* मेलघाट का जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त
* अमरावती में भी सुबह हुई रिमझिम बारिश
अमरावती/धारणी/दि. 1 – पिछले दो दिनों से दिन में मौसम खुला और सूर्यदेवता के दर्शन होने से नागरिकों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन इन दो दिनों के दौरान रात को थोडीबहुत बारिश हुई. आज सुबह और देर रात अमरावती सहित जिले में रिमझिम बारिश हुई. लेकिन दोपहर में अमरावती में धूप निकल आई थी. वहीं मेलघाट में दोपहर 12.30 बजे से मूसलाधार बारिश शुरु होने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया था.
10 दिनों बाद मंगलवार 30 जुलाई को बारिश रुकने और सूर्यदेवता के दर्शन होने से नागरिकों ने राहत की सांस ली थी. किसान भी अपने खेतो में सुबह से काम करने चले गए थे. बुधवार को भी पूरा दिन धूप रही. लेकिन रात को रिमझिम बारिश हुई. पश्चात आज गुरुवार 1 अगस्त को भी सुबह अमरावती शहर सहित जिले में वर्षा हुई. वहीं दो दिन बाद मेलघाट में दोपहर 12.30 बजे से तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश शुरु हो गई. इस बारिश के कारण मेलघाट का जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया और आदिवासी किसानों को खेतो का कामकाज रोक देना पडा. जिले के किसानों के मुताबिक अब उन्हें खेतो में काम करने के लिए मौसम साफ चाहिए. पूरा दिन बारिश न होने के बावजूद रात को हो रही बारिश के कारण उन्हें खेतो में काम करने के लिए दिक्कत आ रही है. रात की बारिश के कारण दिन में वे खेतो में ठीक तरह से काम नहीं कर पा रहे है. ऐसे में उन्हें फसलों को बचाए रखने के लिए और इल्लीयों के प्रकोप से बचने के लिए कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव अधिक मात्रा में करना पड रहा है. इस कारण उनका खेती का खर्च बढता जा रहा है. यदि 8 से 10 दिन तक बारिश नहीं हुई तो किसान अपने खेतो में अच्छी तरह काम करते है और मौसम साफ रहा तो फसलों की बढत होंगी. इस कारण किसान अब बारिश से चिंतित हो गए है. मेलघाट में आज दोपहर से शुरु हुई बारिश समाचार लिखे जाने तक जारी थी. मेलघाट के धारणी शहर में शुक्रवार को साप्ताहित बाजार रहता है. लेकिन यह बारिश इसी तरह लगातार जारी रही तो साप्ताहिक बाजार पर भी इसका असर हो सकता है.
* निम्न वर्धा प्रकल्प के तीन गेट अभी भी खुले
अमरावती और वर्धा जिले के सीमा पर स्थित धनोडी के निम्न वर्धा प्रकल्प (बगाजी सागर) से अभी भी तीन गेट 20 सेंटीमीटर तक खुले रख 74.87 घनमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी वर्धा नदी में छोडा जा रहा है. बगाजी सागर के 5 गेट 29 जुलाई को 50 सेंटीमीटर तक खुले रख वर्धा नदी में पानी छोडा जा रहा था. इसके पूर्व भी इस बांध से 23 जुलाई से तीन गेट खुले रख पानी वर्धा नदी में छोडा जा रहा है. इस तरह पिछले 9 दिनों से इस बांध से पानी छोडना जारी है. इसी तरह चांदुर बाजार तहसील के पूर्णा प्रकल्प से भी पानी पूर्णा नदी में लगातार छोडना जारी है.
* अप्पर वर्धा बांध में 71.82 फीसद जल संग्रहित
जिले के सबसे बडे मोर्शी के अप्पर वर्धा बांध में पानी की आवक लगातार जारी है. इस बांध में अब तक 405.09 मिमी यानी 71.82 प्रतिशत जल संग्रहित हो गया है. इस बांध की क्षमता 519.31 मिमी है. इस वर्ष मानसून में इस बांध के 13 में से कोई भी गेट अब तक नहीं खोले गए है. गत वर्ष भारी वर्षा होने के कारण जून माह से इस बांध के सभी दरवाजे अनेक बार खुले रख वर्धा नदी में पानी छोडा गया था.