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पब के हो हल्ले के बाद शहर के 104 बार रेस्तरां का सर्वे शुरू

किरण, गैलेक्सी, ड्रीमवर्ल्ड, बैठक, न्यू सावजी, कैम्प पाइंट को नोटिस

* पकडे गये नियम उल्लंघन के मामले
* उत्पादन श्ाुल्क विभाग द्बारा कार्रवाई
अमरावती/ दि. 20-पब संस्कृति के हो हल्ले के बीच राज्य उत्पादन शुल्क विभाग की अधीक्षक ज्ञानेश्वरी आहेर के नेतृत्व में आयुक्तालय क्षेत्र के 104 बार रेस्तरां का निरीक्षण अभियान शुरू किया गया. इस मुहीम में चार इन्स्पेक्टर, 8 उप निरीक्षक सहित लगभग 40 अधिकारियों का स्टॉफ है. गत दो दिनों के निरीक्षण में विविध नियमों के उल्लंघन की वजह से आधा दर्जन बार को नोटिस जारी किए जाने की जानकारी अधीक्षक आहेर ने आज दोपहर अमरावती मंडल से बातचीत में दी. उन्होंने बताया कि अभी और दो दिन इन्सपेक्शन चलेगा. यह भी बताया कि नोटिस देने के अलग- अलग कारण है. बार संचालकों को अगले सप्ताह भर में नोटिसेस का जवाब देना है. उन्होंने नियम कानून उल्लंघन के कारण दंड के बारे में पूछे जाने पर बताया कि वह अधिकार जिलाधिकारी के पास हैं. अधिकतम 50 हजार रूपए का जुर्माना किया जा सकता है.
* इन बार को दी गई नोटिस
शनिवार और रविवार दो दिनों में दो दर्जन से अधिक बार का एक्साइज की 10 टीमों ने निरीक्षण किया. उनमें विभिन्न प्रकार के उल्लंघन पाए गये. जिस वजह से नोटिस दी गई है. इन बार में नवसारी की होटल किरण, कैम्प की होटल गैलेक्सी, सातुर्णा की ड्रीमवर्ल्ड और बैठक, सर्किट हाउस की कैम्प पाइंट और नवसारी की न्यू सावजी का समावेश है. इन्सपेक्शन की कार्रवाई में स्वयं अधीक्षक ज्ञानेश्वरी आहेर, महिला अधिकारी सोंडवले, गभणे, नौरंगाबादी, वायाल, काले, गायगवली, जाधव, शंखपाद, देशमुख का समावेश रहा.
* परमिट रूम की नापजोख
सूत्रों ने अमरावती मंडल को बताया कि आयुक्तालय क्षेत्र में 104 बार, परमिट रूम का निरीक्षण शुरू किया गया है. सबसे पहले नक्शे का मेलमिलाप देखा गया. परमिट रूम की मंजूर जगह के अलावा उसमें घट- बढ किए जाने की शिकायतें प्राप्त हुई थी. खबर है कि अधिकारियों ने टेप ले जाकर नापजोख की. तथापि अधीक्षक आहेर ने ऐसी कार्रवाई से इंकार किया. मंजूर नक्शे के अलावा बाहर भी शराब सर्वे करने के मामले कुछ बार में दिखाई देने से उन्हें नोटिस जारी किए जाने की जानकारी अधिकारियों ने दी है.
* एफएल 3 लाइसेंस का उपयोग
उल्लेखनीय है कि एफएल 3 लाइसेंस का उपयोग शहर के कुछ होटल पब के रूप में कर रहे थे. अमरावती मंडल की टीम ने पहले ही पडताल कर बता दिया कि पब शब्द का शासकीय अनुमति में कही उल्लेख नहीं रहता है . कुछ एफएल 3 लाइसेंस धारक कथित रूप से पब चला रहे थे. ऐसा आरोप पब संस्कृति का विरोध करनेवाले दलों और संगठनों ने किया था. बहरहाल शहर में हुए जबर्दस्त विरोध के बाद पब बंद करने का ऐलान संचालकों ने किया है. इस बीच उत्पादन शुल्क विभाग ने शहर भर के बार रेस्टॉरेंट की जांच शुरू की है.

 

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