एग्रीस्टैक की राह बिकट, डिजिटल पहचान खतरे में
जिले के 2.80 लाख किसानों का अब तक पंजीयन नहीं

* किसानों को कैसे मिलेगा योजनाओं का लाभ
अमरावती /दि. 6– एग्रीस्टैक योजना के जरिए देश में कृषि क्रांति होनेवाली है, ऐसा भले ही सरकार द्वारा बताया जा रहा है. परंतु इस योजना की राह फिलहाल काफी बिकट दिखाई दे रही है. इस योजना के तहत किसानों को 11 अंकी फॉर्मर आईडी देते हुए डिजिटल पहचान दी जा रही है. परंतु योजना को अमल में लाने हेतु संबंधित महकमों का आवश्यक सहयोग ही नहीं मिल रहा और अब भी जिले में 2.80 लाख किसानों का पंजीयन होना बाकी है.
यद्यपि प्रशासन द्वारा दावा किया जा रहा है कि, योजना पर प्रभावी अमल किया जा रहा है परंतु इसमें किसानों को विविध तरह की दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. साथ ही साथ नाम पंजीयन शिविरो से खुद किसानों द्वारा भी मुंह मोडा जा रहा है. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा सतत प्रयास जारी रखे जाने के चलते 3 मार्च तक 45.90 फीसद यानी 2 लाख 37 हजार 960 किसानों द्वारा इस योजना हेतु अपने नामों का पंजीयन किया गया था.
* योजना की जिला स्थिति
– खाताधारक संख्या 518407
– 3 मार्च तक पंजीयन 237960
– पंजीयन का प्रतिशत 45.90
* किसानों के सामने तकनीकी दिक्कते
इस योजना के तहत एक बार सबमिट किए जाने के बाद जानकारी में बदलाव नहीं किया जा सकता. गट नंबर दर्ज करने के बाद पोर्टल पर पोटखराब क्षेत्र दिखाई नहीं देता. पोटखराब क्षेत्र के पंजीयन हेतु एसडीओ के पास प्रस्ताव प्रलंबित रहने के चलते 7/12 पर क्षेत्र अधिक व फॉर्मर आईडी पर क्षेत्र कम दिखाई देता है. इसके साथ ही 7/12 के अपडेट नहीं रहने जैसी दिक्कते भी सामने आ रही है.
* यह दस्तावेज है आवश्यक
– किसानों के पंजीयन हेतु आधार कार्ड, लिंक रहनेवाला मोबाइल क्रमांक, 7/12 दस्तावेज प्रस्तुत करते सीएससी केंद्र पर पंजीयन किया जा सकता है.
– फॉर्मर आईडी का लाभ सरकारी योजनाओं व सरकारी सहायता सहित पीएम किसान सम्मान निधि के लिए होनेवाला है.
* भविष्य में किसानों के लिए सरकारी योजनाओं के लाभ हेतु फॉर्मर आईडी आवश्यक रहेगा. जिसके बिना किसी सरकारी योजना व सरकारी सहायता का लाभ नहीं मिलेगा. ऐसे में किसानों ने तुरंत ही एग्रीस्टैक योजना के तहत आवेदन करते हुए फॉर्मर आईडी हासिल करनी चाहिए.
– विवेक जाधव
उपजिलाधीश, अमरावती.