाना परिसर क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 के तहत जमावबंदी को लागू कर दिया. साथ ही घटना को लेकर सामने आए फोटो व वीडियो के आधार पर पत्थरबाजी करनेवाले लोगों की पहचान सुनिश्चित करते हुए उनकी धरपकड करनी ही शुरु की गई. बीती रात घटित इस घटना के बाद आज सुबह नागपुरी गेट थाना क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले इलाको में तनावपूर्ण शांति वाला माहौल देखा गया. साथ ही इस समय स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
बता दे कि, अपने भडकावू भाषणों के लिए हमेशा ही चर्चा एवं विवादों में रहनेवाले दासना मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद ने विगत दिनों एक सभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर एक धर्मविशेष को लेकर आपत्तिजनक बाते कही थी और उस समुदाय की धार्मिक मान्यताओं को लेकर विवादास्पद बयान दिया था. साथ ही यती नरसिंहानंद ने अपने द्वारा कही गई बात का वीडियो लेकर उसे सोशल मीडिया पर भी वायरल करने की बात कही थी. जिसके बाद यती नरसिंहानंद के उस बयान वाला वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. जिसे देखकर समुदाय विशेष के लोगों में तीव्र रोष व संताप की लहर व्याप्त हो गई थी. साथ ही देशभर में अलग-अलग स्थानों पर समुदाय विशेष के लोगों द्वारा यती नरसिंहानंद के खिलाफ पुलिस में शिकायत देते हुए एफआईआर दर्ज कराने का सिलसिला शुरु हुआ. जिसके तहत गत रोज एसजीपीए नामक एक संगठन से वास्ता रखनेवाले करीब 15 से 20 लोग भी यती नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायत देते हुए एफआईआर दर्ज कराने के लिए नागपुरी गेट पुलिस थाने पहुंचे थे. चूंकि यह मामला यूपी के गाजियाबाद परिसर का है और इस विवादास्पद बयान के सामने आने के बाद यूपी पुलिस ने यती नरसिंहानंद के खिलाफ अपराधिक मामला भी दर्ज कर लिया है. अत: इस बात जानकारी देते हुए नागपुरी गेट पुलिस के अधिकारियों ने एसजीपीए संगठन के पदाधिकारियों को समझाने बुझाने का प्रयास शुरु किया. लेकिन संगठन का प्रतिनिधि मंडल यती नरसिंहानंद के खिलाफ देश के अन्य शहरों की तरह अमरावती में भी एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर अडा हुआ था. इसी दौरान नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन के बाहर धीरे-धीरे समुदाय विशेष के लोगों की भीड इकठ्ठी होनी शुरु हो गई. जिसकी जानकारी मिलते ही पुलिस थाने के भीतर मौजूद एसजीपीए संगठन के कुछ प्रतिनिधि तथा समुदाय विशेष से वास्ता रखनेवाले कई गणमान्य भी नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन के सामने पहुंचे. जहां पर एक तरह से धार्मिक जलसा शुरु होने के साथ ही जबरदस्त नारेबाजी व घोषणाबाजी होनी शुरु हो गई. ऐसे में मौके की नजाकत को भांपते हुए नागपुरी गेट पुलिस के अधिकारियों द्वारा भीड को शांत करते हुए समझाने-बुझाने का प्रयास करना शुरु किया गया. लेकिन तभी भीड में शामिल कुछ लोगों ने अचानक ही पुलिस थाने की ओर जमकर पथराव करना शुरु किया. जिससे परिसर में अफरातफरी मचने के साथ ही भागमभाग वाली स्थिति भी बन गई. इस पत्थरबाजी की चपेट में आकर मौके पर उपस्थित पुलिस कर्मियों सहित अन्य कुछ लोग घायल भी हुए. ऐसे में हालात को बेकाबू होता देख नागपुरी गेट पुलिस ने तुरंत ही शहर पुलिस आयुक्तालय को स्थिति से अवगत कराया. जिसके बाद शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा आरसीपी व क्युआरटी पथक सहित अन्य पुलिस थानों की डीबी टीम व अतिरिक्त पुलिस बल को नागपुरी गेट पुलिस थाने रवाना किया गया. इसके उपरांत थाने के समक्ष लगातार अनियंत्रित होती जा रही भीड को तितर-बितर करने के साथ ही हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा हलका लाठीचार्ज करने के साथ ही भीड की ओर आंसू गैस के गोले भी दागे गए. जिसके बाद नागपुरी गेट थाने व चौक परिसर के आसपास मौजूद भीड में शामिल लोग इधर-उधर भागने शुरु हुए. हालांकि इस समय कई लोग अंधेरा का फायदा उठाकर आसपास की सकरी गलियों में छिप गए. जहां से रुक-रुक कर पुलिस की ओर पत्थरबाजी होती रही. ऐसे में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरु करते हुए आसपास के पूरे परिसर को खाली कराया तथा हुडदंगीयों को काफी दूर तक खदेडा.
* सीपी रेड्डी के साथ ग्रामीण एसपी विशाल आनंद भी पहुंचे थे मौके पर
नागपुरी गेट पुलिस स्टेशन के आसपास चलते हुडदंग और लगातार बेकाबू होते हालात की जानकारी मिलते ही शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी तथा पुलिस उपायुक्त सागर पाटिल व गणेश शिंदे सहित सभी सहायक पुलिस आयुक्त एवं विभिन्न पुलिस स्टेशनों के थानेदार अपने दलबल सहित मौके पर पहुंच चुके थे. साथ ही साथ शहर पुलिस की सहायता करने के लिए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद भी अपना लावलष्कर साथ लेकर मौके पर पहुंच गए थे. जिसके बाद दोनों पुलिस घटक प्रमुखों की अगुवाई में स्थिति को नियंत्रित करने की कवायत शुरु की गई. इस समय सीपी रेड्डी व एसपी विशाल आनंद भी अपने सिर पर हेल्मेट पहनकर और हाथ में दंडा लेकर ग्राऊंड ड्यूटी करते नजर आए.
* दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा – सीपी रेड्डी
बीती रात नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत हालात को नियंत्रित करने के साथ ही सीपी रेड्डी ने इस परिसर में बीएनएस की धारा 163 के तहत जमावबंदी को लागू किया. साथ ही मीडिया से बातचीत करते हुए सीपी रेड्डी ने बेहद सख्त लहजे में कहा कि, पुलिस की किसी के साथ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं होती. बल्कि पुलिस हमेशा से ही पूरी मुश्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी निभाती है. लेकिन इसके बावजूद यदि किसी हुजूम द्वारा अपने व्यक्तिगत कारणों के लिए पुलिस को पत्थरबाजी का निशाना बनाया जाता है तो इसे कतैई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सीपी रेड्डी के मुताबिक पुलिस थाने और पुलिस कर्मियों पर पत्थरबाजी करनेवाले लोगों की शिनाख्त की जा रही है, तथा हालात के नियंत्रित होते ही ऐसे लोगों की धरपकड करने शुरू की जाएगी.
* हाजी इरफान व डॉ. अबरार आए पुलिस की सहायता के लिए सामने
विशेष उल्लेखनीय है कि, नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र परिसर में अच्छी खासी प्रतिष्ठा रखने के साथ ही समुदाय विशेष के बीच अपनी गहरी पैठ रखनेवाले हाजी इरफान खान (नेशनल) तथा वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. सैयद अबरार ऐसे आडे वक्त पुलिस की सहायता के लिए आगे आए. जिन्होंने पुलिस जीप पर लगे माईक व लाऊड स्पीकर के जरिए अपनी बात रखते हुए परिसर वासियों से शांति बनाए रखने का आवाहन किया. साथ ही परिसर में मौजूद भीड में शामिल लोगों से अपने-अपने घरों पर चले जाने की अपिल भी की. इन दोनों गणमान्य ने बाकायदा पुलिस जीप के साथ नागपुरी गेट थाने के आसपास स्थित परिसरों में पैदल घूम-घूमकर माईक पर ऐलान करते हुए लोगों को शांत करने और भीड को हटाते हुए हालात को नियंत्रित करने के काम में पुलिस की काफी सहायता की. माईक पर इन दोनों लोगों के ऐलान की आवाज को सुनने के बाद धीरे-धीरे परिसर में मौजूद भीड में शामिल लोगबाग अपने-अपने घरों की ओर रवाना हुए. जिसके बाद हालात पूरी तरह से काबू में आए.
* पत्थरबाजी में 10 से 15 पुलिस कर्मी घायल
बीती रात संतप्त भीड द्वारा की गई पत्थरबाजी में नागपुरी गेट थाने के पुलिस कर्मी दीपक केशवराव तिडके, एसआरपीएफ कर्मी अशोक हिम्मत कोल्हे (39) व अंबादास महादेवराव मोहोड, वलगांव थाने के पुलिस कर्मी सचिन कैलाश तथा वाहन चालक सुमीत वीरसिंह राठोड सहित अन्य 5 से 6 पुलिस कर्मी घायल हुए है. जिन्हें तुरंत ही इलाज के लिए इर्विन अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके अलावा इस पत्थरबाजी की चपेट में आ जाने के चलते मौके पर उपस्थित कुछ मीडिया कर्मियों सहित आम नागरीक भी चोटील हुए हैं. इसके अलावा संतप्त भीड द्वारा की गई पत्थरबाजी की वजह से पुलिस जीप क्रमांक एमएच 27-एए-188 सहित दो मालवाहक वाहनों के कांच फुटे. साथ ही चार दुपहिया वाहनों की संतप्त भीड द्वारा तोडफोड की गई.
* 1200 पुलिस कर्मियों का बंदोबस्त रहा रातभर तैनात
नागपुरी गेट पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत बीती रात हुए इस हुडदंग को देखते हुए शहर पुलिस द्वारा तुरंत ही इस परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल सहित एसआरपीएफ की तीन कंपनियों, क्यूआरटी आर आरसीपी पथक सहित शहर पुलिस के सभी 10 पुलिस थानों के अधिकारियों व कर्मचारियों तथा डीबी पथकों को तैनात किया गया. साथ ही साथ ग्रामीण एसपी विशाल आनंद के नेतृत्व में ग्रामीण पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी. जिसके चलते नागपुरी गेट थाना क्षेत्र अंतर्गत बीती रात शहर व ग्रामीण पुलिस के अधिकारियों सहित करीब 1200 पुलिस कर्मियों की तैनाती रही.
* 8 से 10 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी
वहीं इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि, शहर पुलिस के दल ने बीती रात भी हालात को नियंत्रित करने के बाद इस घटना हेतु जिम्मेदार रहनेवाले 8 से 10 संदिग्धो को अपनी हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ करनी शुरु की है. साथ ही साथ इस घटना में शामिल अन्य हुडदंगीयों की भी पहचान सुनिश्चित करते हुए उनकी धरपकड हेतु अभियान चलाया जा रहा है.