नुकसान ग्रस्त संतरा बगीचों का कृषि विभाग ने किया निरीक्षण
उत्पादकों का किया मार्गदर्शन
मोर्शी/दि.30-अमरावती जिले में, कई संतरा उत्पादक हर साल मृग और अंबिया बहार संतरे की फसल लेते है. लेकिन पिछले कुछ महिने से संतरा गलन होने से संतरा उत्पादक किसान संकट में आ गए है. संतरा बागानों में हुए नुकसान के तथ्यों का पता लगाने तथा इसका कारण जानने के लिए मोर्शी तहसील कृषी अधिकारी संजना इंगले, राष्ट्रवादी कांग्रेस के तहसील उपाध्यक्ष रुपेश वालके, डॉ. राजेंद्र वानखडे, डॉ.राजीव घावडे, डॉ. शयाम मुंजे की उपस्थिति में संतरा बगीचों का निरीक्षण कर सर्वे किया गया.
मोर्शी-वरुड तहसील संतरे के रिकॉर्ड उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और मोर्शी तहसील में बड़ी मात्रा में अंबिया बहार गलने के कारण, संतरा किसानों भारी नुकसान हुआ है. नुकसान ग्रस्त किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए, मोर्शी विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवेन्द्र भुयार ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को कई बार अवगत कराया था. संतरे के फल के नुकसान का सर्वेक्षण करके मुआवजे की मांग की थी. जिसके बाद यहां के संतरे के बगीचों का निरीक्षण और सर्वेक्षण किया गया था. अंबिया और मृग बहार में संतरा पेडों पर अज्ञात रोग का प्रकोप, बारिश की कमी, तापमान में वृद्धि आदि के कारण अंबिया और मृग बहार में फलों की गिरावट आई है. किसानों पर आए संकट को देखते हुए तहसील के दापोरी, हिवरखेड, डोंगर यवली, घोडेदेव, पाला के संतरे के बगीचों का कृषि विभाग ने निरीक्षण किया और किसानों को फल सड़न नियंत्रण उपायों के बारे में मार्गदर्शन किया.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अंतर्गत सहायता देने के लिए संपूर्ण सर्वेक्षण करने की जरूरत है. 50 प्रतिशत से अधिक गिरावट आने से संतरा उत्पादक किसानों का करोडों रुपए का नुकसान होने की सकारात्मक रिपोर्ट सरकार को भेजने का अनुरोध राकांपा तहसील उपाध्यक्ष तथा ग्राम पंचायत सदस्य रुपेश वालके ने कृषि विद्यापीठ, कृषि विज्ञान केंद्र शास्त्रज्ञ, शिवाजी कृषि महाविद्यालय व शिवाजी उद्यानविद्या महाविद्यालय से किया. संतरा बगीचों का निरीक्षण करते समय कृषी संशोधन केंद्र अचलपूर के डॉ. राजेंद्र वानखडे, प्रादेशिक संशोधन केंद्र अमरावती के डॉ. राजीव घावडे, डॉ. शयाम मुंजे, तहसील कृषि अधिकारी संजना इंगले व कृषी अधिकारी उपविभागीय कृषी अधिकारी कार्यालय के धनंजय ठाकरे, मंडल कृषी अधिकारी पांडुरंग मस्के, ग्रापं सदस्य रुपेश वालके, ग्राम सचिन उमाले , अतुल काकडे, नीलेश कडू, कृष्णा विघे, समेत संतरा उत्पादक किसान उपस्थित थे.