अमरावती

जिले में तीन दिन बाद रेमडेसिविर के 900 वॉयल उपलब्ध

रोजाना दो से ढाई हजार इंजेक्शन की पड रही जरूरत

  • जबर्दस्त किल्लत का करना पड रहा सामन

अमरावती/दि.16 – विगत चार दिनों से लगभग आउट ऑफ स्टॉक रहने के बाद गुरूवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन के 900 वॉयल उपलब्ध हुए है. जिन्हें सभी कोविड अस्पतालों को उपलब्ध कराया गया है. किंतु जिले में रोजाना दो से ढाई हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत पड रही है, ऐसे में 900 वॉयल उपलब्ध होने के बावजूद भी हालात में कोई विशेष फर्क नहीं पडा है.
कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु लाभकारी माने जाते रेमडेसिविर इंजेक्शन की इन दिनों जबर्दस्त मांग है. जिसकी तुलना में आपूर्ति बेहद अत्यल्प है. ऐसे में इस इंजेक्शन की भारी किल्लत विगत अनेक दिनों से चल रही है. चार दिन पहले रेमडेसिविर के 400 वॉयल उपलब्ध हुए थे और एक ही दिन में खत्म भी हो गये है. ऐसे में जिले में गंभीर स्थितिवाले मरीजों की संख्या को देखते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल ने सुपर स्पेशालीटी अस्पताल से पीडीएमसी सहित शहर के निजी कोविड अस्पतालों को रेमडेसिविर के 400 वॉयल उपलब्ध कराये थे.

पीडीएमसी में सुबह 8 बजे से लग रही कतार

निजी अस्पतालों में भरती मरीजों के लिए प्रशासन द्वारा अपने नियंत्रण के तहत पीडीएमसी अस्पताल के जरिये रेमडेसिविर के इंजेक्शन उपलब्ध कराये जा रहे है. यहां पर मरीजों के रिश्तेदारों को मरीज के इलाज संबंधी दस्तावेज दिखाने के बाद रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है. इस हेतु यहां पर रोजाना दिनभर कोविड संक्रमित मरीजों के रिश्तेदारों की लंबी-लंबी कतार देखी जाती है. बता दें कि, पीडीएमसी असपताल के मेडिकल स्टोर से रोजाना सुबह 11 बजे रेमडेसिविर इंजेक्शन के वितरण का काम शुरू होता है. किंतु यहां पर सुबह 8 बजे से ही मरीजोें के रिश्तेदार कतार लगाकर खडे हो जाते है और 11 बजते-बजते कई मीटर लंबी कतार लग जाती है.

अन्य जिलों के मरीज भरती होने से बढी मांग

इस समय अमरावती जिले की सीमा से सटे जिलों के कोविड संक्रमित मरीजों को भी अमरावती जिले के कोविड अस्पतालों में इलाज हेतु भरती कराया गया है. जिसकी वजह से रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग में अचानक ही वृध्दी हुई है. किंतु उसी अनुपात में इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं हो पा रही. जिसकी वजह से किल्लतवाली स्थिति बनी हुई है.

डिपो में 30 लाख एडवांस जमा

रेमडेसिविर की विविध कंपनियों के नागपुर स्थित डिपो में जिले के स्टॉकिस्ट द्वारा 30 लाख से अधिक की एडवांस रकम जमा करायी गयी है. जिसके लिए कई मेडिकल दुकानदारों ने एक से डेढ लाख रूपये तक अग्रीम भुगतान किया है. ऐसी जानकारी एफडीए द्वारा दी गई है. किंतु मांग के अनुरूप अब भी आपूर्ति नहीं हो पायी है.

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