आश्वासन के पश्चात कोरोना योद्धाओं का अनशन समाप्त
इर्विन चौक पर सोमवार से जारी था बेमियाद अनशन
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१० – सुपर स्पेशालिटी कोरोना अस्पताल में मरीजों की सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्बारा ठेका पद्धति से कर्मचारियों की नियुक्ति की थी. किंतु अब कोरोना मरीजों को संख्या कम होने की वजह से ठेका पद्धत द्बारा सेवा में कार्यरत इन कर्मचारियों को सेवामुक्त करने का निर्णय राज्य सरकार द्बारा लिया गया. राज्य सरकार के इस निर्णय के खिलाफ कोरोना योद्धा कर्मचारी संगठन द्बारा इर्विन चौक पर सोमवार से बेमियाद अनशन की शुरुआत की गई थी. गुरुवार को जिला परिषद स्वास्थ्य अधिकारी के कक्ष में इन कोरोना योद्धाओं ने प्रहार के छोटू महाराज वसू के नेतृत्व में ठिय्या आंदोलन किया. कोरोना योद्धाओं के इस आक्रामक रवैय्या को देखते हुए व डीएचओ डॉ. रणमले ने इन सभी 1386 कर्मचारियों की फाईल शासन दरबार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया और अनशन कर्ताओं को शरबत पिलाया. सभी अनशन कर्ताओं ने अनशन समाप्त किया.
कोरोना योद्धा कर्मचारी संगठना ने राज्य सरकार द्बारा जारी 31 अगस्त के आदेश को तत्काल रद्द कर जिले में कोविड अस्पतालों में सेवा देने वाले 1386 कोरोना योद्धाओं को सेवा में शामिल करने की मांग की थी. संगठना द्बारा गुरुवार को आक्रामक भूमिका निभाते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी के कक्ष में करीब देढ घंटा तक ठिय्या देकर चर्चा की गई. जिसके पश्चात डॉ. दिलीप रणमले ने सभी अनशन कर्ताओं को आश्वासन दिया. उसके पश्चात सभी अनशन कर्ताओं ने अनशन समाप्त किया.
इस समय आंदोलन में डॉ. रुपेश खडसे, पंकज जाधव के नेतृत्व में मंजिश्री मोहोड, साचल गवई, प्रियंका तायडे, शितल थोरात, अंकित घाडगे, मग्गी जाधव, काजल मेहलदे, दिक्षा कांबले, अश्विनी टाकसाले, राधेश्वरी भेंडारकर, कृष्णा खंडाते, शिवाजी डिके, प्रियंका हर्सुले, मयुरी, रेवती, आकाश वानखडे, पवन महाले, वैभव नसरे, राजेश शेंगे, गौरी आमले, अनिता इंगले, वनिता चक्रपानी, हर्षा गणवीर, किरण वाघमारे, पूजा वाघमारे, राजेश्वरी बारकावे, पूजा मोहोड, किर्ती कौतुके, प्रियंका कांबले, सौरभ गंडाले, दिक्षा बोरकर, आरती डोंगरे, वैष्णवी बोबडे उपस्थित थे.