दो दिन बाद आज सुबह से अमरावती में फिर बरसे मेघ
अभी भी बगाजी सागर व अप्पर वर्धा बांध से छोडा जा रहा पानी
* शालाओं में बारिश के कारण विद्यार्थियों की उपस्थिति कम
अमरावती /दि. 10- पिछले दोन दिनों से दिन में मौसम खुला रहने के बाद आज शनिवार 10 अगस्त को सुबह से अमरावती शहर सहित जिले में फिर से मूसलाधार बारिश शुरु हो गई. इस बारिश के कारण आज शाला-महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या कम दिखाई दी. वहीं जिले में अप्पर वर्धा, पूर्णा प्रकल्प और बगाजी सागर बांध से अभी भी पानी नदियों में छोडा जा रहा है.
जून माह में बारिश देरी से शुरु होने के बाद जुलाई और अगस्त माह में अमरावती सहित जिले की सभी तहसीलों में बारिश समाधानकारक हो गई है. बांधो का जलस्तर भी बढ गया है. सभी तहसीलों की पेयजल समस्या अगस्त माह तक बांधो की निर्धारित क्षमता के मुताबिक जल संग्रहन औसतन पूर्ण होने और पानी की आवक लगातार जारी रहने से लगभग दूर हो गई है. बांधो के पाणलोट क्षेत्र में बारिश होती रहने और पानी की आवक जारी रहने से प्रशासन द्वारा जिले के छोटे-बडे बांधो के गेट खोलकर पानी नदियों छोडा जा रहा है. जिले के सबसे बडे मोर्शी के अप्पर वर्धा बांध के 3 गेट खोलकर 5 अगस्त से पानी छोडा जा रहा है. शुरुआत में 10 सेंटीमीटर, पश्चात 20 सेंटीमीटर और अब 5 सेंटीमीटर गेट खुले रख वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा है. इस बांध में 81.97 फीसद जल संग्रहित हो गया है. इस तरह अमरावती-वर्धा जिले की सीमा पर स्थित बगाजी सागर (निम्न वर्धा प्रकल्प) बांध के 31 में से 3 गेट 20 सेंटीमीटर तक खुले रख 49.91 क्यूमेक प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी वर्धा नदी में छोडा जा रहा है. चांदुर बाजार तहसील के पूर्णा प्रकल्प और अचलपुर तहसील के सापन प्रकल्प के गेट खोलकर भी पानी नदियों में छोडा जा रहा है. दो दिन बाद आज सुबह से जारी वर्षा के कारण जनजीवन भी प्रभावित दिखाई दिया है. साथ ही शाला-महाविद्यालयों में भी विद्यार्थियों की संख्या काफी कम दिखाई दी. सुबह झमाझम बारिश के बाद दोपहर 1 बजे से अमरावती शहर सहित संपूर्ण जिले में रिमझिम बारिश शुरु थी.
* बारिश के कारण किसान घरों में
आज सुबह से मूसलाधार बारिश शुरु रहने के कारण किसानों को अपने खेतो में काम करते नहीं आ सका. किसान सुबह से ही अपने घरों में बैठे है. किसानों को बारिश रुकने की प्रतीक्षा है. बारिश के दौरान अनेक किसान खेतों में चक्कर काटते हुए दिखाई दिए.