कृषि सहायक दम्पति से मांगी 1 लाख की घूस
क्लर्क वंजारे 25 हजार लेते धरे गये
अमरावती/दि.9 – सरकार अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को लाखों रुपए वेतन देती है. इसके अलावा कई सुविधाएं और लाभ इन्हें प्राप्त होते हैं. इनका चिकित्सा और अन्य खर्च भी सरकार वहन करती है. फिर भी उचे ओहदो पर बैठे लोगों का लोभ कम नहीं होता, ऐसा ही मामला दो दिनों में उजागर हुए है. पटवारी के 1500 रुपए घूस लेने के बाद एसीबी ने विभागीय कृषि सहसंचालक के वरिष्ठ लिपिक दिलीप वंजारे को 25 हजार रुपए रिश्वत लेते पकडा गया. एसीबी ने बताया कि, वंजारे ने कृषि सहायक के विरुद्ध अनुशासन कार्रवाई का प्रस्ताव में सहायता करने के लिए 1 लाख रुपए की मांग की थी. 25 हजार स्वीकारते 8 जुलाई की शाम सवा 6 बजे आरोपी लोकसेवक वंजारे को पकडा गया. इस बारे में अपराध दर्ज किया जा रहा है.
एसीबी ने बताया कि, आरोपी वंजारे के विरुद्ध उसी विभाग में कृषि सहायक पद पर कार्यरत पति-पत्नी से लाख रुपए की घूस मांगी थी. आरोपी वंजारे ने भरोसा दिलाया था कि, वरिष्ठ अधिकारियों से वे शिकायतकर्ता की पत्नी का निलंबन रुकवा देंगे और शिकायतकर्ता के निलंबन काम में पास का मुख्यालय देंगे. लिखित शिकायत के बाद एसीबी ने जाल बिछाया. 1 लाख की राशि मंजूर हुई और उसकी पहली किश्त 25 हजार रुपए स्वीकारते पंच के सामने आरोपी को ताबे में लेने की जानकारी एसीबी ने दी. गाडगे नगर थाने में अपराध दर्ज किया गया है.
यह कार्रवाई अधीक्षक मारोती जगताप, अपर अधीक्षक अनिल पवार, उपअधीक्षक मिलिंद बहाकार, मंगेश मोहोड के मार्गदर्शन में निरीक्षक केतन मांजरे, निरीक्षण प्रवीण पाटिल, कॉस्टेबल वैभव जायले, संजय कोल्हे, अभिजीत उमक, कुणाल काकडे, महेंद्र साखरे, आशीष जांभोले, बालबुद्धे ने की.