अमरावती

गले मिलने, साथ में भोजन करने से एड्स नहीं फैलता; उम्र बढ़ती है

जिले में 6 हजार मरीज, एचआइवी संदर्भ में समाज में जनजागृति जरुरी

अमरावती दि.28– एचआइवी, एड्स बीमारी पर आज भी समाज में अनेक गलतफहमियां है. जिसके चलते एचआइवी बाधिक मरीजों की ओर एक विशिष्ट नजर से देखा जाता है. ऐेसे व्यक्ति से मिलने पर हम भी एचआइवी ग्रसित होंगे,ऐसे गलतफहमियां लोगों में है. लेकिन एड्स बीमारी यह संसर्गजन्य बीमारी नहीं है. इसलिए एड्स पीड़ित मरीजों से गले मिलने या उनके साथ भोजन करने से यह बीमारी नहीं फैलती. बल्कि संबंधित मरीजों की इससे उम्र बढ़ने की संभावना अधिक होती है.
अमरावती जिले में करीबन साढ़े छः हजार के करीब एचआयवी बाधित मरीज हैं. इनमें से चार हजार मरीज नियमित रुप से जिला सामान्य अस्पताल में आकर उपचार ले रहे हैं. कोविड काल में एचआइवी जांच का प्रमाण भी कम हो गया था.

92,375 नागरिकों की जांच 6 महीने में
1 अप्रैल 2022 से 30 सितंबर 2022 इन 6 महीनों का कालावधि में 92 हजार 375 नागरिकों की जांच की गई.

154 एचआइवी बाधित पाये गए
अप्रैल से सितंबर इन 6 महीने में 154 नागरिक एचआइवी पॉजिटिव पाये गए हैं.

4000 बाधितों पर उपचार जारी
जिले में साडे छः हजार के करीब एचआइवी बाधित है. इनमें से चार हजार लोग नियमित उपचार ले रहे हैं.

नाबालिग बच्चे भी बाधित
जो गर्भवती महिला एचआइवी पॉजीटीव है, उनसे जन्मे बच्चे भी पॉजीटीव होने की संभावना होती है. जिसके चलते जिले में कुछ छोटे बच्चे भी एचआइवी बाधित हैं. लेकिन उनकी अधिकृत संख्या प्राप्त नहीं हो सकी है. जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी कार्यालय में यह संख्या उपलब्ध न होने की बात कही गई.

गलत बर्ताव न करें, गले मिले…
एचआइवी बाधित मरीज पाये जाने पर अनेक बार इन मरीजों को समाज द्वारा गलत बर्ताव मिलता है. कई मरीजों को समाज में स्थान भी नहीं दिया जाता, लेकिन एचआइवी यह संसर्गजन्य बीमारी नहीं, इसलिए इन मरीजों के साथ गलत बर्ताव न करते हुए उनसे गले मिले, जिससे इन मरीजों की उम्र बढ़ती है.

1. एचआइवी यह खून के संक्रमण से फैलता है. इसलिए किसी एचआइवी पीड़ित व्यक्ति का रक्त अन्य व्यक्ति को दिये जाने से वह व्यक्ति एचआइवी बाधित होता है.
2. एड्स पीड़ित व्यक्ति से शारीरिक संबंध बनाने पर एड्स का धोखा रहता है. गर्भवती एचआइवी महिला से उसके शिशु को एड्स हो सकता है.

जिले में फिलहाल 6 हजार एचआइवी पीड़ित मरीज हैं. इनमें से चार हजार मरीज यह नियमित रुप से अस्पताल में उपचार ले रहे हैं. एचआइवी यह बीमारी संसर्गजन्य नहीं है. इसलिए एचआइवी पीड़ितों से गले मिलने पर व उनके साथ भोजन करने से यह बीमारी नहीं फैलती. इस संदर्भ में एड्स नियंत्रण विभाग द्वारा जनजागृति की जाती है.
– अजय साखरे, जिला एड्स नियंत्रण अधिकारी

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