अमरावतीमहाराष्ट्र

कृषि मंत्री ने जानी किसानों की समस्याएं

परिसंवाद में किसानों से साधा संवाद

अमरावती /दि. 15– दुनियाभर में करीब 511 कीटनाशकों पर बंदी है. जिसकी तुलना में भारत में केवल 56 कीटनाशकों पर ही प्रतिबंध है. जबकि युरोपीय देशों में 195 दवाओं पर प्रतिबंध है. कीटनाशकों व दवाओं का दुष्परिणाम होने के चलते रोजाना 13 हजार लोगों की मौत होने की रिपोर्ट आईसीएमआर द्वारा दी गई है. यह जानकारी देने के साथ ही कई महत्वपूर्ण बातों पर प्रगतिशील व प्रयोगशिल किसानों ने राज्य के कृषि मंत्री का ध्यान कृषी क्षेत्र में रहनेवाली कमियों की ओर दिलाया तथा उन्हें इन कमियों को दूर करने हेतु आवश्यक सलाह भी दी.
किसानों के साथ चर्चा करने हेतु आयोजित परिसंवाद में कृषि मंत्री कोकाटे से किसानों ने कहा कि, जिला परिषद की शालाओं में कक्षा 5 वीं से ही क्रॉप सायंस विषय होना चाहिए. इसके अलावा एनपीके खाद के साथ न्युट्रीएंट दिए जाने पर फसलों को फायदा होगा. इसके अलावा खेतीहर मजदूरों की किल्लत महसूस होने पर मेकॅनिकल हार्वेस्टिंग की जानी चाहिए. इन सभी सुझावों को सुनते हुए कृषि मंत्री ने किसानों से कहा कि, वे उनके द्वारा दिए गए सुझावों से संबंधित वीडियो तुरंत ही कृषि विद्यापीठ के साथ शेयर करें. साथ ही उन्हें भी भेजे. ताकि वे उन सुझावों पर अमल करने हेतु आवश्यक कदम उठा सके.
इस समय कई किसानों का यह कहना भी रहा कि, कृषि विद्यापीठ में सोयाबीन के नए व संशोधित वाण तैयार होते है. जिनका प्रचार-प्रसार नहीं होने के चलते किसानों द्वारा किस वाण का प्रयोग किया जाए यह समस्या निर्माण होती. सीजन से पहले खरीदी केंद्र शुरु करते हुए एमएसपी के आधार पर खरीदी की जानी चाहिए और फल बीमा योजना के मानकों को बदलते ुहुए राज्य के सभी जिलो में फल बीमा योजना की किश्त एक समान रखी जानी चाहिए. इसके अलावा ट्रिगर के मानकों में भी बदलाव किया जाना चाहिए. इस समय परिसंवाद में उपस्थित सभी किसानों की सलाह पर सुलझाव को सुनते हुए कृषि मंत्री कोकाटे ने कहा कि, ऐसे सुझाव व सलाह जानने व समझने के लिए ही उन्होंने यह परिसंवाद आयोजित करवाया है.

* संतरे की उपज अमरावती में, प्रक्रिया नांदेड में
वरुड निवासी किसान रमेश जिचकार ने संतरा उत्पादकों की व्यथा को इस परिसंवाद में रखते हुए कहा कि, राज्य में संतरे का 50 फीसद उत्पादन क्षेत्र अमरावती जिले में है. परंतु अमरावती जिले में संतरा प्रक्रिया केंद्र नहीं है. ऐसे में संतरे को प्रक्रिया हेतु नांदेड ले जाया जाता है. अत: अमरावती में संतरा प्रक्रिया केंद्र शुरु करने के साथ ही संतरे के फल की गलाई पर उपाययोजना की जाए और 30 फीसद चुरा संतरे पर प्रक्रिया हो, जिसके लिए सरकारी निर्णय में सुधार किए जाए.

* संजय खोडके ने विभागवार शिवार फेरी का मुद्दा उठाया
कृषि पदवीधर संगठन के संजय खोडके ने विभागवार शिवार फेरी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, इसमें विद्यापीठ के वैज्ञानिकों, जेडीए, एसएओ व कम से कम 10 प्रयोगशिल किसानों का समावेश होना चाहिए. साथ ही कुलगुरु को इस में अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. जिस पर कृषि मंत्री कोकाटे ने खुद अपनी अध्यक्षता के तहत इस समिति का गठन करने तथा प्रति तीन माह में समिति की बैठक आयोजित करने के निर्णय की घोषणा की.

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