मेलघाट की आकी ग्रामपंचायत पर एक ही परिवार का कब्जा
सभी 7 सीटों पर एक ही परिवार के सदस्य निर्वाचित
2 सदस्य तो चुने गए निर्विरोध, समूचे राज्य में चल रही चर्चा
अमरावती/दि.9 – एक ही परिवार का वर्चस्व रहने के चलते चर्चा में आ चुकी मेलघाट क्षेत्र की आकी ग्रामपंचायत में जावरकर परिवार ने उपचुनाव में भी अपना वर्चस्व कायम रखा और उपचुनाव मेें घर के मुखिया की पौत्र वधु व भानजा निर्विरोध निर्वाचित हुए. ऐसे में अब एक ही परिवार से वास्ता रखने वाले आपसी रिश्तेदारों द्बारा पूरे गांव का कामकाज चलाया जाएगा.
बता दें कि, चिखलदरा पंचायत समिति अंतर्गत आकी व चौर्यामल इन दो गांवों के लिए आकी ग्रामपंचायत गठित की गई है. 1,205 जनसंख्या रहने वाले इन दोनो गांवों में 600 से अधिक मतदाता है. गत वर्ष दिसंबर माह में हुए ग्रामपंचायत के आम सभाओं में सरपंच पद के साथ ही सभी 7 सदस्य पदों पर जावरकर परिवार के 5 लोग चुनकर आए थे. ऐसे में 2 सीटों पर निर्वाचित रहने के चलते 2 लोगों ने अपनी एक-एक सीट से इस्तीफा दिया था. पश्चात 6 माह के भीतर निर्वाचन आयोग ने आकी ग्रामपंचायत के उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया. जिसके तहत आगामी 18 मई को मतदान होना है. परंतु इससे पहले ही जावरकर परिवार की पौत्र वधु कल्पना राजेंद्र जावरकर व भानजे कालुराम दहीकर निर्विरोध निर्वाचित हो गए है. क्योंकि इन दोनों के अलावा अन्य किसी प्रत्याशी द्बारा नामांकन ही नहीं भरा गया.
* उपचुनाव में दोनो सीटों पर मेरी पौत्रवधु और भांजे की निर्विरोध निर्वाचन हुआ है. जिसके चलते सरपंच पद पर मेरी बहु के साथ ही 7 सदस्य पदों पर मेरी पत्नी व बच्चों सहित मेरे ही परिवार के सदस्य निर्वाचित हुए है.
– बाबू जावरकर,
पूर्व पुलिस पाटिल
* बेटे व पोती ने दिया था इस्तीफा
विगत दिसंबर माह के दौरान हुए चुनाव में बाबू जावरकर के बेटे व पूर्व सरपंच राजेश जावरकर तथा पोती मीना सेलेकर दो सीटों पर निर्वाचित हुए थे. जिसके चलते उन्होंने एक-एक पद से इस्तीफा दे दिया. पश्चात कराए गए उपचुनाव में बाबू जावरकर की पौत्रवधु कल्पना जावरकर व भानजे कालूराम दहीकर निर्विरोध निर्वाचित हुए. इन ग्रामपंचायत में सरपंच पद पर बाबू जावरकर की बहु इंद्रायनी राजेश जावरकर तथा सदस्य पद पर पत्नी रुख्मा जावरकर, बेटा राजेश जावरकर, वहन बांदाये मावस्कर, भानजा जांभेकर, नातीन मीना सेलेकर निर्वाचित हुए है. इस तरह से पूरी ग्रामपंचायत पर अब जावरकर परिवार का ही कब्जा है और इस परिवार के 8 लोगों द्बारा 1,205 की जनसंख्या रहने वाले आकी व चौर्यामल इन दोनों गांवों का कामकाज संभाला जाएगा.