* की जाएगी कृषि सहसंचालक के पास अपील
अमरावती/दि.20- इस वर्ष जिले में मूसलाधार बारिश और अतिवृष्टि से काफी कहर हुआ है. किसानों के खेत जलमग्न होने और अनेक क्षेत्रों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो जाने से किसानों का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है. इन किसानों को राज्य शासन की तरफ से नैसर्गिक आपदा के रुप में तहसीलनिहाय सहायता वितरित करना शुरु है, वहीं जिन किसानों ने फसल बीमा निकाला है, उन्हें संबंधित कंपनी द्वारा 25 प्रतिशत बीमा राशि देने से इनकार किया गया है. जिलाधीश के प्रस्ताव को बीमा कंपनी द्वारा खारिज किये जाने से कृषि विभाग के सहसंचालक के पास इस संबंध में जिला प्रशासन की तरफ से अपील की जाने वाली है.
इस वर्ष जून माह से जिले में मूसलाधार बारिश हुई है. खरीफ मौसम में किसान जिले में सर्वाधिक सोयाबीन की बुआई करते हैं. दीपावली के पूर्व सोयाबीन की फसल किसानों के हाथ में आती रहने और उपज मंडी में उसकी बिक्री करने के बाद दीपावली उत्साह के साथ मनाने में सुविधा होती रहने से किसान सोयाबीन की बुआई अधिक करते हैं. इस वर्ष इस खरीफ मौसम में कुल 2 लाख 57 हजार 117 हेक्टअर क्षेत्र में 14 तहसीलों में किसानों ने सोयाबीन की बुआई की थी. लेकिन जून माह से जिले में मूसलाधार बारिश होने से सोयाबीन की फसल का किसानों को भारी नुकसान पहुंचा. जब सोयाबीन की फसल को काटने का समय आया, तब वापसी की बारिश ने भी कहर बरपाया और किसानों का भारी मात्रा में नुकसान हो गया. किसानों की नैसर्गिक आपदा के कारण हुई क्षति को देखते हुए राज्य शासन के निर्देश पर तहसीलनिहाय सर्वेक्षण कर पंचनामे भी किये गए और शासन की तरफ से ऐसे किसानों को आर्थिक सहायता देना भी शुरु किया गया. कुल 530 करोड़ रुपए राज्य शासन की तरफ से भेजे गए जो तहसीलनिहाय किसानों के खाते में जमा किये जा रहे हैं, लेकिन सोयाबीन उत्पादक किसानों ने एआइसी नामक बीमा कंपनी से फसल बीमा निकाला. वह कंपनी 25 प्रतिशत फसल बीमा किसानों को देने से इनकार कर रही है. यह आदेश जिलाधिकारी पवनीत कौर ने संबंधित एआईए (भारतीय कृषि बीमा कंपनी) को पत्र लिखकर दिये थे. जिलाधिकारी का प्रस्ताव ठुकराने से अब जिला प्रशासन कृषि सहसंचालक के पास दिवाली के बाद अपील करने वाला है.
जिले की 14 में से 12 तहसीलों में नुकसान
इस वर्ष जिले की 14 तहसीलों में कुल 2 लाख 57 हजार 117 हेक्टेअर क्षेत्र में सोयाबीन की बुआई की गई थी. जिन तहसीलों में 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है, उन्हें नुकसान भरपाई अदा करने का नियम है. शासन की तरफ से यह नुकसान भरपाई देना शुरु किया गया है, लेकिन जिन किसानों ने फसल बीमा निकाला है, ुउसका 25 प्रतिशत बीमा कंपनी और 25 प्रतिशत जिला प्रशासन नुकसान भरपाई कर मुआवजा देता है. लेकिन भारतीय कृषि बीमा कंपनी ने यह नुकसान भरपाई देने से इनकार किया है. अमरावती जिले में अंजनगांव व दर्यापुर तहसील को छोड़कर अन्य बारह तहसीलों के 84 मंडलों में 50 प्रतिशत से अधिक सोयाबीन उत्पादक किसानों का नुकसान हुआ है.
जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी अपील
जिले के 12 तहसीलों के सोयाबीन उत्पादकों का 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है. इन किसानों को 25 प्रतिशत बीमा रकम देने के प्रस्ताव का पत्र जिलाधिकारी पवनीत कौर द्वारा एआईसी को दिये जाने के बाद उन्होंने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. इस कारण अब जिला प्रशासन कृषि विभाग के सहसंचालक के पास अपील करने वाला है. दिवाली के बाद यह प्रक्रिया की जाएगी. जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है.
– अनिल खर्चान, जिला कृषि अधिकारी, अमरावती