हादसे का शिकार होते-होते बची अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस
धामणगांव से पुलगांव के बीच टूटा था रेल्वे ट्रैक
* रेल्वे पटरी के ज्वॉईंट की उखड गई थी वेल्डिंग
* रेल्वे ट्रैकमैन की सावधानी से टला अनर्थ
धामणगांव/दि.28 – धामणगांव रेल्वे स्टेशन से करीब एक से डेढ किमी की दूरी पर पुलगांव की ओर जाने वाले डाउन लाइन के रेल्वे ट्रैक के टूटे रहने की जानकारी सामने आते ही आज काफी बडा हडकंप मच गया. पता चला कि, रेल्वे पटरी के ज्वॉईंट की वेल्डिंग उखड जाने के चलते यह रेल्वे ट्रैक टूट गया है. यह जानकारी आज सुबह 8.45 बजे के आसपास सामने आयी. जिसे देखते ही भोलाराम मीना नामक रेल्वे ट्रैकमैन ने करीब 400 मीटर की दूरी तक दौडते हुए डाउन लाइन पर आ रही अहमदाबाद पुरी एक्सप्रेस को रुकवाया. जिससे संभावित अनर्थ टल गया. अन्यथा इस रेल्वे ट्रैक पर आज कोई बडा हादसा घटित हो सकता था.
इस घटना की जानकारी मिलते ही रेल्वे प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत ही मौके पर पहुंचे तथा मामले की जांच पडताल करते हुए रेल्वे ट्रैक की दुरुस्ती का काम युद्धस्तर पर शुरु किया गया. साथ ही अपनी सतर्कता के जरिए अहमदाबादपुरी एक्सप्रेस को हादसे का शिकार होने से बचाने वाले रेल्वे ट्रैकमैन भोलाराम मीना की सभी रेल अधिकारियों द्वारा सराहना की गई.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक धामणगांव रेल्वे स्टेशन से कुछ दूरी पर गोरक्षण की ओर संतोषी माता मंदिर के निकट पोल क्रमांक-709/0 से 712/0 के दौरान डाउन लाइन में किमी 710 के प्वॉईंट 2628 में रेल्वे पटरी पर रहने वाली वेल्डिंग उखड जाने के चलते करीब 1 इंच की दरार बन गई थी. यह बात सुबह के वक्त यहां पर गश्त लगा रहे रेल्वे ट्रैकमैन भोलाराम मीना के ध्यान में आते ही उन्होंने इसकी सूचना तुरंत ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी. साथ ही इस समय सामने से अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस को आती देख भोलाराम मीना लाल झंडी दिखाते हुए उस रेलगाडी की ओर दौडने लगे. जिसके चलते रेलगाडी का चालक भी सतर्क हो गया और उस दरार से 400 मीटर पहले ही अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस को रोक दिया गया. जिससे संभावित अनर्थ टल गया. इस समय अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस करीब 15 से 20 मिनट तक रुकी रही. साथ ही उससे पीछे आ रही मुंबई-हावडा मेल को धामणगांव रेल्वे स्टेशन पर रोक लिया गया था.
ज्ञात रहे कि, कुछ वर्ष पहले इसी स्थान के पास हावडा अहमदाबाद एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी और उस हादसे में 17 लोगों की मौत हुई थी. वह हादसा भी रेल्वे पटरी में आयी दरार की वजह से ही घटित हुआ था.