मृत्युपरांत पंकज लढ्ढा के नेत्रदान
अमरावती/ दि.2 – बडनेरा मारवाडीपुरा स्थित लढ्ढा किराना होलसेल के युवा व्यापारी पंकज रविशचंद्र लढ्ढा का कल 1 फरवरी बुधवार की दोपहर दिल का दौरा पडने के कारण निधन हो गया. इस समय वें 41 वर्ष के थे. वे उनके पीछे मां उषादेवी, पत्नी पूनमदेवी, दो बेटी खुशी, नेतल, चाचा नंदकिशोर, गोपाल राजू, भाई सचिन ऐसा भरापुरा परिवार छोड गए. ऐसे में दुख की घडी रहते समय परिवार के सदस्यों ने मृत्युपरांत पंकज लढ्ढा के नेत्रदान किये.
हसमुख मिलनसार स्वभाव के धनी पंकज लढ्ढा हमेशा सामाहिक क्षेत्र के कार्य में सबसे आगे रहते थे. धार्मिक कार्यक्रमों में बढचढकर हिस्सा लिया करते थे. कल अचानक उनके चले जाने से मारवाडी परिसर में शोक की लहर व्याप्त हो गई. ऐसी दुख की घडी में परिजनों ने पंकज लढ्ढा के नेत्रदान करने की अनुमति दी. इसके लिए डॉ. चेतन मुनोत ने प्रयास किये. हरिना नेत्रदान समिति व्दारा नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की गई. इस समय दो मिनट मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस समय कंवरीलाल ओस्तवाल, शिवराय कुलकर्णी, परमानंद अग्रवाल, डॉ. प्रवीण श्यामसुंदर जाजू, सुदर्शन जैन, प्रदीप जैन, दिनेशजैन, राधेश्याम अग्रवाल, अशोक बोकारिया, जगदीश शर्मा, बंडू धामणे, किशोर जाधव, राजेश शर्मा, सोनू रुंगठा, टेकचंद केशवानी, विजू लाहे, चंदू खन्ना, बलराम उत्तमानी, जय रुंगठा, राजू जोशी, अजय जोशी, लक्ष्मण राठोड आदि उपस्थित थे. इस समय जिला अस्पताल के डॉ.अंकुशगोडबोले, डॉ. निलेश ढेगले, चेतान सोलंके शरद कासट, रामप्रकाश गिल्डा, अशोक दुल्हानी ने लढ्ढा परिवार का आभार माना.