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सात माह से लापता आकाश विरुलकर की ‘खबर मिली’

फरवरी माह में ही इंदौर में हो गई थी मौत

* मानव तस्करी की वजह से सामने आया था नाम
अमरावती/दि.13 – विगत जनवरी माह के दौरान नवसारी परिसर निवासी आकाश विरुलकर नामक 25 वर्षीय युवक कैटरिंग का काम करने हेतु इंदौर गया था. जहां से उसके वापिस नहीं लौटने पर उसके माता-पिता ने आकाश की गुमशुदगी को लेकर गाडगे नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. ऐसे में आकाश का पता लगाने हेतु गाडगे नगर पुलिस ने नवसारी परिसर में ही रहने वाली एक लडकी को खोज निकाला था. जो आकाश के साथ ही इंदौर गई थी. तब पता चला था कि, उक्त लडकी को इंदौर ले जाने के बाद उसकी शादी राजस्थान में रहने वाले एक युवक से करा दी थी और उसे मानव तस्करी के तहत बेच दिया गया था. जहां से भागकर वह अमरावती आ गई. इस मामले में गाडगे नगर पुलिस ने मानव तस्करी के मामले में लिप्त 4 लोगों को गिरफ्तार किया था. लेकिन आकाश विरुलकर का कही कोई अता-पता नहीं चल पाया था. वहीं अब यह जानकारी सामने आयी है कि, जनवरी माह में लापता हुए आकाश विरुलकर की फरवरी माह के दौरान ही इंदौर में मौत हो गई थी और उसका शव एक पुलिया के नीचे से बरामद हुआ था और उसके शव को लावारिस मानते हुए उसे अज्ञात के तौर पर दफन कर दिया गया था. लेकिन अब स्थानीय पुलिस द्बारा फोटो के जरिए चेहरों का मिलान करने पर पता चला है कि, आकाश विरुलकर की विगत फरवरी माह में ही मौत हो गई थी और इंदौरा पुलिस द्बारा बरामद किए गए उस अज्ञात शव की भी अब शिनाख्त हो गई है.
इस संदर्भ में शहर पुलिस द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक मानव तस्करी का मामला उजागर होने के बाद अमरावती पुलिस ने मध्यप्रदेश के इंदौर जाकर आकस्मित रुप से मृत हुए कई लोगों के शवों के फोटो जांचे. साथ ही जेलों में बंद कैदियों में भी आकाश को खोजा गया. इसी दौरान मध्यप्रदेश पुलिस द्बारा एक अज्ञात व्यक्ति की मौत को लेकर दर्ज मामले की पुलिस ने शिनाख्त करनी चाहिए. परंतु फोटो स्पष्ट नहीं रहने के कारण मृतक व्यक्ति के फोटो व आकाश के फोटो का आपस में मिलान नहीं हुआ. ऐसे में अमरावती पुलिस आकाश का एक दूसरा फोटो लेकर एक बार फिर इंदौर पहुंची. इस बात आकाश के फोटो का मृतक के फोटो के साथ मिलान हो गया और उस मृतक की शिनाख्त आकाश विरुलकर के तौर पर हुई. साथ ही पता चला कि, आकाश विरुलकर की फरवरी माह के दौरान हार्ट अटैक के चलते एक पुलिया के नीचे मौत हो गई थी. जिसकी शिनाख्त नहीं होने की वजह से उसे लावारिस मानकर दफन कर दिया गया था.

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