अमरावती/दि.24- ऑल इंडिया स्टूडंट फेडरेशन एआईएसएफ व्दारा आज जिलाधीश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम निवेदन दिया गया. जिसमें मोदी से मणिपुर विषय पर चुप्पी तोडने और वहां की महिलाओं को न्याय देने की मांग मुख्य रुप से की गई. निवेदन देते समय चैतन्य कलाने, ईश्वरी शिंदे, प्रतीक्षा ढोके, संध्या मेटकर, वेदिका मरगडे की उपस्थिति रही. निवेदन में कहा गया कि मणिपुर में 75 दिनों से हिंसा जारी है. महिलाओं के साथ ज्यादती हो रही है. फिर भी प्रधानमंत्री चुप हैं. वहां की सरकार का यह बडा अपयश है. मणिपुर संकट जिस पद्धति से लिया जा रहा है, वह अत्यंत क्षोभ जनक है. हिंसाचार, आगजनी, हत्या, दंगे वहां रुक नहीं रही है. भाजपा की कथित डबल इंजिन सरकार मणिपुर में आतंक फैला रही है. इन युवतियों ने कहा की जब जी-20 परिषद की अध्यक्षता की प्रतीक्षा कर रहे है, उसी समय देश की बदनामी हो रही है. संगठन ने पीएम मोदी से मांग की कि वे अपने हायबरनेशन से बाहर निकले और सीमावर्ती राज्य के लोगों में भरोसा पैदा करें.
* इर्विन चौक पर महिलाओं का प्रदर्शन
रविवार को इर्विन चौक पर महिलाओं ने मणिपुर की शर्मसार घटनाओं का विरोध करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया. सैकडों महिलाओं का प्रदर्शन का नेतृत्व सुरेखा ठाकरे, संगीता ठाकरे, गायत्री आडे, स्वाती गावंडे, कल्पना वानखडे, सरला इंगले, आशा अघम, अर्पणा मेकेश्वर, प्रिती घोटे, माधुरी वर्हाड, माया वाकोडे, तृप्ती मेश्राम, लीना वासनिक, कोमल बद्रे, प्रिती बनारसे, सीमा गुडधे आदि अनेक ने किया.